पणजी: उप-निवेशवाद के विरोध में अजीबो-गरीब वाद्ययंत्र एक साथ बजाए गए
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तार वाले इन वाद्ययंत्रों में अनानास के फल के पत्ते लगा कर इन्हें एक रूप देने की कोशिश की गई है. ये अजीबोगरीब वाद्ययंत्र कलाकार सविंदर ब्यूल ने तैयार किए हैं. पणजी में चल रहे सेरेंडिपिटी आर्ट्स फेस्टिवल में 'द पाइनएप्पल ऑर्केस्ट्रा' में नौ ऐसे इंट्रूमेंट शामिल थे, जिन्हें संगीत में माहिर लोगों के साथ ही कुछ नौसिखियों ने भी बजाया. इंस्ट्रूमेंट एक साथ बजाते वक्त अजीब से स्वर सुनाई देते हैं. ऐसा अनानास के पत्तों के तारों से छूने की वजह से होता है. ओल्ड जीएमसी कॉम्प्लेक्स में अजनबियों के समूह ने संगीत तैयार करने की कोशिश से पहले करीब दो घंटे वाद्ययंत्र बजाने की प्रेक्टिस की. ब्यूल ने अनानास के टॉप को उप-निवेशवाद के प्रतीक के रूप में चुना, क्योंकि उप-निवेशवादी ही इसे दक्षिणी अमेरिका से यूरोप लाए थे. सेरेंडिपिटी आर्ट्स फेस्टिवल 23 दिसंबर तक चलेगा.