बेहतर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर सिर्फ हिंदुस्तान में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में लोगों में इस वर्ष एक अलग ही प्रकार की जिज्ञासा और जागरूकता देखने को मिली. स्वस्थ शरीर की जरूरत वर्ष 2020 में हर व्यक्ति ने जाना और माना. इसलिए स्वास्थ्य को बेहतर करने तथा शरीर को सिर्फ कोरोना ही नहीं बल्कि प्रत्येक प्रकार के रोग और संक्रमणों से बचाने के लोगों ने अलग-अलग माध्यमों से विभिन्न जानकारियां लेकर उनका अनुसरण किया. जिसके चलते कुछ लोगों ने विशेष प्रकार की डाइट को अपनाया तो कुछ ने दिन प्रतिदिन के भोजन में अतिरिक्त पोषण प्रदान करने वाले खाद्य पदार्थों तथा सप्लीमेंट्स को शामिल किया. वजन तथा स्वास्थ्य दोनों को आदर्श रखने के लिए वर्ष 2020 में लोगों ने जिन प्रयासों को अपनाया, उनमें से कुछ इस प्रकार हैं.
डाइट
एक समय था जब लोग वजन घटाने या स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए अपनी सेहत की जरूरत के अनुरूप भिन्न भिन्न प्रकार की डाइट अपनाते थे. लेकिन आजकल स्वास्थ्य से ज्यादा फैशन के चलते लोग विभिन्न प्रकार की विशेष डाइट अपनाते हैं. इस वर्ष कोरोना से बचाव की उम्मीद लिए बहुत से लोगों ने लॉकडाउन के दौरान और उसके बाद भी अलग-अलग तरह की डाइट को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाया. हम आपको बताने जा रहे है वर्ष 2020 में चर्चित रही कुछ विशेष डाइट के बारे में-
- कीटो डाइट
आमतौर पर कीटो डाइट को सेलिब्रेटिज की पहली पसंद माना जाता है. हाई फैट व लो कार्ब्स वाली तेजी से वजन घटाने कर लिए प्रचलित कीटो डाइट, इस वर्ष आम जनता में भी काफी प्रसिद्ध रही. हालांकि साल के मध्य में एक क्षेत्रीय अभिनेत्री की मृत्यु का कारण इस विशेष डाइट को बताए जाने के उपरांत बुद्धिजीवियों और स्वास्थ्य जानकारों ने इस प्रकार की डाइट तथा उनके शरीर पर पड़ने वाले नकारात्मक असर से जुड़े मुद्दों को उठाया. साथ ही बिना चिकित्सीय सलाह के इन्हें अपनाए जाने की कड़ी नींदा भी की गई. लेकिन इसके बावजूद लोगों में इस डाइट को लेकर क्रेज खत्म नहीं हुआ. कीटो डाइट के बारे में जानकार बताते हैं की इसके कुछ साइड-इफैक्ट्स भी है जैसे लंबे समय तक पेट का खराब होना, शरीर में ऐंठन, जी मचलाना, घबराहट और आलस व सुस्ती. इस डाइट में अनाज, चीनी, ब्रेड, अल्कोहल, डेयरी व प्रोसेस्ड फूड्स से पूरी तरह परहेज करना पड़ता है.
इंटरमिटेंट फास्टिंग
वर्ष 2020 में इंटरमिटेंट फास्टिंग डाइट भी लोगों में काफी प्रचलित रही. जिसका विशेष कारण यह रहा की इसमें कोई अलग प्रकार को भोजन नहीं करना है, बल्कि जिसमें 14 से 18 घंटे तक व्रत रखना पड़ता है. इस विशेष डाइट में 12 घंटे में भी भोजन ग्रहण किया जा सकता है. लेकिन जरूरी है की व्रत में खाए जाने वाले भोजन में लो कार्ब्स , हाई प्रोटीन व फाइबर जैसे तत्वों की मात्रा ज्यादा हो. वजन घटाने के साथ यह डाइट दिल की बीमारियों का खतरा भी कम करती है. लॉकडाउन के दौरान इंटरमिटेंट फास्टिंग को सिर्फ महिलाओं ही नहीं बल्कि पुरुषों ने भी बड़ी संख्या में अपने दिनचर्या में शामिल किया.
- मिलिट्री डाइट
लो कैलोरी वाली 'मिलिट्री डाइट' भी वर्ष 2020 में काफी प्रचलित रही क्योंकि इस विशेष डाइट को हफ्ते में सिर्फ 3 दिन ही फॉलो करना होता है. यानि हफ्ते में तीन दिन परहेज और बाकी 4 दिन सामान्य भोजन खाया जा सकता है. इस डाइट में पहले तीन दिन 1100-1200 से कम कैलोरी और अगले 4 दिन 1800 कैलोरी लेनी होती है. इस विशेष डाइट की मदद से 3 दिनों में ही कम से कम 2 किलो वजन घटाने में मदद मिलती है.
