गुरुग्राम: ईडी ने कथित रिश्वतखोरी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने गुरुवार, 10 अगस्त को पंचकूला में सीबीआई की विशेष अदालत के निलंबित न्यायाधीश सुधीर परमार को गिरफ्तार किया. ईडी ने सुधीर परमार को पंचकूला अदालत में पेश किया. कोर्ट ने सुधीर को 6 दिन की रिमांड पर भेजा है. 17 अगस्त को फिर से कोर्ट सुधीर को कोर्ट में पेश किया जाएगा.
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इस दौरान उससे 5 से 6 बजे के बीच दो वकील और फैमली सदस्य मिल सकेंगे. रिमांड के दौरान पूर्व सीबीआई जज को दिल्ली ले जाया जाएगा. इस मामले में पहले गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों की चार्जशीज भी फाइल की गई है. सुधीर परमार के खिलाफ अप्रैल महीने में हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एफआईआर दर्ज की थी.
इस मामले में सीबीआई कोर्ट के निलंबित जज सुधीर परमार के भतीजे अजय परमार के साथ-साथ, एम 3 एम के पंकज बंसल, बंसत बंसल, अजय परमार और IREO ग्रुप के ललित गोयल की गिरफ्तारी हो चुकी है. इसके साथ ही मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में लगातार जांच चल रही है. बता दें कि, ने पंचकूला में सीबीआई की विशेष अदालत के निलंबित जज सुधीर परमार के खिलाफ हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो ने केस दर्ज किया था. एंटी करप्शन ब्यूरो के द्वारा मामला दर्ज किए जाने के बाद पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने उन्हें निलंबित कर दिया था.
भ्रष्टाचार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में रियल एस्टेट डेवलपमेंट कंपनी M3M के प्रमोटर बसंत बंसल और उनके बेटे पंकज बंसल को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में जांच एजेंसी पिछले कई सालों से जांच कर रही है. जांच के दौरान पाया गया कि कंपनी गैर कानूनी तरीकों से फंड डायवर्ट करने का काम करती है. इसमें निवेशकों और कस्टमर के पैसों का दुरुपयोग किया जा रहा है. ईडी की जांच के दौरान सामने आया कि M3M ग्रुप के जरिए हजारों करोड़ रुपये इधर-उधर किए गए हैं. फिलहाल ईडी की टीम आगामी कार्रवाई में जुटी है.