ETV Bharat / bharat

Asian Games Trail Controversy: पहलवान विशाल कालीरमण के परिजनों ने बजरंग पूनिया का पुतला फूंका, डीसी को सौंपा ज्ञापन

Asian Games Trail Controversy: बुधवार को पहलवान विशाल कालीरमन के परिजनों ने हिसार में पहलवान बजरंग पूनिया का पुतला फूंक कर प्रदर्शन किया. पहलवान विशाल कालीरमन के परिजन एशियन गेम्स में पहलवान बजरंग पूनिया के बिना ट्रायल चयन का विरोध कर रहे हैं.

protest against bajrang punia
protest against bajrang punia
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 20, 2023, 6:47 PM IST

हिसार: एशियन गेम्स में पहलवान बजरंग पूनिया का बिना ट्रायल के चयन का मामला तूल पकड़ रहा है. बुधवार को पहलवान विशाल कालीरमन के परिजनों ने हिसार में बजरंग पूनिया का पुतला फूंक कर प्रदर्शन किया. सिसाय गांव हिसार में पहलवान विशाल कालीरमण के परिजन और समर्थक क्रांतिमान पार्क में इकट्ठा हुए. इसके बाद सभी ने पहलवान बजरंग पूनिया का विरोध किया.

ये भी पढ़ें- Asian Games Trial Controversy: पहलवान विशाल की चुनौती पर बोले बजरंग पुनिया, तुम्हारा चैलेंज स्वीकार, देश छोड़कर भागा नहीं हूं, कल से अनशन पर बैठेंगे कालीरमन के माता-पिता

हिसार में बजरंग के खिलाफ प्रदर्शन: क्रांतिमान पार्क हिसार से परिजन और पहलवान विशाल के समर्थकों ने हिसार लघु सचिवालय तक रोष मार्च निकाला और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा. परिजनों की मांग है कि बिना ट्रायल के बजरंग पूनिया एशियन गेम्स में ना भेजा जाए. सरकार और कुश्ती फेडरेशन को बजरंग और विशाल का ट्रायल करवाना चाहिए. ट्रायल में जो अच्छा करेगा. उसे एशियन गेम्स का टिकट देना चाहिए.

protest against bajrang punia
महिलाओं ने भी लिया प्रदर्शन में हिस्सा

पहलवान विशाल कालीरमण के बड़े भाई कृष्ण ने कहा कि हम काला दिवस मना रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम इसलिए धरना दे रहे हैं, ताकि छोटे बच्चों के साथ अन्य ना हो, लेकिन अब वो (बजरंग पूनिया) बच्चों का हक खा रहा है. कृष्ण ने कहा कि पहले तो बजरंग पूनिया ने धरने के जरिए सरकार पर दबाव बनाया और अब बिना ट्रायल के एशियन गेम्स खेलने जा रहा है. उन्होंने कहा कि हम न्याय मिलने तक धरना देंगे. जरूरत पड़ी तो कोर्ट जाएंगे.

मेरे बेटे के साथ अन्याय हो रहा है. 8 साल की उम्र से वो कुश्ती कर रहा है. अब जब मौका आया है, तो उसके साथ अन्याय हो रहा है. दिल्ली में पहलवानों के धरने पर मैं अपने परिवार को भी लेकर गई थी, लेकिन आज मेरे बेटे के ऊपर छुरी रख दी. मेरे बेटे के साथ न्याय होना चाहिए. पहले बजरंग पूनिया कुश्ती लड़े और फिर चला जाए. उसके लिए हमने इनाम भी रखा है. बेटे को न्याय दिलाने के लिए चाहे जो करना पड़े हम करेंगे.- राजबाला, पहलवान विशाल कालीरमन की मां

क्या है पूरा मामला? पहलवान विशाल कालीरमन और उनके परिजन बजरंग पूनिया को एशियन गेम्स में बिना ट्रायल के भेजने का विरोध कर रहे हैं. बजरंग की एंट्री से एशियन गेम्स में विशाल का सपना टूट गया है. विशाल कालीरमन स्टैंडबाई पहलवान के तौर पर क्वालीफाई कर चुके हैं. अगर बजरंग पूनिया नहीं जाते, तब उन्हें एशियन गेम्स का टिकट मिलता. इस वजह से विशाल ट्रायल की मांग कर रहे हैं, उनका कहना है कि जो भी जीतेगा, वो आगे जाएगा.

protest against bajrang punia
इस तरह के पोस्टरों को लेकर किया प्रदर्शन

एशियन गेम्स से पहले बजरंग और विशाल की कुश्ती की मांग: इससे पहले विशाल कालीरमन के भाई कृष्ण ने पहलवान बजरंग पूनिया और उनकी पत्नी पहलवान संगीता फोगाट को लेकर काफी कुछ कहा था. कृष्ण ने कहा कि बजरंग ने पहलवानों के प्रदर्शन को बेच दिया. अगर बजरंग इतना सक्षम है, तो उसे विशाल से कुश्ती लड़नी चाहिए. अगर वो (बजरंग पूनिया) जीते, तो मैं उसे नकद इनाम दूंगा.

