ETV Bharat / bharat

बंद कमरे में मिले मां और बेटे के चार दिन पुराने शव, बदबू आने पर खुला राज, नहीं रखते थे किसी से मतलब

झांसी में एक बंद कमरे में मां और बेटे की चार दिन पुरानी (dead bodies of mother and son) लाश मिली. शवों से दुर्गंध आ रही थी.पड़ोसियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस इस मामले की जांच पड़ताल कर रही है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 22, 2023, 8:44 PM IST

Updated : Oct 22, 2023, 9:10 PM IST

पुलिस कर रही मामले की जांच.

झांसी : जिले के थाना नवाबाद क्षेत्र में कोऑपरेटिव बैंक के पीछे एक मकान में मां और बेटे की लाश मिली. कमरे से तेज बदबू आने पर पड़ोसियों ने रविवार की सुबह पुलिस को इसकी जानकारी दी. कुछ ही देर में पुलिस मौके पर पहुंच गई. दोनों के शव करीब चार दिन पुराने बताए जा रहे हैं. महिला की लाश चारपाई पर थी, जबकि उसके बेटे की लाश फर्श पर पड़ी थी. मां और बेटे मोहल्ले में किसी से भी मतलब नहीं रखते थे. रहस्यमयी हालत में दोनों की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं.

मोहल्ले में किसी से नहीं करते थे बात : झांसी के थाना नवाबाद क्षेत्र में पुरानी तहसील मोहल्ला है. यहां पर कोऑपरेटिव के पीछे एक मकान से प्रेमलता (70) पत्नी कृपा दयाल अपने 45 वर्षीय पुत्र रवि के साथ कई वर्षों से रहती थीं. दोनों मोहल्ले में किसी से बात नहीं करते थे, वे किसी से कोई मतलब भी नहीं रखते थे. प्रेमलता के पति कृपा दयाल रेलवे वर्कशॉप से रिटायर्ड थे. काफी समय पहले उनकी भी मौत हो चुकी थी. रविवार की सुबह मकान से असहनीय बदबू आने पर आस-पड़ोस के लोग परेशान हो गए. उन्होंने जानकारी पुलिस को दी. पुलिस अंदर दाखिल हुई तो हैरान रह गई. कमरे में एक चारपाई पर प्रेमलता जबकि जमीन पर रवि का शव पड़ा हुआ था. शव तीन चार दिन पुराना होने की वजह से दुर्गंध आ रही थी.

इसे भी पढ़े-जादू टोने के विवाद में धारदार हथियार से अधेड़ की हत्या, आरोपी फरार

पेंशन से होता था मां-बेटे का गुजारा : पड़ोस में रहने वाले रामजीवन के मुताबिक पिछले लगभग 50 साल से परिवार इसी मकान में रह रहा है. कृपा दयाल रेलवे में नौकरी किया करते थे. वह भी सिर्फ ड्यूटी जाते और आते समय ही दिखाई दिया करते थे. उनकी मौत के बाद प्रेमलता को पेंशन मिला करती थी. उससे महिला और उसके बेटे का गुजारा होता था. परिवार अकेले रहना पसंद करता था. कोई भी सदस्य मोहल्ले में किसी के घर नहीं आता-जाता था. मिलनसार न होने के कारण उनके यहां भी कोई नहीं जाता था.

पुलिस कर रही जांच : एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि दरवाजे की कुंडी रस्सी से बंधी हुई थी. मजबूरन ताला तोड़ना पड़ा. शवों का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. आसपास से पूछताछ करने पर किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं मिली है. कमरे में भी कोई ऐसी वस्तु या फिर कोई सुबूत नहीं मिला है. थोड़ी सी चाय बनी हुई बर्तन में मिली है. मोहल्ले के सीसीटीवी देखने पर 19 तारीख से घर के अंदर बेटे के अलावा अन्य किसी और के दाखिल होने की जानकारी नहीं मिली है. इस घटना में अभी तक कोई अपराधिक घटनाक्रम सामने नहीं आया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मौत की वजह स्पष्ट हो पाएगी. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.


