दक्षिण सूडान और कांगो गणराज्य में कोविड-19 चुनौती से निपटने को लेकर संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के शांति अभियानों के तहत चिकित्सा सुविधाओं को मजबूत करने के लिए भारतीय विशेषज्ञों की दो टीमें भेज रहा है. भारत के यूएन मिशन ने यह जानकारी दी.
मिशन ने शुक्रवार को कहा कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के अनुरोध पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने उन देशों में कोविड-19 से निपटने के लिए भारतीय शांति मिशन के सैनिकों द्वारा प्रबंधित अस्पताल सुविधाओं को बढ़ाने के लिए सहयोग देने का आग्रह किया है.
भारत ने कहा, 'इस अनुरोध का हमने स्वागत किया है.' और उसने बताया कि 15 विशेषज्ञों की एक टीम इस महीने के अंत में कांगो के गोमा जाएगी, जहां जनवरी 2005 से भारत द्वारा चलाए जा रहे अस्पताल में पहले से ही 18 विशेषज्ञों सहित 90 भारतीय हैं.
संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के लिए मुख्य कमांड और नियंत्रण केंद्र 'मोनुस्को' गोमा में स्थित है. मोनुस्को में 2,030 भारतीय शांति सैनिक तैनात हैं.
15 विशेषज्ञों की एक अन्य टीम दक्षिण सूडान के जुबा जाएगी, जहां दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र मिशन (यूएनएमआईएसएस) के साथ 2016 से चलाए जा रहे भारतीय अस्पताल में 12 विशेषज्ञों सहित 77 भारतीय हैं, जिसमें 2,420 भारतीय शांति सैनिक हैं.