नई दिल्लीः प्रधानमंत्री मोदी के राजीव गांधी पर दिये बयान पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस ने पीएम को बीमार मानसिकता का शिकार बताया है.
दरअसल पीएम मोदी ने शनिवार को अपनी चुनावी रैली में राजीव गांधी पर हमला बोला.
पीएम ने राहुल गांधी की तरफ इशारा करते हुए कहा था , 'आपके पिताजी को आपके राज दरबारियों ने गाजे बाजे के साथ मिस्टर क्लीन बना दिया था, लेकिन देखते ही देखते भ्रष्टाचारी के तौर पर उनका जीवनकाल समाप्त हो गया.
पीएम ने कहा था, ये देश गलतियां माफ करता है, लेकिन धोखेबाजी को कभी माफ नहीं करता.'
कांग्रेस ने पीएम मोदी के इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है.
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कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने तो मीडिया को संबोधित करते हुए यहां तक कह दिया कि पीएम मोदी एक मनोरोगी की तरह व्यवहार कर रहे हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता का कहना है कि, प्रधानमंत्री पराजय को नजदीक देखते हुए अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं और देश के एक दिवंगत प्रधानमंत्री के लिये ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर हैं . राजीव गांधी ने देश के लिये अपने प्राण न्योछावर कर दिये , अब उनको और क्या प्रमाणित करने की जरूरत है.
बता दें, पीएम ने राजीव गांधी का बिना नाम लिए बोफोर्स घोटाले की ओर इशारा किया था. और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे.
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पीएम के इस बयान के बाद प्रियंका गांधी की भी प्रतिक्रिया आई थी, जिसमें उन्होंने भी पीएम के बयान को सनक बताया.
वहीं, कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री मोदी को गुजरात में सरकार द्वारा आवंटित जमीन पर फिर से सवाल उठाते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री ये स्पष्ट करें कि आखिर कौन सा प्लॉट उनका है या इसमें भी कोई गड़बड़झाला है .
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने नामांकन में दाखिल हलफनामे में बताया कि गुजरात में एक जमीन के वो एक चौथाई के हिस्सेदार हैं लेकिन जिस जमीन में वो हिस्सेदारी बता रहे हैं वो चार भाजपा नेताओं को अलग अलग अलॉट हुए थे. जमीन के हिस्सेदारों में अरुण जेटली भी शामिल हैं .
अब इन चारों अलग अलग नेताओं के नाम पर आवंटित प्लॉट को एक साथ जोड़ कर कब बाउंड्री की गई और किस नियम के तहत की गई इस पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं .
इसके साथ ही पवन खेड़ा ने ये भी सवाल उठाये की भाजपा नेता मीनाक्षी लेखी ने सुप्रीम कोर्ट में दिये हलफनामे में कहा की ये प्लॉट मोदी को साल 2000 से पहले अलॉट किया गया क्योंकि 2000 के बाद कोई प्लॉट नहीं अलॉट किया गया . लेकिन जब नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री ही 2002 में बने और उसके बाद विधायक चुने गए तो फिर उनको 2000 से पहले कैसे गुजरात सरकार ने प्लॉट दे दिया ?
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि, पूरे मामले में सीधे-सीधे प्रधानमंत्री और भाजपा के झूठ का पर्दाफाश हो रहा है और इसलिये कांग्रेस कहती है कि चौकीदार चोर है.