नई दिल्ली : पुलिस सूत्रों ने गुरुवार को कहा कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, बुधवार की संसद सुरक्षा उल्लंघन का मुख्य साजिशकर्ता कोई और है. सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों ने पहले ही संसद के बाहर की रेकी कर ली थी. पुलिस सूत्रों ने बताया कि सभी आरोपी एक सोशल मीडिया पेज 'भगत सिंह फैन क्लब' से जुड़े थे. सूत्रों ने बताया कि लगभग डेढ़ साल पहले सभी लोग मैसूर में मिले थे. सागर जुलाई में लखनऊ से आया था लेकिन संसद भवन में प्रवेश नहीं कर सका. 10 दिसंबर को एक-एक करके सभी अपने-अपने राज्यों से दिल्ली पहुंचे. वे इंडिया गेट के पास इकट्ठा हुए, जहां सभी को रंगीन पटाखे दिये गये.
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The absconding accused in the Parliament security breach case, Lalit Jha sent a video of the incident to his NGO partner after the four accused committed the act, say police sources.
— ANI (@ANI) December 14, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) December 14, 2023The absconding accused in the Parliament security breach case, Lalit Jha sent a video of the incident to his NGO partner after the four accused committed the act, say police sources.
— ANI (@ANI) December 14, 2023
इस बीच दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने यूएपीए धारा के तहत मामला दर्ज किया है. गृह मंत्रालय (एमएचए) ने भी बुधवार को संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना की जांच का आदेश दिया. गृह मंत्रालय ने कहा कि लोकसभा सचिवालय के अनुरोध पर, गृह मंत्रालय ने संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना की जांच का आदेश दिया है. सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह के तहत एक जांच समिति गठित की गई है, जिसमें अन्य सुरक्षा एजेंसियों और विशेषज्ञों के सदस्य शामिल हैं.
संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर सुरक्षा में एक बड़ा उल्लंघन तब हुआ जब शून्यकाल के दौरान दो घुसपैठिए आगंतुक गैलरी से लोकसभा कक्ष में कूद गये. लोकसभा में सुरक्षा उल्लंघन में, दो व्यक्ति हाथों में कनस्तर लेकर दर्शक दीर्घा से सदन में कूद पड़े. सांसदों की ओर से काबू किए जाने से पहले उन्होंने कनस्तरों से पीली गैस छोड़ी और नारे लगाए.