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Chaitra Navratri 2023 : नवरात्रि के नवें दिन इन उपायों से मिलेगी सुख-समृद्धि, कर्ज से भी मिलेगा छुटकारा

चैत्र नवरात्रि के नवें दिन ( Chaitra Navratri 2023 ) मां दुर्गा के नौवें स्वरूप सिद्धिदात्री ( Maa Siddhidatri ) की पूजा की जाती है. Chaitra Navratri 2023 . Navratri day 9 . Maa Siddhidatri .

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सिद्धिदात्री
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Published : Mar 29, 2023, 9:06 PM IST

Updated : Mar 30, 2023, 6:07 AM IST

चैत्र नवरात्रि के नवें दिन ( Chaitra Navratri 2023 ) मां दुर्गा के नौवें स्वरूप सिद्धिदात्री ( Maa Siddhidatri ) की पूजा की जाती है. मां सिद्धिदात्री का अर्थ है वो देवी जो अपने भक्तों को सफलता और मुक्ति का आशीर्वाद देती हैं. मां सिद्धिदात्री की पूजा अन्य सभी देवी-देवताओं, ऋषियों, यक्षों, किन्नरों, गंधर्वों, ऋषियों, भक्तों, राक्षसों और गृहस्थ आश्रम के निवासियों द्वारा की जाती है. Chaitra Navratri 2023 . Navratri Day 9 . Maa Siddhidatri .

मां सिद्धिदात्री कथा
माता सिद्धिदात्री की कथा के अनुसार, जब ब्रह्मांड पूरी तरह से अंधकारमय था, तब अंधकार में ऊर्जा की एक छोटी-सी किरण उभरी. समय के साथ इसकी चमक और तेज होती गई. धीरे-धीरे, इसने एक पवित्र दिव्य महिला का रूप धारण कर लिया. जब देवी सिद्धिदात्री पहली बार प्रकट हुईं, तो त्रिदेव, जिन्हें ब्रह्मा, विष्णु और महेश के नाम से भी जाना जाता है, का जन्म हुआ.भगवान शंकर (Lord Shankar ) ने सिद्धिदात्री माता की कृपा से आठ सिद्धियां प्राप्त कीं.मां सिद्धिदात्री की कृपा से भगवान शिव का शरीर दो भागों में विभाजित हो गया, इस प्रकार उनका नाम अर्धनारीश्वर पड़ा. माँ सिद्धिदात्री की एक और कहानी में, यह माना जाता है कि जब महिषासुर के अपराधों ने त्रिदेवों को परेशान किया, तो उन्होंने अपने तेज से सिद्धिदात्री माता की रचना की. तब देवी ने लंबे समय तक महिषासुर से युद्ध किया. अंततः महिषासुर मारा गया और तीनों लोक उसके अत्याचारों से मुक्त हो गए.

महानवमी पर सौभाग्य के लिए करें ये उपाय
महानवमी ( Mahanavmi )पर केसर की स्याही से दुर्गा अष्टोत्तरशतनाम को भोजपत्र पर लिखें.मां सिद्धिदात्री के 108 नामों का जाप करते हुए हवन करें. हवन के बाद उस भोजपत्र को चांदी में जड़ा कर और उसे माला (या ताबीज) के रूप में अपने शरीर पर धारण करें. या फिर पेटी-तिजोरी में रखें. इस उपाय को करने से आपकी आर्थिक समस्या दूर होगी और धन वापस मिलने की संभावना भी बढ़ जाएगी.

अगर आप कर्ज में डूबे हुए हैं तो ये उपाय जरूर अपनाएं.महानवमी पर हवन करते समय सप्तशती का जाप करते हुए आम अर्पित करें. इस उपाय से आपका अटका हुआ धन भी वापस मिल जाएगा. कर्ज से मुक्ति का दूसरा उपाय यह है कि हवन के बाद नौ कन्याओं को अपने घर बुलाकर उनकी पूजा करें और उन्हें खीर और भोजन कराएं. यदि आप महानवमी के दिन दुर्गा सप्तशती के बारहवें अध्याय के 21 श्लोक का सही उच्चारण और मनन करते हैं तो आपके करियर और व्यवसाय संबंधी समस्याएं दूर हो जाएंगी.

