सैल्यूट! दिल जीत लेगी इस रेस्टोरेंट की कहानी, यहां मूक-बधिर संभालते हैं काम का जिम्मा
नई दिल्ली: दिल्ली है दिल वालों की! यह लाइन तो आपने बखूबी सुनी होगी लेकिन वाकई में यह कहा जा सकता है कि दिल्ली दिल वालों की है. दरअसल, यह बात हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि दिल्ली में कुछ ऐसे लोग हैं जो समाज को एक समान रूप देने के लिए प्रयास कर रहे हैं