हैदराबाद: शरीर को स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए योग या जिम जाने के अलावा कसरत के और भी कई प्रकार हैं. जिनमें से कुछ ऐसे भी हैं जो कसरत के फायदे देने के साथ मनोरंजन भी करते हैं जैसे खेल तथा डांस. जुंबा एक ऐसा ही डांस वर्कआउट हैं जो आजकल देश विदेश में काफी ज्यादा ट्रेंड में है. खासतौर पर महिलाओं में इसे लेकर काफी रुझान देखा जाता है.
जुंबा एक डांस वर्कआउट है जिसे सम्पूर्ण सेहत के लिए काफी लाभकारी माना जाता है. एरोबिक्स की ही श्रेणी में आने वाले जुंबा को एक आदर्श कार्डियो व्यायाम माना जाता है, क्योंकि इसका नियमित अभ्यास दिल की सेहत को बनाए रखने में काफी मददगार होता है. इसके अलावा इसके नियमित अभ्यास से स्टेमिना तो बढ़ता ही है साथ ही वजन भी कम होता है. वहीं मांसपेशियों को स्वस्थ व लचीला बनाए रखने में भी यह काफी लाभकारी होता है.
इंदौर मध्यप्रदेश के जुंबा ट्रेनर महेश राणे बताते हैं कि जुंबा एक तरह का इंटरवल ट्रेनिंग सेशन है, जिसके दौरान स्लो और फास्ट दोनों तरह से एक्सरसाइज की जाती है. यानी वर्कआउट की शुरुआत धीमी गति से होती है तथा बाद में नृत्य/व्यायाम की गति काफी तेज हो जाती है.
जुंबा की खास बात यह है कि इसे करने के लिए किसी भी तरह के इक्यूपमेंट या प्रॉब की आवश्यकता नहीं होती है और इसे आसानी से घर पर भी किया जा सकता है. वह बताते हैं कि वैसे तो जुंबा में सभी तरह के डांस फॉर्म का अभ्यास किया जा सकता है. लेकिन आजकल लोगों में विशेषकर महिलाओं में बॉलीवुड जुंबा ज्यादा ट्रेंड में है. जिसमें बॉलीवुड के गीतों के साथ भांगड़ा भी फास्ट बिट्स पर किया जाता है.
वह बताते हैं कि जुंबा का नियमित अभ्यास सेहत को कई तरह से लाभ पहुंचाता हैं. यह मसल्स को रिलेक्स करने तथा उन्हे लचीला बनाने , कैलोरी बर्न करने, हृदय स्वास्थ्य को बढ़ाने और शरीर में संतुलन में सुधार करने, सभी अंगों व शरीर तथा मस्तिष्क के बीच समन्वय बेहतर करने में मदद करता है. वजन कम करने में तो यह काफी कारगर व्यायाम शैली मानी जाती है.
फिटनेस एक्सपर्ट्स तथा स्वास्थ्य जानकारों के अनुसार जुंबा वर्कआउट के कुछ खास फायदे इस प्रकार हैं.
- जुंबा वर्कआउट में काफी तेज गति से एक निर्धारित अवधि तक लगातार बिना रुके नृत्य किया जाता है. जिससे दिल तेजी से पम्प होता हैं. इससे धड़कन तेज होती है और ना सिर्फ रक्त में ऑक्सीजन का स्तर बेहतर होता है साथ ही शरीर में रक्त का प्रवाह भी बढ़ता है. जिससे हृदय तो स्वस्थ रहता ही है, वहीं धमनिया भी स्वस्थ रहती है और ब्लड प्रेशर भी नियंत्रण में रहता है. वहीं इससे सांसों की रिदम भी बेहतर होती है.
- माना जाता है कि अमूमन 30 मिनट तक जुंबा करने से 130 से 250 कैलोरी तथा एक घंटे में 500 से 800 कैलोरी तक बर्न हो सकती है. वहीं जुंबा में पूरे शरीर का व्यायाम होता है. ऐसे में इसके नियमित अभ्यास से अलग अलग अंगों से अतिरिक्त फैट भी कम होता है. नियमित जुंबा करने से वजन कम होने के साथ साथ बॉडी शेप में आती है तथा टोन भी होती है.
- जुंबा में एक निर्धारित अवधि तक लगातार नृत्य करना होता है, जिससे शरीर के सभी अंगों की मांसपेशियों पर जोर पड़ता है. इससे मांसपेशियों में लचीलापन बढ़ता है तथा उनमें मजबूती आती है. इसके अलावा जुंबा के नियमित अभ्यास से शरीर का स्टेमिना भी बढ़ता है. जिससे दिनभर में थकान कम लगती है तथा शरीर में ऊर्जा बनी रहती है.
- रोजाना जुंबा का अभ्यास स्ट्रेस या तनाव को भी कम करता है तथा मन को शांत व खुश रखता है. दरअसल इस वर्कआउट के दौरान लोगों को सोचने का मौका ही नहीं मिलता है. उस पर संगीत की लय पर डांस वर्कआउट के बाद शरीर में जरूरी मात्रा में हैप्पी हार्मोन का स्राव बढ़ता है. जिससे व्यक्ति को तनाव कम महसूस होता है, बल्कि कुछ समय के लिए वह उसका दिमाग सभी कुछ भूल जाता है. कुछ लोग यह भी मानते हैं कि कई लोगों के लिए यह वर्कआउट मेडिटेशन जैसे फायदे देता है.
- जुंबा के नियमित अभ्यास से मस्तिष्क व शरीर में कॉर्डिनेशन बेहतर होता है.
सावधानी जरूरी
महेश राणे बताते हैं कि जुंबा करने से पहले या करने के दौरान कुछ सावधानियों का ध्यान भी रखना जरूरी होता है. जैसे यदि किसी व्यक्ति को हड्डी या मांसपेशियों में किसी प्रकार की चोट लगी हो या किसी प्रकार की कोई सर्जरी हुई हो तो उसे इस वर्कआउट को शुरू करने से पहले चिकित्सक से सलाह जरूर लेनी चाहिए. यही नहीं इन परिस्थितियों का सामना करने वाले या किसी प्रकार के रोग का सामना कर रहे लोगों को भी इस वर्कआउट को करने से पहले तथा जुंबा करने के दौरान चिकित्सक द्वारा बताई गई तमाम सावधानियों का पालन करना चाहिए, जिससे अन्य परेशानियों से बचा जा सके.
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