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कैसी होनी चाहिए स्तनपान कराने वाली माता की खुराक : राष्ट्रीय पोषण माह 2020 विशेष - Nutritious diet

6 महीने तक की आयु वाले बच्चों के लिए जितना मां का दूध जरूरी होता है, उतना ही जरूरी स्तनपान करवाने वाली मां के स्वास्थ्य के लिए पोषक भोजन. यदि मां पोषक व संतुलित आहार ग्रहण करेगी, तभी उनका शरीर भी स्वस्थ रहेगा और बच्चे के शरीर की दूध की जरूरत को पूरा कर पाएगा.

Lactating mother's diet
स्तनपान कराने वाली मां का आहार
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Published : Sep 3, 2020, 11:58 AM IST

Updated : Sep 4, 2020, 9:53 AM IST

मां का दूध बच्चों के लिए वरदान होता है, जो ना सिर्फ उनके शारीरिक विकास के लिए जरूरी होता है, बल्कि उन्हें कई बीमारियों से भी बचाता है. लेकिन किसी कारणवश यदि मां के शरीर में दूध का निर्माण पर्याप्त मात्रा ना हो पाए, तो बच्चे के विकास में परेशानियां उत्पन्न हो सकती है. इसीलिए बहुत जरूरी है की स्तनपान कराने वाली माता का भोजन पोषक तत्वों से भरा हो. एएमडी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज, हैदराबाद में प्रोफेसेर तथा एमडी आयुर्वेद डॉ. राज्यलक्ष्मी माधवम ने ETV भारत सुखीभवा टीम के साथ चर्चा करते हुए बताया कि बहुत जरूरी है की गर्भावस्था से लेकर बच्चे के जन्म और उसके बाद भी माता के भोजन तथा उसके स्वास्थ्य का अच्छे से ध्यान रखा जाए. जिसके लिए गर्भकाल से ही उसे विशेष डाइट का पालन करना चाहिए जो प्रोटीन, विटामिन और मिनरल आदि पोषक तत्वों से भरपूर हो.

कैसा हो मां का भोजन

डॉ. राज्यलक्ष्मी माधवम बताती है की आयुर्वेद के अनुसार गर्भावस्था में मां को दूध, घी तथा मक्खन सहित ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए जो शरीर में रस धातु को बढ़ावा दे. क्योंकि रस धातु के कारण ही माता के शरीर में दूध का निर्माण होता है. वहीं शिशु के जन्म के उपरांत माता की खुराक संतुलित तथा सुपाच्य होनी चाहिए. दूध पिलाने वाली माता के लिए लाभदायक कुछ खास आहार इस प्रकार है:

  • मेथी दाना

मेथी दाना ओमेगा-3 फैटी ऐसिड से भरपूर होता है. साथ ही यह बच्चे के दिमाग के विकास के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. यह माताओं के शरीर में दूध निर्माण में भी मदद करता है. इन्ही विशेष गुणों के चलते भारतीय घरों में बच्चे के जन्म के उपरांत नई माताओं को मेथी के लड्डू बनाकर खिलाए जाते हैं.

  • फल

स्तनपान कराने वाली मां को भरपूर मात्रा में स्वदेशी फल खाने चाहिए, विशेषकर अनार. क्योंकि अनार खून को साफ करने के साथ ही शरीर में आयरन बढ़ाता है. लेकिन ध्यान रहे कि आप ठंड के दिनों में फलों के जूस का सेवन ना करें, क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है और इससे आपके शिशु को भी ठंड लग सकती है.

  • पानी

स्तनपान कराने वाली मांओं को दिनभर खूब पानी पीना चाहिये, क्योंकि दूध बनने की वजह से उनके शरीर में पानी की कमी हो सकती है. ऐसी अवस्था में शरीर में पानी की कमी से बचने के लिये दिनभर में कम से कम आठ से दस गिलास पानी पीना चाहिए. एक साथ पीने की बजाय यदि थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पिया जाए, तो वह ज्यादा बेहतर होगा.

  • सौंफ

स्तनपान कराने वाली महिलाएं सौंफ की चाय या सौंफ का पानी पी सकती हैं. आप पानी को उबाले और फिर उसमें सौंफ के कुछ दाने डाल दें, ताकि पानी में सौंफ के गुण भी आ जाए और पानी कड़वा भी ना लगे. इसके अलावा दूध के साथ सौंफ का चूर्ण लेना भी फायदेमंद होता है. इसे पीने से स्तनपान करवाने वाली मां के शरीर में हार्मोन्स की मात्रा बढ़ती है, जिससे दूध बनने की प्रक्रिया तेज होती है और इसे पीने से दूध गाढ़ा होता है.

