कैथल: हरियाणा के कैथल जिले के कलायत के गांव बालू में प्रेम प्रसंग को लेकर युवती की हत्या कर शव जलाने का मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस आरोपी माता-पिता को आज कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने की तैयारी में है. कलायत थाना के सुरक्षा एजेंट सुरेश कुमार की शिकायत पर गांव बालू निवासी युवती के पिता सुरेश कुमार, माता बाला देवी सहित अन्य के खिलाफ कलायत थाना में केस दर्ज कर लिया गया है.
हिसार के युवक के साथ चल रहा था प्रेम प्रसंग: शिकायत में बताया गया है कि, युवती का हिसार के खेड़ी चौपटा गांव के रहने वाले रोहित के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था. इस मामले में रोहित भी 14 सितंबर से लापता है. बताया जा रहा है कि युवती माफी ने 14 सितंबर को रोहित को अपने घर बुलाया था. दोपहर के समय रोहित अपनी बाइक पर गांव पहुंच गया था. युवती रोहित के साथ जाना चाहती थी, लेकिन परिजनों ने रोहित के साथ मारपीट शुरू कर दी.
युवक लापता: मारपीट के बाद से युवक की बाइक गांव में ही पड़ी मिली है और वह लापता है. परिजनों ने उसी दिन युवती की हत्या कर दी. उसके शव का भी अंतिम संस्कार कर दिया गया. बताया जा रहा है कि शाम के समय अंतिम संस्कार में 7-8 लोग ही शामिल हुए थे. शुक्रवार को युवक के लापता का केस दर्ज हुआ तो पुलिस ने छानबीन शुरू की. पुलिस को जानकारी मिली कि युवती की हत्या कर दी गई है.
युवक भी है लापता: बताया जा रहा है कि, युवक और युवती के बीच लंबे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था. दोनों ही अनुसूचित जाति से संबंध रखते थे. पहले भी युवती और युवक आपस में मिल चुके थे. दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन युवती के परिजन इस बात से राजी नहीं थे. 14 सितंबर को दोनों ने घर से भागने की तैयारी की थी. इसकी खबर युवती के परिजनों को लग गई थी.
युवक की माता की शिकायत पर कलायत थाने में गमुशुदगी का मामला दर्ज: युवक की माता डिंपल देवी की शिकायत पर कलायत थाना में युवक के लापता होने का केस दर्ज हुआ है. महिला ने बताया कि उसके बेटे ने वारदात के बाद उसे फोन करके घटना के बारे में अवगत करवाया था. युवक की बाइक भी छीन ली गई थी. उसके बाद से ही रोहित से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है.
रात भर पुलिस ने की पूछताछ: घटना की सूचना मिलने के बाद डीएसपी कलायत सज्जन सिंह, कलायत थाना और सीआईए की टीम ने गांव में डेरा डाल लिया था. रात भर पुलिस की टीम ने स्वजनों से पूछताछ की. पुलिस मामले को लेकर गंभीरता से जांच की जा रही है. ऑनर किलिंग मामले में पुलिस की टीम चिता से भी ने सैंपल लिए हैं.
16 साल पहले भी ऑनर किलिंग के मामले में पांच परिजनों को हुई थी फांसी की सजा: बता दें कि, इससे पहले 2007 में कैथल के करोड़ा गांव के रहने वाले मनोज-बबली ने घर से भागकर शादी कर ली थी. इस जोड़े को परिजनों से जान से मारने की धमकी मिलने पर हाईकोर्ट से सुरक्षा की मिल हुई थी, लेकिन उसके बावजूद 15 जून को बुटाना के समीप मनोज-बबली का अपहरण कर लिया गया था. अपहरण के 10 दिन बाद दोनों के शव नारनौंद के समीप नहर में मिले थे. पुलिस ने मनोज-बबली हत्याकांड में जब गहनता से छानबीन की तो खुलासा हुआ था कि बबली के परिजनों ने ही गोत्र विवाद के चलते दोनों का अपहरण कर उन्हें मौत के घाट उतारा दिया गया था. जिसके बाद 2010 में करनाल कोर्ट ने 5 परिजनों को फांसी की सजा सुनाई थी और इसके साथ ही अदालत ने इस मामले में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए किए थे.
शुक्रवार को रोहित की माता डिंपल ने युवक के लापता होने का केस दर्ज करवाया था. मामले की जांच की गई तो पता लगा कि युवक बालू गांव में अपनी प्रेमिका से मिलने आया था. इसके बाद जब उन्होंने युवती के माता-पिता को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया. आरोपी माता-पिता ने बताया कि उनकी बेटी की हत्या करंट लगने से नहीं हुई थी, बल्कि उन्होंने गला दबाकर की थी. उन्होंने युवक से मारपीट की थी, लेकिन वह भाग गया था. फिलहाल आरोपी माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस इस मामले की टेक्निकल और फॉरेंसिक पहलुओं से जांच कर रही है. इस मामले में कोई पब्लिक विटनेस और कोई आई विटनेस सामने न आने के बाद भी पुलिस आरोपियों को हर हाल में सजा दिलवा कर रहेगी. - सज्जन सिंह, डीएसपी कलायत