बच्चे के जन्म के तत्काल बाद से ही दूध को उसके लिए जरूरी आहार माना जाता है. यही नही और विकास के हर दौर में उसके नियमित आहार में दुध को प्रमुखता से शामिल किया जाता है क्योंकि वह उनकी सम्पूर्ण पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करता है. सिर्फ बच्चों ही नही बल्कि दुनिया के लगभग सभी देशों में वयस्कों के लिए भी नियमित रूप से दूध पीने को फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि यह कैल्शियम सहित कई पोषक तत्वों का प्रमुख स्त्रोत्र होता है और हर उम्र में शरीर व मस्तिष्क के विकास में पहुंचाता है. सभी दूध के फ़ायदों को जानते तथा मानते भी हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दूध सिर्फ पोषण और विकास के नजरिए से ही फायदेमंद नही होता है बल्कि यह कई शारीरिक रोगों से लड़ने के लिए शरीर को मजबूत भी बनाता है!
एक हालिया शोध में सामने आया है कि रोजाना दूध पीने से दिल की बीमारियाँ होने का खतरा कम रहता है, साथ ही शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी नियंत्रित रहता है.
दिल की बीमारियों का खतरा 14% तक कम
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ओबेसिटी में प्रकाशित एक शोध में पाया गया कि नियमित रूप से पर्याप्त मात्रा में दूध पीने वाले लोगों में अच्छे और बुरे दोनों तरह के कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है. तथा रोजाना दूध पीने वालों में दिल की बीमारी या हार्ट अटैक होने का खतरा 14% तक कम होता है.
यूनिवर्सिटी ऑफ रीडिंग, यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ ऑस्ट्रेलिया, सदर्नऑस्ट्रेलियन हेल्थ एंड मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट, यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन और यूनिवर्सिटी ऑफ ऑकलैंड के शोधकर्ताओं द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस शोध में लगभग 20 लाख अमेरिकी और ब्रिटिश नागरिकों का डेटा एकत्रित किया गया था. ये शोध उस रिसर्च के बाद आया है जिसमें डेयरी प्रोडक्ट्स के सेवन को सेहत के लिए हानिकारक बताया गया था.
यूनिवर्सिटी ऑफ रीडिंग में पोषण विशेषज्ञ और शोधकर्ताओं में से एक प्रोफेसर विमल करानी ने शोध के निष्कर्षों में बताया है कि दिल की बीमारियों से बचाव के लिए हेल्दी डाइट में दूध को शामिल किया जा सकता है.
लेकिन इस शोध में यह भी बताया गया है कि दूध के सेवन अच्छे व बुरे कोलेस्ट्रॉल , दोनों कम होते हैं लेकिन इसके चलते दूध के इस्तेमाल से कार्डियो-वैस्कुलर बीमारी होने के जोखिम के बारें में स्पष्टता से नही बताया जा सकता है. शोध में शामिल नियमित रूप से दूध पीने वालों में बॉडी मास इंडेक्स और शरीर के फैट में थोड़ी बढ़ोतरी भी मिली थी.
शोध में इस बात का पता चला है कि जो लोग रोजाना एक ग्लास दूध का सेवन करते हैं, उनमें दिल के दौरे का खतरा लगभग 14 % तक कम होता है. हालांकि पहले हुए कुछ शोधों में माना गया है कि सैचुरेटेड फैट दिल की बीमारी के जोखिम को बढ़ा सकते हैं, लेकिन इस शोध में माना गया है सैचुरेटेड फैट में भरपूर होने के बावजूद दूध स्वास्थ्य को उस तरह से प्रभावित नहीं करता हैं जैसे वसा युक्त आहार तथा मांसाहार करते हैं.
दूध में मिलने वाले पोषक तत्व
यह तो रही इस शोध की बात . आयुर्वेद में भी दूध को सम्पूर्ण आहार माना जाता है. मान्यता है कि हर उम्र में नियमित रूप से गर्म दूध का सेवन करने से न सिर्फ सेहत दुरुस्त रहती है बल्कि कई बीमारियों का खतरा भी कम होता है. गौरतलब है कि दूध में प्रोटीन, वसा, कैलोरी, कैल्शियम, विटामिन डी, बी-2, बी-12, पोटेशियम, फास्फोरस और सेलेनियम जैसे तमाम पोषक तत्व पाए जाते हैं. आयुर्वेद के अनुसार नियमित रूप से दूध का सेवन करने के कुछ फायदे इस प्रकार हैं.
- दांत और हड्डियां मजबूत बनती हैं
- बालों का स्वास्थ्य बेहतर होता है और सौन्दर्य बढ़ता है.
- मांसपेशियों का विकास सही तरह से होता है
- रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रखता है.
- पाचन को दुरुस्त रखता है.
- शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है तथा व्यक्ति कम थकावट महसूस करता है.
- अच्छी नींद का कारण बनता है.
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