असम : लखौवा-बुरहाचपोरी जंगलों में जल्द दिखेंगे एक सींग वाले गैंडे - Lakhouva and Burhachapori
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काजीरंगा और मानस राष्ट्रीय उद्यानों के अलावा एक सींग वाले गैंडों को जल्द ही असम के लखौवा और बुरहाचपोरी वन्यजीव अभयारण्यों में देखा जा सकेगा. असम सरकार को मध्य असम में स्थित वन्यजीव अभयारण्यों में कम से कम 10 एक सींग वाले गैंडों को लाने के लिए हरी झंडी मिल गई है. राइनो ट्रांसलोकेशन प्रोजेक्ट को भारत राइनो विजन (IRV) 2020 प्रोजेक्ट के हिस्से के रूप में लिया गया था, जिसमें 2020 तक असम में एक सींग वाले राइनो की आबादी को 3000 तक बढ़ाने की मांग की थी. 2018 फरवरी में एक वयस्क राइनो ओरंग राष्ट्रीय उद्यान से लखौवा और बुरहाचपोरी वन्यजीव अभयारण्य में प्रवेश किया. हालांकि राइनो को कुछ शिकारियों द्वारा मार दिया गया था. लखौवा वन्यजीव अभयारण्य (70.1 वर्ग किलोमीटर) और बुरहापोरी वन्यजीव अभयारण्य (44.6 वर्ग किलोमीटर) उपयुक्त राइनो निवास के लिए जाने जाते हैं.