इसे भी देखें... Chaitra Navratri Puja Tips : चैत्र नवरात्रि की पूजा में रखिए इन 12 बातों का विशेष ध्यान, जरूर होगा आपका कल्याण

चैत्र नवरात्रि के नवें दिन ( Chaitra Navratri 2023 ) मां दुर्गा के नौवें स्वरूप सिद्धिदात्री ( Maa Siddhidatri ) की पूजा की जाती है. मां सिद्धिदात्री का अर्थ है वो देवी जो अपने भक्तों को सफलता और मुक्ति का आशीर्वाद देती हैं. मां सिद्धिदात्री की पूजा अन्य सभी देवी-देवताओं, ऋषियों, यक्षों, किन्नरों, गंधर्वों, ऋषियों, भक्तों, राक्षसों और गृहस्थ आश्रम के निवासियों द्वारा की जाती है. Chaitra Navratri 2023 . Navratri Day 9 . Maa Siddhidatri .

मां सिद्धिदात्री कथा
माता सिद्धिदात्री की कथा के अनुसार, जब ब्रह्मांड पूरी तरह से अंधकारमय था, तब अंधकार में ऊर्जा की एक छोटी-सी किरण उभरी. समय के साथ इसकी चमक और तेज होती गई. धीरे-धीरे, इसने एक पवित्र दिव्य महिला का रूप धारण कर लिया. जब देवी सिद्धिदात्री पहली बार प्रकट हुईं, तो त्रिदेव, जिन्हें ब्रह्मा, विष्णु और महेश के नाम से भी जाना जाता है, का जन्म हुआ.भगवान शंकर (Lord Shankar ) ने सिद्धिदात्री माता की कृपा से आठ सिद्धियां प्राप्त कीं.मां सिद्धिदात्री की कृपा से भगवान शिव का शरीर दो भागों में विभाजित हो गया, इस प्रकार उनका नाम अर्धनारीश्वर पड़ा. माँ सिद्धिदात्री की एक और कहानी में, यह माना जाता है कि जब महिषासुर के अपराधों ने त्रिदेवों को परेशान किया, तो उन्होंने अपने तेज से सिद्धिदात्री माता की रचना की. तब देवी ने लंबे समय तक महिषासुर से युद्ध किया. अंततः महिषासुर मारा गया और तीनों लोक उसके अत्याचारों से मुक्त हो गए.

महानवमी पर सौभाग्य के लिए करें ये उपाय
महानवमी ( Mahanavmi )पर केसर की स्याही से दुर्गा अष्टोत्तरशतनाम को भोजपत्र पर लिखें.मां सिद्धिदात्री के 108 नामों का जाप करते हुए हवन करें. हवन के बाद उस भोजपत्र को चांदी में जड़ा कर और उसे माला (या ताबीज) के रूप में अपने शरीर पर धारण करें. या फिर पेटी-तिजोरी में रखें. इस उपाय को करने से आपकी आर्थिक समस्या दूर होगी और धन वापस मिलने की संभावना भी बढ़ जाएगी.

अगर आप कर्ज में डूबे हुए हैं तो ये उपाय जरूर अपनाएं.महानवमी पर हवन करते समय सप्तशती का जाप करते हुए आम अर्पित करें. इस उपाय से आपका अटका हुआ धन भी वापस मिल जाएगा. कर्ज से मुक्ति का दूसरा उपाय यह है कि हवन के बाद नौ कन्याओं को अपने घर बुलाकर उनकी पूजा करें और उन्हें खीर और भोजन कराएं. यदि आप महानवमी के दिन दुर्गा सप्तशती के बारहवें अध्याय के 21 श्लोक का सही उच्चारण और मनन करते हैं तो आपके करियर और व्यवसाय संबंधी समस्याएं दूर हो जाएंगी.

इसे भी देखें... Chaitra Navratri Puja Tips : चैत्र नवरात्रि की पूजा में रखिए इन 12 बातों का विशेष ध्यान, जरूर होगा आपका कल्याण

Last Updated : Mar 30, 2023, 6:07 AM IST
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