प्रयागराज : हरियाणा में मां की हत्या कर शव ठिकाने लगाने के लिए संगम तट पहुंचे कातिल बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. उसने अपनी मां की लाश को सूटकेस में भर रखा था. वह शव संगम में बहाने आया था, इससे पहले ही पुलिस ने शक होने पर उसे रोककर पूछताछ की. जब तलाशी ली तो सूटकेस के अंदर महिला का शव मिला. जिसके बाद पुलिस उसे पकड़कर थाने ले गई. यहां युवक ने बताया कि सूटकेस में जिस महिला की शव मिला है, वह उसकी मां का है. वहीं पिता का दावा है कि उसका बेटा नाबालिग है. उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं रहती है.
आधी रात संगम किनारे सूटकेस लिए टहल रहा था युवक
गुरुवार की आधी रात दारागंज थाना क्षेत्र की पुलिस संगम इलाके में गश्त पर थी. इसी दौरान संगम के नजदीक एक युवक टहलता दिखा. उसके पास एक बड़ा सूटकेस और दो बैग थे. पुलिस ने उसे रोका और उसके वहां होने की वजह पूछी तो उसने गुमराह करने के लिए बताया कि वह संगम स्नान करने के लिए आया है. पुलिस को उसके चेहरे के हावभाव को देखकर आशंका हुई. जिसके बाद पुलिस ने उसके सामान की तलाशी ली. बड़े सूटकेस को खोला तो पुलिस वाले भी सन्न रह गए. सूटकेस के अंदर एक महिला का शव था. इसके बाद पुलिस युवक को थाने ले गई और कड़ाई से पूछताछ की.
5 हजार रुपये न देने पर कर दी मां की हत्या
पुलिस की पूछताछ में पता चला कि युवक हरियाणा के हिसार जिले में हांसी थाना क्षेत्र का रहने वाला है. उसने अपनी मां का नाम प्रतिमा बताया. इसी के साथ उसने पुलिस को बताया कि 13 दिसम्बर को मां से 5 हजार रुपये मांगे थे. मां ने रुपये देने से इंकार कर दिया. जिसके बाद उसका मां से झगड़ा हुआ. इसके बाद उसने ने मां की गला घोंटकर हत्या कर दी. जिस घर में वह मां के साथ किराए पर रहता है, वहां किसी को इस बात की जानकारी नहीं हुई. जिसके बाद उसने मां की लाश को ठिकाने लगाने की योजना बनाई. मां का शव सूटकेस में प्रयागराज के लिए निकल पड़ा.
मां को मोक्ष दिलाने के लिए संगम में प्रवाहित करने लाया था शव
आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने मां की हत्या के बाद शव को बड़े सूटकेस में भर लिया और शव प्रवाहित करने के लिए प्रयागराज ले आया. बताया कि उसके मन में डर समा गया कि मां की आत्मा को मुक्ति नहीं मिलेगी तो वह उसको परेशान करेगी. जिसके बाद उसने मां के शव को संगम में प्रवाहित करने की योजना बनाई. इसके तहत शव सूटकेस में लेकर हिसार से प्रयागराज के लिए चल दिया. गुरुवार को प्रयागराज पहुंचने के बाद आधी रात सूटकेस और दो अन्य बैग लेकर संगम किनारे पहुंचा. जहां पर अंधेरा होने की वजह से उसे संगम जाने का रास्ता समझ में नहीं आया. वह वहीं भटक रहा था. उसी समय दारागंज थाने की पुलिस गश्त करते हुए पहुंची और हिमांशु को रोककर पूछताछ की. जिसके बाद उसक राज खुल गया.
शव लेकर ट्रेन से पहुंचा प्रयागराज, जीआरपी को भनक तक नहीं
आरोपी ने 13 दिसंबर को अपनी मां की गला घोंटकर हत्या करने के बाद शव बड़े सूटकेस में पैक कर दिया. दुर्गंध न निकले इसलिए परफ्यूम छिड़क दिया था. जिसके बाद वह सूटकेस के साथ दो बैग लेकर रेलवे स्टेशन पहुंचा. हिसार से गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पहुंचा. जहां से उसने प्रयागराज की तरफ आने वाली ट्रेन पकड़ी और गुरुवार को संगमनगरी पहुंच गया. प्रयागराज जंक्शन से निकलकर वह संगम के लिए निकल पड़ा. यहां पर वह पकड़ा गया. इस घटना ने सवाल खड़ा कर दिया है कि हिसार से गाजियाबाद और फिर गाजियाबाद से प्रयागराज तक वह सूटकेस में शव लेकर यात्रा करता रहा. लेकिन कहीं भी कोई रोक-टोक या जांच नहीं हुई. सुरक्षा में तैनात जीआरपी और आरपीएफ तक को भनक नहीं लगी.
गला घोंटने से पहले सिर पर किया था वार : महिला के शव को पोस्टमार्टम में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. पता चला कि अपनी मां का गला दबाने से पहले बेटे ने किसी भारी चीज से उसके सिर पर वार भी किया था. पीएम के दौरान सिर पर चोट के निशान भी मिले हैं. वहीं पत्नी की हत्या किए जाने की जानकारी मिलने के बाद पिता शनिवार को प्रयागराज पहुंचे. उन्होंने पत्नी के शव का अंतिम संस्कार किया. उन्होंने बेटे से मिलने का प्रयास भी किया, लेकिन तब तक उसे जेल भेजा जा चुका था. उन्होंने पुलिस को बताया कि उनके बेटे की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. उम्र कम होने का भी दावा किया. उसके कागजात उपलब्ध कराने की बात कही.
पति-पत्नी में चल रही थी अनबन : प्रयागराज में पोस्टमार्टम हाउस के बाहर मीडिया से बातचीत में पिता ने बताया कि वह बिहार के गोपालगंज में रहते हैं. उनका पत्नी से झगड़ा होता था. इसके बाद पत्नी बेटे को लेकर हरियाणा के हिसार चली गई. वहां वह प्राइवेट कंपनी में काम करती थी, बेटा पढ़ाई करता था. आखिरी बार चार दिन पहले उनकी बात बेटे से हुई थी लेकिन उसने घटना के बाद से बात नहीं की थी. पुलिस से सूचना मिलने के बाद वह शनिवार को पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और शव की शिनाख्त की.
बेटे को बताया नाबालिग और होनहार : पत्नी का अंतिम संस्कार करने जाते समय ओमप्रकाश ने दावा किया कि उनका बेटा नाबालिग है. वह 12वीं का छात्र है.10वीं में उसको 80 % से अधिक अंक मिले थे और वो मां के साथ रहकर पढ़ाई करता था. अपना दावा सच साबित करने के लिए वह दस्तावेज सौंपेंगे. पिता का दावा है कि बेटा थोड़ा सनकी किस्म का है. इसी वजह से उसने वारदात को अंजाम दिया. पिता ने दारागंज थाने जाकर पुलिस वालों को भी यही बताने का प्रयास किया कि उनका बेटा नाबालिग है.