नई दिल्ली : कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि वह एक विशेष समूह गठित करने जा रही है जो ओबीसी मुद्दे पर राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा के हमले का मुकाबला करने के लिए पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को विभिन्न सामाजिक कल्याण योजनाओं पर सलाह देगा.
एआईसीसी ओबीसी विभाग के अध्यक्ष कैप्टन अजय यादव ने कहा, 'हम सामाजिक न्याय के लिए एक राष्ट्रीय परिषद की स्थापना करेंगे जो अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यकों के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं पर हमारे पार्टी अध्यक्ष खड़गे जी को समय-समय पर सलाह देगी.'
हरियाणा के पूर्व मंत्री यादव के अनुसार, पार्टी राज्यों में कांग्रेस सरकारों से अलग ओबीसी विभाग स्थापित करने के लिए भी कहेगी और 2024 में केंद्र में सत्ता में आने पर जाति जनगणना का विकल्प चुनेगी.
यादव ने कहा कि 'हमारे पास महाराष्ट्र में एक ओबीसी विभाग है. मैंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात की है जिन्होंने कहा है कि वह एक ओबीसी विभाग खोलेंगे. यह उस समुदाय के लिए उचित बजटीय आवंटन की अनुमति देगा जो अन्यथा पीछे छूट गया है.'
कांग्रेस ने दावा किया कि पिछली यूपीए सरकार ने आरक्षण उद्देश्यों के लिए सटीक ओबीसी आबादी निर्धारित करने के लिए जातिगत जनगणना की थी, लेकिन डेटा को भाजपा सरकार ने रोक दिया था.
यादव ने कहा कि 'अगर हम 2024 में सत्ता में आते हैं, तो कांग्रेस एक नई जाति जनगणना के लिए जाएगी.' एआईसीसी ओबीसी विभाग के अध्यक्ष ने कहा कि समुदाय के सदस्यों को उचित डेटा की कमी के कारण उच्च शिक्षा में आरक्षण का लाभ नहीं मिल रहा है.
कांग्रेस के ओबीसी विभाग प्रमुख का यह बयान भाजपा द्वारा राहुल गांधी को ओबीसी विरोधी के रूप में चित्रित करने के लिए उनके खिलाफ राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू करने के कुछ दिनों बाद आया है.
भाजपा 2019 में राहुल की उस टिप्पणी का जिक्र कर रही है कि जब उन्होंने भगोड़े नीरव मोदी, ललित मोदी के बारे में बात की और उसी भाषण में नरेंद्र मोदी के नाम का भी उल्लेख किया. 'कैसे सभी चोरों का सामान्य उपनाम मोदी है.'
राहुल के खिलाफ मानहानि का मुकदमा तब गुजरात के सूरत में एक भाजपा नेता द्वारा दायर किया गया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि राहुल ने पूरे ओबीसी समुदाय का अपमान किया है. स्थानीय अदालत ने 23 मार्च को राहुल को दोषी ठहराया और दो साल की जेल की सजा सुनाई.
लोकसभा सचिवालय ने 24 मार्च को सुनाई गई सजा को लेकर राहुल की सदस्यता रद्द कर दी थी. पूर्व सांसद ने ट्रायल कोर्ट के आदेश के खिलाफ सूरत की सत्र अदालत में अपील दायर की है. मामले की सुनवाई 13 अप्रैल को होगी.
जैसा कि कांग्रेस ने ओबीसी को लुभाने के उपायों की घोषणा की, पार्टी ने राहुल का बचाव करने और भाजपा को निशाना बनाने के लिए राजद नेता शरद यादव की बेटी सुभाषिनी यादव को भी तैनात किया.
सुभाषिनी यादव ने कहा कि 'हमारी पार्टी के अध्यक्ष के रूप में एक दलित है और ओबीसी समुदाय से दो मुख्यमंत्री हैं. क्या भाजपा हमें बता सकती है कि इस समुदाय से उसके पास कितने मुख्यमंत्री हैं? भाजपा हमारे नेता राहुल गांधी के खिलाफ ओबीसी कार्ड खेल रही है क्योंकि उन्होंने अडाणी पर सवाल पूछा था. लेकिन ओबीसी अब जागरूक हैं. वे जानते हैं कि केंद्र में सत्ता में आने के बाद से भाजपा ने उनके लिए कुछ नहीं किया.'
उन्होंने कहा कि 'ओबीसी समुदाय मेहनती है. अगर कुछ सदस्य चोर निकले हैं तो यह हमारे लिए शर्म की बात है. राहुलजी को निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वह पूछ रहे हैं कि देश का पैसा कहां गया.'
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