- सर्टफूड डाइट
सर्टफूड डाइट को कोरोना के लिहाज से बेहतरीन डाइट माना जा सकता है, क्योंकि इस डाइट को अपनाने से शरीर का फैट बर्न होता है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है. सर्टफूड डाइट में ग्रीन-टी, हल्दी, सेब, पार्स्ली, खट्टे फल, ब्लूबैरी, सोया, डार्क चॉकलेट, केल तथा जैतून तेल जैसी सर्टफूड्स लेने होते हैं, जो शरीर में सर्टूइन्स प्रोटीन को जाग्रत करते हैं. सर्टूइन्स प्रोटीन हमारे शरीर में पाचन, इंफ्लेमेशन और त्वचा पर बढ़ती उम्र का प्रभाव दिखाने वाले सेल्स की रक्षा करता है.
इन अतिरिक्त मधुमेह के रोगियों के लिए आदर्श कही जाने वाली पालेओ डाइट, सेलिब्रिटी डाइट माने जाने वाली एटकिंस डाइट तथा विशेषकर हाई ब्लड प्रेशर, दिल के रोग तथा मोटापा जैसे को- मोरबिट रोगों से पीड़ित रोगियों के लिए बेहतर मानी जाने वाली डैश डाइट की काफी चर्चा में रही.
पोषण
कहावत है की जैसा खाए अन्न वैसा हो जाए मन , यानि हमारा भोजन हमारे व्यवहार को प्रभावित करता है. भोजन सिर्फ मन ही नहीं बल्कि तन को भी प्रभावित करता है. यह सिर्फ कहावत ही नहीं है बल्कि चिकित्सक भी इससे पूरी तरह इत्तेफाक रखते हैं. कोविड-19 से बचाव को लेकर एलोपेथिक तथा आयुर्वेदिक चिकित्सकों तथा पोषण विशेषज्ञों ने सभी लोगों को प्रोटीन, विटामिन तथा सभी प्रकार के पोशाक तत्वों से भरपूर भोजन के अलावा अतिरिक्त सप्लीमेंट्स को भी अपनाने की सलाह दी. जिसके चलते लोगों ने नियमित भोजन में विटामिन सी तथा डी सहित अन्य सप्लीमेंट्स तथा विशेष भोज्य पदार्थों को शामिल किया है.
वजन कम करने तथा स्वास्थ्य बेहतर बनाए रखने के लिए जहां कुछ लोगों ने इस वर्ष विशेष डाइट को अपनाया, वहीं ज्यादातर लोगों ने पारंपरिक तरीकों तथा चिकित्सकों के सलाह मान कर अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का प्रयास किया. वर्ष 2020 में शरीर को रोग से बचाने तथा स्वस्थ रखने के लिए जिन भोज्य तथा पेय पदार्थों को लोगों ने सबसे ज्यादा अपनाया और उन्हें अपनाने के क्या कारण रहे, उनकी जानकारी इस प्रकार है.
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने तथा स्फूर्ति बढ़ाने के लिए
जिन लोगों के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है उन्हे कोरोना का खतरा कम होता है. इस तथ्य से आज हर कोई वाकिफ है. इसलिए इस साल लोगों ने अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए अपने भोजन में ऐसे भोज्य पदार्थों विशेषकर फलों की मात्रा को बढ़ाया, जिनसे शरीर को सामान्य से ज्यादा पोषक तत्व मिलें. आंवला, मौसम्बी, संतरा, अनार और सेब के साथ लोगों ने अपनी डाइट में हरी सब्जियों, दालों और सूप की मात्रा बढ़ाई. भोजन के अलावा लोगों ने तुलसी, दालचीनी, लौंग, कालीमिर्च और अदरक के साथ हल्दी वाले दूध, लहसुन की कलियों, अलसी तथा अजवायन आदि के उपयोग को बढ़ाया. वहीं चिकित्सकों की सलाह पर विटामिन सी तथा डी के अतिरिक्त मल्टीविटामिन, प्रोटीन, मिनरल तथा जिंक के अतिरिक्त सुपलीमेंट्स का नियमित सेवन शुरू किया.
- अनिन्द्रा से बचाव के लिए
कोरोना तथा लॉकडाउन के चलते लोगों को तनाव और अवसाद सहित बहुत सी मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिनमें से अनिन्द्रा भी एक है. इस समस्या से बचने तथा इसके उपचार के लिए लोगों ने सोने से पहले साधारण गरम या हल्दी वाले दूध, सुबह सबसे पहले भीगे हुए सूखे मेवों का सेवन, विशेष प्रकार की ग्रीन टी, वसा युक्त मछली तथा कीवी जसे फलों के सेवन को अपने खाने- पीने की आदतों में शामिल किया.
- मूड को खुशनुमा रखने के लिए
हमारा भोजन सिर्फ हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को ही बेहतर नहीं करता है, बल्कि हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डालता है और इस वर्ष तो वैसे भी कोरोना और उसके चलते उत्पन्न परिसतिथियों के चलते आमजन में बड़ी संख्या में तनाव, चिड़चिड़ापन तथा अवसाद जैसी मानसिक समस्याएं देखने में आई. इस समस्याओं के प्रभाव को कम करने के तथा मन को प्रसन्न करने के उद्देश्य से हैप्पी डाइट कही जाने डार्क चॉकलेट, साधारण तथा फ्लेवर्ड दही, विभिन्न प्रकार की ग्रीन टी, कॉफी, केसर युक्त पेय तथा खाद्य पदार्थ, तथा सूखे मेवों का सेवन करें.