ये भी पढ़ें- Asian Games Trial Controversy: एशियन गेम्स ट्रायल विवाद में हुई खाप पंचायत में हंगामा, बजरंग पुनिया मुर्दाबाद के लगे नारे, पहलवान कालीरमण के भाई और युवकों में हाथापाई

जिसके जवाब में बजरंग पूनिया ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर कहा कि बजरंग पूनिया ने विशाल के माता-पिता से अपील करते हुए कहा कि पहले वो अपने बच्चों को बोलना सिखाएं. बजरंग ने कहा कि सभी की बहन बेटी एक एक जैसी होती है, इनमें कोई फर्क नहीं है. आपके घर में भी बहन बेटी होगी, उनकी तरफ देखकर कोई बात बोलनी चाहिए.

तुम्हारा चैलेंज एशियन गेम्स के बाद एक्सेप्ट कर लेंगे. मैं कहीं जा नहीं रहा हूं. मैं देश छोड़कर नहीं भागा हूं. ना मैं मरा हूं और ना ही मेरा जमीर मरा है. तुम तो शुरू से ही बृजभूषण की जय-जयकार कर रहे हो. बजरंग पूनिया, अंतरराष्ट्रीय पहलवान

वहीं दूसरी तरफ विशाल कालीरमन के परिजनों का कहना है कि बजरंग पूनिया की वजह से उनका बेटा एशियन गेम्स नहीं खेल पाएगा. विशाल कालीरमन ने एशियन गेम्स की वजह से कड़ी मेहनत की है, लेकिन बजरंग पूनिया की बिना किसी ट्रायल के एशियन गेम्स में एंट्री हो गई है. जो कि सरासर गलत है. सिसाय गांव की पंचायत ने फैसला किया है कि एशियन गेम्स में जाने से पहले अगर बजरंग पूनिया विशाल को हरा देगा. तो पंचायत बजरंग पूनिया को 75 लाख रुपये का इनाम देगी.

हिसार: एशियन गेम्स में पहलवान बजरंग पूनिया का बिना ट्रायल के चयन का मामला तूल पकड़ रहा है. बुधवार को पहलवान विशाल कालीरमन के परिजनों ने हिसार में बजरंग पूनिया का पुतला फूंक कर प्रदर्शन किया. सिसाय गांव हिसार में पहलवान विशाल कालीरमण के परिजन और समर्थक क्रांतिमान पार्क में इकट्ठा हुए. इसके बाद सभी ने पहलवान बजरंग पूनिया का विरोध किया.

ये भी पढ़ें- Asian Games Trial Controversy: पहलवान विशाल की चुनौती पर बोले बजरंग पुनिया, तुम्हारा चैलेंज स्वीकार, देश छोड़कर भागा नहीं हूं, कल से अनशन पर बैठेंगे कालीरमन के माता-पिता

हिसार में बजरंग के खिलाफ प्रदर्शन: क्रांतिमान पार्क हिसार से परिजन और पहलवान विशाल के समर्थकों ने हिसार लघु सचिवालय तक रोष मार्च निकाला और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा. परिजनों की मांग है कि बिना ट्रायल के बजरंग पूनिया एशियन गेम्स में ना भेजा जाए. सरकार और कुश्ती फेडरेशन को बजरंग और विशाल का ट्रायल करवाना चाहिए. ट्रायल में जो अच्छा करेगा. उसे एशियन गेम्स का टिकट देना चाहिए.

protest against bajrang punia
महिलाओं ने भी लिया प्रदर्शन में हिस्सा

पहलवान विशाल कालीरमण के बड़े भाई कृष्ण ने कहा कि हम काला दिवस मना रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम इसलिए धरना दे रहे हैं, ताकि छोटे बच्चों के साथ अन्य ना हो, लेकिन अब वो (बजरंग पूनिया) बच्चों का हक खा रहा है. कृष्ण ने कहा कि पहले तो बजरंग पूनिया ने धरने के जरिए सरकार पर दबाव बनाया और अब बिना ट्रायल के एशियन गेम्स खेलने जा रहा है. उन्होंने कहा कि हम न्याय मिलने तक धरना देंगे. जरूरत पड़ी तो कोर्ट जाएंगे.

