महामारी पर काबू पा लेने के बाद भी चीन में वायरस से बचाव के लिए सतर्कता बरती जा रही है. हाल के दिनों में चीन के विभिन्न प्रांतों में स्कूल खुल गए हैं, जिसके चलते कई महीनों के बाद स्कूल परिसर में छात्र-छात्राओं की गहमागहमी देखी जा सकती है. हालांकि शिक्षा मंत्रालय के निदेशों के तहत स्कूल प्रशासन वायरस के प्रसार को रोकने के लिए तैयार हैं. फिर से वायरस का संक्रमण ना हो इसके लिए स्कूलों में खास इंतजाम किए गए हैं.
यहां बता दें कि कोविड-19 महामारी के चलते दुनिया भर में पढ़ाई प्रभावित हुई है, चीन भी इससे अछूता नहीं है. हालांकि चीन ने अन्य देशों की तुलना में इस स्वास्थ्य संकट पर जल्दी काबू पा लिया है, बावजूद इसके बचाव व सतर्कता के उपायों में कोई कमी नहीं की गयी है.
गौरतलब है कि शिक्षा मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने पिछले महीने दिशा-निर्देश जारी किए थे, जिसके तहत नए समेस्टर के लिए स्कूलों को खोलने से पहले महामारी रोधी उपाय पूरे करने को कहा गया था.
इसे देखते हुए स्कूलों में हर रोज विभिन्न स्थानों पर छात्रों के तापमान की जांच करने के अलावा हेल्थकोड भी चेक किया जाता है. इसके साथ ही छात्रों के स्वास्थ्य स्थिति की रिपोर्ट भी बनायी जाती है. जबकि सार्वजनिक क्षेत्रों को बार-बार कीटाणुशोधन किया जाता है. इसके अलावा स्कूलों में छात्रों, शिक्षकों समेत सभी कर्मचारियों को मास्क पहनने होते हैं.
बीजिंग के छाओयांग प्रायोगिक प्राइमरी स्कूल के प्रिंसिपल छन लीहुआ ने कहा, प्राइमरी स्कूलों के बच्चों को बड़े छात्रों के विपरीत, मास्क पहनने की आदत डालने के लिए अधिक समय की आवश्यकता होती है, इसलिए स्कूल ने पूरी कोशिश की है कि छात्र बाहर जाकर अपने मास्क उतार सकें.
इसके साथ ही संगीत, चित्रकला और विज्ञान की कक्षाओं को खुली जगहों पर लगाया जा रहा है. क्लास के शेड्यूल को फिर से डिजाइन किया गया है ताकि प्रत्येक 40 मिनट की इनडोर कक्षा में कम से कम 20 मिनट का ब्रेक और एक आउटडोर क्लास हो.
उधर राजधानी बीजिंग स्थित पेकिंग विश्वविद्यालय में जनरल सर्विस ऑफिस के उप प्रमुख चांगयोंग के मुताबिक, हालांकि चीन ने महामारी पर काफी हद तक नियंत्रण पा लिया है, लेकिन विश्वविद्यालय ने छात्रों और शिक्षकों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए कड़े महामारी रोधी उपाय लागू किए हैं.