यह भी पढ़े-घर में सो रही वृद्धा की गला रेतकर हत्या, गांव के ही व्यक्ति पर आरोप, जांच में जुटी पुलिस

पुलिस कर रही मामले की जांच.

झांसी : जिले के थाना नवाबाद क्षेत्र में कोऑपरेटिव बैंक के पीछे एक मकान में मां और बेटे की लाश मिली. कमरे से तेज बदबू आने पर पड़ोसियों ने रविवार की सुबह पुलिस को इसकी जानकारी दी. कुछ ही देर में पुलिस मौके पर पहुंच गई. दोनों के शव करीब चार दिन पुराने बताए जा रहे हैं. महिला की लाश चारपाई पर थी, जबकि उसके बेटे की लाश फर्श पर पड़ी थी. मां और बेटे मोहल्ले में किसी से भी मतलब नहीं रखते थे. रहस्यमयी हालत में दोनों की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं.

मोहल्ले में किसी से नहीं करते थे बात : झांसी के थाना नवाबाद क्षेत्र में पुरानी तहसील मोहल्ला है. यहां पर कोऑपरेटिव के पीछे एक मकान से प्रेमलता (70) पत्नी कृपा दयाल अपने 45 वर्षीय पुत्र रवि के साथ कई वर्षों से रहती थीं. दोनों मोहल्ले में किसी से बात नहीं करते थे, वे किसी से कोई मतलब भी नहीं रखते थे. प्रेमलता के पति कृपा दयाल रेलवे वर्कशॉप से रिटायर्ड थे. काफी समय पहले उनकी भी मौत हो चुकी थी. रविवार की सुबह मकान से असहनीय बदबू आने पर आस-पड़ोस के लोग परेशान हो गए. उन्होंने जानकारी पुलिस को दी. पुलिस अंदर दाखिल हुई तो हैरान रह गई. कमरे में एक चारपाई पर प्रेमलता जबकि जमीन पर रवि का शव पड़ा हुआ था. शव तीन चार दिन पुराना होने की वजह से दुर्गंध आ रही थी.

इसे भी पढ़े-जादू टोने के विवाद में धारदार हथियार से अधेड़ की हत्या, आरोपी फरार

पेंशन से होता था मां-बेटे का गुजारा : पड़ोस में रहने वाले रामजीवन के मुताबिक पिछले लगभग 50 साल से परिवार इसी मकान में रह रहा है. कृपा दयाल रेलवे में नौकरी किया करते थे. वह भी सिर्फ ड्यूटी जाते और आते समय ही दिखाई दिया करते थे. उनकी मौत के बाद प्रेमलता को पेंशन मिला करती थी. उससे महिला और उसके बेटे का गुजारा होता था. परिवार अकेले रहना पसंद करता था. कोई भी सदस्य मोहल्ले में किसी के घर नहीं आता-जाता था. मिलनसार न होने के कारण उनके यहां भी कोई नहीं जाता था.

पुलिस कर रही जांच : एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि दरवाजे की कुंडी रस्सी से बंधी हुई थी. मजबूरन ताला तोड़ना पड़ा. शवों का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. आसपास से पूछताछ करने पर किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं मिली है. कमरे में भी कोई ऐसी वस्तु या फिर कोई सुबूत नहीं मिला है. थोड़ी सी चाय बनी हुई बर्तन में मिली है. मोहल्ले के सीसीटीवी देखने पर 19 तारीख से घर के अंदर बेटे के अलावा अन्य किसी और के दाखिल होने की जानकारी नहीं मिली है. इस घटना में अभी तक कोई अपराधिक घटनाक्रम सामने नहीं आया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मौत की वजह स्पष्ट हो पाएगी. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.


यह भी पढ़े-घर में सो रही वृद्धा की गला रेतकर हत्या, गांव के ही व्यक्ति पर आरोप, जांच में जुटी पुलिस

Last Updated : Oct 22, 2023, 9:10 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.