मेरे बेटे के साथ अन्याय हो रहा है. 8 साल की उम्र से वो कुश्ती कर रहा है. अब जब मौका आया है, तो उसके साथ अन्याय हो रहा है. दिल्ली में पहलवानों के धरने पर मैं अपने परिवार को भी लेकर गई थी, लेकिन आज मेरे बेटे के ऊपर छुरी रख दी. मेरे बेटे के साथ न्याय होना चाहिए. पहले बजरंग पूनिया कुश्ती लड़े और फिर चला जाए. उसके लिए हमने इनाम भी रखा है. बेटे को न्याय दिलाने के लिए चाहे जो करना पड़े हम करेंगे.- राजबाला, पहलवान विशाल कालीरमन की मां

क्या है पूरा मामला? पहलवान विशाल कालीरमन और उनके परिजन बजरंग पूनिया को एशियन गेम्स में बिना ट्रायल के भेजने का विरोध कर रहे हैं. बजरंग की एंट्री से एशियन गेम्स में विशाल का सपना टूट गया है. विशाल कालीरमन स्टैंडबाई पहलवान के तौर पर क्वालीफाई कर चुके हैं. अगर बजरंग पूनिया नहीं जाते, तब उन्हें एशियन गेम्स का टिकट मिलता. इस वजह से विशाल ट्रायल की मांग कर रहे हैं, उनका कहना है कि जो भी जीतेगा, वो आगे जाएगा.

protest against bajrang punia
इस तरह के पोस्टरों को लेकर किया प्रदर्शन

एशियन गेम्स से पहले बजरंग और विशाल की कुश्ती की मांग: इससे पहले विशाल कालीरमन के भाई कृष्ण ने पहलवान बजरंग पूनिया और उनकी पत्नी पहलवान संगीता फोगाट को लेकर काफी कुछ कहा था. कृष्ण ने कहा कि बजरंग ने पहलवानों के प्रदर्शन को बेच दिया. अगर बजरंग इतना सक्षम है, तो उसे विशाल से कुश्ती लड़नी चाहिए. अगर वो (बजरंग पूनिया) जीते, तो मैं उसे नकद इनाम दूंगा.

ये भी पढ़ें- Asian Games Trial Controversy: एशियन गेम्स ट्रायल विवाद में हुई खाप पंचायत में हंगामा, बजरंग पुनिया मुर्दाबाद के लगे नारे, पहलवान कालीरमण के भाई और युवकों में हाथापाई

जिसके जवाब में बजरंग पूनिया ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर कहा कि बजरंग पूनिया ने विशाल के माता-पिता से अपील करते हुए कहा कि पहले वो अपने बच्चों को बोलना सिखाएं. बजरंग ने कहा कि सभी की बहन बेटी एक एक जैसी होती है, इनमें कोई फर्क नहीं है. आपके घर में भी बहन बेटी होगी, उनकी तरफ देखकर कोई बात बोलनी चाहिए.

तुम्हारा चैलेंज एशियन गेम्स के बाद एक्सेप्ट कर लेंगे. मैं कहीं जा नहीं रहा हूं. मैं देश छोड़कर नहीं भागा हूं. ना मैं मरा हूं और ना ही मेरा जमीर मरा है. तुम तो शुरू से ही बृजभूषण की जय-जयकार कर रहे हो. बजरंग पूनिया, अंतरराष्ट्रीय पहलवान

वहीं दूसरी तरफ विशाल कालीरमन के परिजनों का कहना है कि बजरंग पूनिया की वजह से उनका बेटा एशियन गेम्स नहीं खेल पाएगा. विशाल कालीरमन ने एशियन गेम्स की वजह से कड़ी मेहनत की है, लेकिन बजरंग पूनिया की बिना किसी ट्रायल के एशियन गेम्स में एंट्री हो गई है. जो कि सरासर गलत है. सिसाय गांव की पंचायत ने फैसला किया है कि एशियन गेम्स में जाने से पहले अगर बजरंग पूनिया विशाल को हरा देगा. तो पंचायत बजरंग पूनिया को 75 लाख रुपये का इनाम देगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.