यूं तो ना सिर्फ हमारे देश में बल्कि विदेशों में भी धार्मिक या अन्य कारणों से कई समुदायों तथा संस्थाओं द्वारा शाकाहार का अनुसरण किया जाता है. लेकिन शाकाहार कि एक ऐसी श्रेणी भी है जिसमें ऐसा आहार जिसे जानवरों से प्राप्त किया जाता है, को स्वीकार नहीं किया जाता है. यह सिर्फ एक आहार शैली नहीं हैं बल्कि इसे एक जीवनशैली माना जाता है जिसे वीगनिज्म कहा जाता है. स्वास्थ्य और वातावरण दोनों को बेहतर बनाने में मददगार है वीगनिज्म जीवनशैली . World Vegan Day 1 November . Vegan lifestyle . Vegan Food .Veganism lifestyle . World Vegan Month November .
दुनिया भर में लोगों को पशु-आधारित उत्पादों की बजाय पेड़-पौधे से मिलने वाले आहार को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने तथा वीगनिज्म जीवनशैली को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने तथा इसे लेकर प्रचलित भ्रमों को दूर करने के उद्देश्य से दुनिया भर में 1 नवंबर को विश्व वीगन दिवस (World Vegan Day 1 November) तथा पूरे नवंबर माह को विश्व वीगन माह (World Vegan Month November) के रूप में मनाया जाता है.
विश्व वीगन दिवस का इतिहास व उद्देश्य
सर्वप्रथम 1 नवंबर, 1994 को यूके वीगन सोसाइटी (UK Vegan Society) की 50 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में विश्व वीगन दिवस मनाया गया था. इस अवसर पर यूके वीगन सोसाइटी के अध्यक्ष ने प्रतिवर्ष 1 नवंबर को विश्व वीगन दिवस के रूप मनाये जाने का फैसला लिया था. जिसके बाद से ही हर साल World Vegan Day 1 November तथा नवंबर माह को World Vegan Month के रूप में माना जाता है. गौरतलब है कि UK Vegan Society की स्थापना वर्ष 1944 के नवंबर माह में हुई थी.
वीगनिज्म का पालन करने वाल लोग मानते हैं कि जानवरों के प्रति क्रूरता कम करने के अलावा vegan lifestyle व्यक्ति के स्वास्थ्य और वातावरण दोनों को बेहतर बनाने में मदद करती है. यह तो सभी जानते हैं कि पेड़-पौधों से मिलने वाले आहार सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद होते हैं तथा कई प्रकार की बीमारियों से भी बचाते हैं. इसके अलावा इस तरह की जीवन शैली का पालन करने से मांस के सेवन से होने वाले रोगों के होने की आशंका भी कम होती है तथा यह कई दुर्लभ जानवरों की प्रजातियों को विलुप्त होने से भी रोकती है. लेकिन बड़ी संख्या में लोग मानते हैं कि वीगन आहार शरीर में पोषण की जरूरत को पूरा नहीं करते हैं. इसके अलावा भी वीगन आहार तथा वीगनिज्म जीवनशैली को लेकर लोगों में कई तरह के भ्रम व्याप्त हैं. यह आयोजन सिर्फ लोगों में सिर्फ वीगनिज्म को लेकर जागरूकता ही नहीं फैलाता है बल्कि उनमें वीगन आहार और उनके प्रभावों को लेकर व्याप्त भ्रमों को दूर करने का मौका भी देता है.
विश्व वीगन दिवस - विश्व वीगन माह
विश्व वीगन दिवस सिर्फ एक आयोजन नहीं है बल्कि यह पूरे एक माह तक चलने वाले आयोजन की शुरुआत भी है. हर साल 1 नवंबर से विश्व वीगन माह की शुरुआत भी मानी जाती है. पूरे महीने तक चलने वाले इस आयोजन में सिर्फ संस्थागत स्तर पर ही नहीं बल्कि सामूहिक व व्यक्तिगत स्तर पर भी कई तरह के आयोजन किए जाते हैं . वीगन सोसायटी इस महीने को " वीगन मूवमेंट (Vegan movement) पर प्रकाश डालने के समय" के रूप में वर्णित करती है. वहीं फार्म पशु अधिकार आंदोलन से जुड़े लोग इसे "पशुओं के प्रति करुणा और समझ का महीना" कहते हैं . इस अवसर पर चर्चाओं, गोष्ठियों, वीगन उत्पादों का प्रमोशन तथा ऐसे आयोजन किए जाते हैं जिसमें तरह-तरह के वीगन आहार परोसे जाते हैं.
क्या है वीगन आहार (What is vegan diet)
वैसे तो भारत तथा कई अन्य संस्कृतियों में कई लोग तथा समुदाय ऐसे शाकाहार के प्रवर्तक रहें हैं, जो आहार के लिए अन्य जानवरों को नुकसान पहुंचाने में विश्वास नहीं रखते थे. लेकिन वर्तमान समय में वीगनिज्म जीवनशैली सिर्फ सोच ही नहीं बल्कि फैशन या ट्रेंड का भी हिस्सा बनता जा रहा है. वीगन एक ऐसी शाकाहारी डाइट है जिसमें पशु या उससे प्राप्त होने वाले किसी भी प्रकार उत्पाद जैसे दूध, अंडा, मांस, पनीर या मक्खन जैसे डेयरी उत्पादों को खाने में शामिल नहीं किया जाता है. इस डाइट में सिर्फ पेड़ पौधों से मिलने वाले आहार जैसे सब्ज़ियां, फल, अनाज, बीज तथा सूखे मेवों को ही शामिल किया जाता है. जानकार मानते हैं कि इस तरह की शाकाहारी डाइट के कई फायदे हैं जैसे इस डाइट में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, इसमें संतृप्त वसा काफी कम होती है तथा कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है. इसके अलावा भी इसके कई फायदे हैं जो कई बीमारियों तथा शारीरिक अवस्थाओं में राहत दिलाते हैं.
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