पानीपत: सीबीआई के द्वारा जम्मू कश्मीर के पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक को सीबीआई ने नोटिस जारी का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. सत्यपाल मलिक के समर्थन में हरियाणा की खांप पंचायतों के उतरने का बाद अब भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप ने भी पूर्व राज्यपाल का समर्थन किया है. दिल्ली में पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक मामले में गिरफ्तारी के बाद पुलिस द्वारा छोड़े जाने के बाद गुरनाम चढूनी सीधे पानीपत के डाडोला गांव पहुंचे. जहां, उन्होंने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि देश के सम्मानित पदों पर रह चुके पूर्व गवर्नर की सरकार द्वारा गिरफ्तारी की निंदा करते हुए कहा कि सरकार ने क्रूरता की हदे पार की हैं, जो भी केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ बोलता है. सरकार उसको गिरफ्तार करके जेल में डाल देती है.
गुरनाम चढूनी ने केंद्र की मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दोबारा सरकार ने ऐसी कोशिश की तो सत्यपाल मलिक के लिये खून बहाने से भी पीछे नहीं हटेंगे. इसके साथ ही गुरनाम सिंह ने कहा कि, सत्यपाल मलिक के लिए गोली खानी पड़ी तो खाएंगे और फांसी चढ़ना पड़ा तो चढ़ जाएंगे, लेकिन पीछे नहीं हटेंगे. उन्होंने कहा कि आरएसएस लोगों को धर्म के नाम पर बांटने की कोशिश करती है, लेकिन हम उनको हरियाणा में पनपने नहीं देंगे. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी डाडोला गांव में भाकियू जिला सचिव नदीम गुज्जर के घर ईद की बधाई देने पहुंचे और भाकियू पदाधिकारियों सहित ग्रामीणों से मुलाकात की.
डाडोला गांव पहुंचने पर गुरनाम सिंह का फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया. उनके साथ भाकियू जिलाध्यक्ष सुधीर जाखड़ और सर्वजातीय जन पंचायत के अध्यक्ष सुरेंद्र अहलावत भी विशेष रूप से शिरकत की. गुरनाम चढूनी ने कहा कि आज पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक द्वारा पहले से निर्धारित किसान नेताओं और खाप प्रतिनिधियों के साथ मीटिंग तय थी और पुलिस द्वारा जिस तरीके से सत्यपाल मलिक और खुद चढूनी सहित अन्य खाप प्रतिनिधियों को बसों में भरकर अलग-अलग थाने में रखा गया और वहां प्रोग्राम के टेंट उखाड़े गए, जो कि बेहद शर्मनाक घटना है और किसानों व आमजनता में गुस्सा है.
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