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कोरोना: सरकार ने दी नैजल वैक्सीन को मंजूरी, सबसे पहले प्राइवेट अस्पतालों में मिलेगी

कोविड की रोकथाम को लेकर सरकार ने आज बूस्टर खुराक के तौर नैजल वैक्सीन को मंजूरी दे दी. यह सबसे पहले प्राइवेट अस्पतालों में मिलेगी.

govt approved nasal vaccine in india
कोरोना: सरकार ने दी नैजल वैक्सीन को मंजूरी, सबसे पहले प्राइवेट अस्पतालों में मिलेगी
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Published : Dec 23, 2022, 10:55 AM IST

Updated : Dec 23, 2022, 12:54 PM IST

नई दिल्ली: भारत बायोटेक के इंट्रानेजल कोविड टीके को 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए बूस्टर खुराक के तौर इस्तेमाल किए जाने को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है. आधिकारिक सूत्र ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस टीके में किसी तरह की सूई का इस्तेमाल नहीं होगा और इसे नाक से दिया जाएगा.

यह निजी केंद्रों पर उपलब्ध होगा और इसे शुक्रवार शाम टीकाकरण पंजीकरण मंच 'को-विन' पर भी जारी किया जाएगा. इस 'बीबीवी154' टीके के 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए बूस्टर खुराक के तौर पर इस्तेमाल की भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने नंवबर में मंजूरी दे दी थी. चीन और कुछ अन्य देशों में संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच इस टीके को मंजूरी मिली है.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को संक्रमण को लेकर लापरवाही बरतने के प्रति आगाह करते हुए कहा था कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है. उन्होंने लोगों से भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनने का आग्रह किया, जबकि अधिकारियों को खासकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर निगरानी संबंधी उपायों को कड़ा करने का निर्देश दिया था.

बता दें कि भारत बायोटेक ने केंद्र सरकार से नाक से दी जाने वाली अपनी कोविड रोधी दवा इनकोवैक को कोविन पोर्टल में शामिल करने का अनुरोध किया, ताकि इसे लेने वाले लोगों को टीकाकरण का प्रमाणपत्र मिल सके. कंपनी के सूत्रों ने बताया कि भारत बायोटेक अभी संभावित अंतरराष्ट्रीय साझेदारों से बातचीत कर रही है, जिन्होंने वैश्विक स्तर पर इनकोवैक के उत्पादन और वितरण के लिए कंपनी से संपर्क किया है.

ये भी पढ़ें- कोरोना वायरस को लेकर सरकार सतर्क, मंडाविया आज करेंगे राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक

सूत्रों ने एजेंसी से कहा, 'चूंकि, इनकोवैक के आपात स्थिति में सीमित इस्तेमाल की अनुमति दे दी गई है और दवा लेने वाले लोगों को टीकाकरण प्रमाणपत्र की आवश्यकता होगी, इसलिए हमने सरकार से इनकोवैक को कोविन पोर्टल में शामिल करने का अनुरोध किया है.' उन्होंने कहा, 'ऐसा होने पर भारत उन चुनिंदा देशों में शुमार हो जाएगा, जिन्होंने कोविड-19 के खिलाफ अपने टीकाकरण कार्यक्रम में नाक से दी जाने वाली दवा को भी शामिल किया है.

अभी भारत बायोटेक की कोवैक्सीन, सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और कोवोवैक्स, रूस की स्पूतनिक वी और बायोलॉजिकल ई लिमिटेड की कोर्बेवैक्स को कोविन पोर्टल में सूचीबद्ध किया गया है. टीका निर्माता ने छह सितंबर को घोषणा की थी कि नाक से दी जाने वाली दुनिया की पहली कोविड-19 रोधी दवा इनकोवैक (बीबीवी154) को आपात स्थिति में सीमित इस्तेमाल के लिए भारत के औषधि महानियंत्रक की मंजूरी मिल गई है. सूत्रों ने बताया कि अन्य देशों में इस्तेमाल की स्वीकृति मिलने के बाद भारत बायोटेक की इनकोवैक का निर्यात करने की भी योजना है.

(एक्सट्रा इनपुट भाषा)

नई दिल्ली: भारत बायोटेक के इंट्रानेजल कोविड टीके को 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए बूस्टर खुराक के तौर इस्तेमाल किए जाने को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है. आधिकारिक सूत्र ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस टीके में किसी तरह की सूई का इस्तेमाल नहीं होगा और इसे नाक से दिया जाएगा.

यह निजी केंद्रों पर उपलब्ध होगा और इसे शुक्रवार शाम टीकाकरण पंजीकरण मंच 'को-विन' पर भी जारी किया जाएगा. इस 'बीबीवी154' टीके के 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए बूस्टर खुराक के तौर पर इस्तेमाल की भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने नंवबर में मंजूरी दे दी थी. चीन और कुछ अन्य देशों में संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच इस टीके को मंजूरी मिली है.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को संक्रमण को लेकर लापरवाही बरतने के प्रति आगाह करते हुए कहा था कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है. उन्होंने लोगों से भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनने का आग्रह किया, जबकि अधिकारियों को खासकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर निगरानी संबंधी उपायों को कड़ा करने का निर्देश दिया था.

बता दें कि भारत बायोटेक ने केंद्र सरकार से नाक से दी जाने वाली अपनी कोविड रोधी दवा इनकोवैक को कोविन पोर्टल में शामिल करने का अनुरोध किया, ताकि इसे लेने वाले लोगों को टीकाकरण का प्रमाणपत्र मिल सके. कंपनी के सूत्रों ने बताया कि भारत बायोटेक अभी संभावित अंतरराष्ट्रीय साझेदारों से बातचीत कर रही है, जिन्होंने वैश्विक स्तर पर इनकोवैक के उत्पादन और वितरण के लिए कंपनी से संपर्क किया है.

ये भी पढ़ें- कोरोना वायरस को लेकर सरकार सतर्क, मंडाविया आज करेंगे राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक

सूत्रों ने एजेंसी से कहा, 'चूंकि, इनकोवैक के आपात स्थिति में सीमित इस्तेमाल की अनुमति दे दी गई है और दवा लेने वाले लोगों को टीकाकरण प्रमाणपत्र की आवश्यकता होगी, इसलिए हमने सरकार से इनकोवैक को कोविन पोर्टल में शामिल करने का अनुरोध किया है.' उन्होंने कहा, 'ऐसा होने पर भारत उन चुनिंदा देशों में शुमार हो जाएगा, जिन्होंने कोविड-19 के खिलाफ अपने टीकाकरण कार्यक्रम में नाक से दी जाने वाली दवा को भी शामिल किया है.

अभी भारत बायोटेक की कोवैक्सीन, सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और कोवोवैक्स, रूस की स्पूतनिक वी और बायोलॉजिकल ई लिमिटेड की कोर्बेवैक्स को कोविन पोर्टल में सूचीबद्ध किया गया है. टीका निर्माता ने छह सितंबर को घोषणा की थी कि नाक से दी जाने वाली दुनिया की पहली कोविड-19 रोधी दवा इनकोवैक (बीबीवी154) को आपात स्थिति में सीमित इस्तेमाल के लिए भारत के औषधि महानियंत्रक की मंजूरी मिल गई है. सूत्रों ने बताया कि अन्य देशों में इस्तेमाल की स्वीकृति मिलने के बाद भारत बायोटेक की इनकोवैक का निर्यात करने की भी योजना है.

(एक्सट्रा इनपुट भाषा)

Last Updated : Dec 23, 2022, 12:54 PM IST
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