आजकल के दौर में विशेषकर महिलाओं में जुम्बा फिटनेस शैली काफी प्रचलित है. शहरी क्षेत्रों में महिलाएं इस नृत्य आधारित व्यायाम शैली को ज्यादा प्राथमिकता देती हैं क्योंकि यह सेहत को तो फायदा पहुंचाती ही है साथ में नृत्य करने का मौका भी देती है.
दरअसल जुम्बा एक एरोबिक्स डांस फॉर्म है, जिससे एक घंटे में 500 से 800 कैलोरीज तक बर्न की जा सकती है. इसके अलावा न सिर्फ यह रक्तचाप को नियंत्रित रखता है, बोन डेंसिटी बढ़ाता है, बल्कि शरीर को शेप में रखने में भी मदद करता है.
इस व्यायाम शैली के बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए इंदौर के जुम्बा प्रशिक्षक संतोष एलेक बताते हैं कि जुम्बा कोई अलग प्रकार की नृत्य शैली नहीं है बल्कि इसमें बॉलीवुड से लेकर बेली डांस, सालसा, हिप-हॉप जैसी लगभग सभी नृत्य शैली शामिल हैं.
फिजियोंथेरेपिस्ट डॉ रेशमा मरवाह बताती हैं कि नियमित तौर पर जुम्बा करने से दिल की बीमारियों, मोटापा तथा थायरॉयड जैसी समस्याओं में काफी राहत मिलती है. इसके अलावा संगीत की धुन पर तेज रफ्तार नृत्य करने से शरीर लचीला, मन अच्छा तथा शांत व प्रसन्न रहता है. यही नहीं यह हमारे फेफड़ों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी मदद करता है. जुम्बा के कुछ अन्य फायदें इस प्रकार हैं.
कैलोरी बर्न होती है
जुम्बा का अभ्यास सिर्फ फैट ही नहीं बल्कि कैलोरी भी ज्यादा मात्रा में बर्न करने में सहायक होता है. जुम्बा करते समय शरीर की सभी मांसपेशिया सक्रिय होती हैं और दिल की धड़कन बढ़ जाती है. इसलिए इसे कार्डियो वर्कआउट की श्रेणी में भी रखा जाता है.
चूंकि इस फिटनेस प्रोग्राम में तेज गति से नृत्य करना होता है इसलिए अभ्यास के अंत तक अभ्यास कर्ता काफी थक जाता है. जुम्बा के एक घंटे के अभ्यास से लगभग 500 से 800 तक कैलोरी बर्न की जा सकती हैं.
मोटपा कम करने में करने में मददगार
जुम्बा का नियमित अभ्यास मोटापे से राहत दिलाने में काफी सफल रहता है. दरअसल इस व्यायाम शैली में शरीर के सभी अंगों की कसरत होती है. जिससे हर अंग का मांसपेशिया मजबूत तथा सुडौल होने लगती है . नतीजतन शरीर का अतिरिक्त फैट तो कम होता ही है साथ ही शरीर शेप में भी आता है.
फेफड़ों के लिए फायदेमंद
यह फिटनेस शैली एरोबिक्स श्रेणी में कैटेगरी में आती है. जुम्बा में तेज गति से नृत्य करने से हमारी श्वास लेने की प्रक्रिया की तेज तथा गहरी हो जाती है, जिससे हमारे फेफड़े ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं,और वे स्वस्थ रहते हैं. इसलिए जुम्बा को फेफड़ों के लिए भी अच्छा व्यायाम माना जाता है.
तनाव करें दूर
जुम्बा एक डांस वर्कआउट है, इसलिए जब इस फिटनेस कार्यक्रम के चलते जब व्यक्ति खुल कर नृत्य करता है तो उसका मन प्रसन्न होता है साथ ही उसका मूड भी अच्छा हो जाता है. जुम्बा का अभ्यास हमारे शरीर में बेहतर और खुश महसूस करवाने वाले हॉर्मोन सेरोटोनिन का उत्पादन बढ़ाने में मदद करता है. और जब हमारा मन अच्छ होता है तो उससे तनाव भी कम हो जाता है.
ऊर्जा व ताकत बढ़ाता है
जुम्बा वर्कआउट करते समय हमारी सभी मांसपेशियाँ सक्रिय होती है, जिससे उनमें रक्त प्रवाह भी बेहतर हो जाता है, उनमें मजबूती आती है और लचीलापन भी बढ़ जाता है. इसके अतिरिक्त जुम्बा के नियमित अभ्यास से शरीर में लगातार थकान जैसी समस्या में भी राहत मिलती है और शरीर में लंबे समय तक ऊर्जा बनी रहती है.
कई बीमारियों में फायदेमंद
जुम्बा करने से शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ जाता है जिससे हमारी रक्त धमनियां ज्यादा तेजी से कार्य करती हैं और उनमें रक्त का प्रवाह भी सही रहता है. जिसे चलते रक्तचाप, ह्रदय संबंधी समस्याओं तथा थायरॉयड आदि बीमारियों के होने की आशंका कम हो जाती है.