  • सूखे मेवे

मां का दूध शिशु के लिए संपूर्ण आहार होता है, ऐसे में स्तनपान कराने वाली मां बच्चे को अतिरिक्त पोषण देने के लिए काजू , बादाम, किशमिश, आदि सूखे मेवे खा सकती है. 10 से 15 बादाम रातभर पानी में भिगोएं और फिर सुबह इन्हे पीसकर दूध में मिलाकर पी सकती है. बादाम में विटामिन ए, डी और ई मौजूद होता हैं, जिससे शरीर की कमजोरी दूर होगी और आपको ऊर्जा या शक्ति मिलने में मदद मिलेगी.

  • नारियल पानी

नारियल पानी में कई गुण होते है और यह स्तनपान करवाने वाली मां के लिए बेहद फायदेमंद है. इसे पीने से ना केवल मां का दूध बढ़ता है, बल्कि इससे मां और शिशु, दोनों में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है. नारियल पानी में मौजूद कैल्शियम, सोडियम, विटामिन सी, पोटैशियम जैसे पोषक तत्व मां और शिशु दोनों के लिए लाभकारी होते है. नारियल पानी के साथ ही नारियल का दूध भी फायदेमंद होता है.

  • अदरक व लहसुन

हमारी रसोई में मिलने वाली ये दोनों ही चीजे ना सिर्फ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है, बल्कि पाचन को भी दुरुस्त रखती हैं.

  • मसालें

हमारी रसोई में सरलता से मिलने वाले काली मिर्च, जीरा, अजवायन, हल्दी, दालचीनी और जायफल जैसे मसालें बहुत से औषधीय गुण लिए हुए होते है. जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही शरीर को कई बीमारियों से भी बचाते हैं.

  • तिल

तिल कैल्सियम से भरपूर होता है. ये माता और शिशु दोनों की ही हड्डियों को मजबूत करने का कार्य करता है.

मां का दूध बच्चों के लिए वरदान होता है, जो ना सिर्फ उनके शारीरिक विकास के लिए जरूरी होता है, बल्कि उन्हें कई बीमारियों से भी बचाता है. लेकिन किसी कारणवश यदि मां के शरीर में दूध का निर्माण पर्याप्त मात्रा ना हो पाए, तो बच्चे के विकास में परेशानियां उत्पन्न हो सकती है. इसीलिए बहुत जरूरी है की स्तनपान कराने वाली माता का भोजन पोषक तत्वों से भरा हो. एएमडी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज, हैदराबाद में प्रोफेसेर तथा एमडी आयुर्वेद डॉ. राज्यलक्ष्मी माधवम ने ETV भारत सुखीभवा टीम के साथ चर्चा करते हुए बताया कि बहुत जरूरी है की गर्भावस्था से लेकर बच्चे के जन्म और उसके बाद भी माता के भोजन तथा उसके स्वास्थ्य का अच्छे से ध्यान रखा जाए. जिसके लिए गर्भकाल से ही उसे विशेष डाइट का पालन करना चाहिए जो प्रोटीन, विटामिन और मिनरल आदि पोषक तत्वों से भरपूर हो.

कैसा हो मां का भोजन

डॉ. राज्यलक्ष्मी माधवम बताती है की आयुर्वेद के अनुसार गर्भावस्था में मां को दूध, घी तथा मक्खन सहित ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए जो शरीर में रस धातु को बढ़ावा दे. क्योंकि रस धातु के कारण ही माता के शरीर में दूध का निर्माण होता है. वहीं शिशु के जन्म के उपरांत माता की खुराक संतुलित तथा सुपाच्य होनी चाहिए. दूध पिलाने वाली माता के लिए लाभदायक कुछ खास आहार इस प्रकार है:

  • मेथी दाना

मेथी दाना ओमेगा-3 फैटी ऐसिड से भरपूर होता है. साथ ही यह बच्चे के दिमाग के विकास के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. यह माताओं के शरीर में दूध निर्माण में भी मदद करता है. इन्ही विशेष गुणों के चलते भारतीय घरों में बच्चे के जन्म के उपरांत नई माताओं को मेथी के लड्डू बनाकर खिलाए जाते हैं.

  • फल

स्तनपान कराने वाली मां को भरपूर मात्रा में स्वदेशी फल खाने चाहिए, विशेषकर अनार. क्योंकि अनार खून को साफ करने के साथ ही शरीर में आयरन बढ़ाता है. लेकिन ध्यान रहे कि आप ठंड के दिनों में फलों के जूस का सेवन ना करें, क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है और इससे आपके शिशु को भी ठंड लग सकती है.

  • पानी

स्तनपान कराने वाली मांओं को दिनभर खूब पानी पीना चाहिये, क्योंकि दूध बनने की वजह से उनके शरीर में पानी की कमी हो सकती है. ऐसी अवस्था में शरीर में पानी की कमी से बचने के लिये दिनभर में कम से कम आठ से दस गिलास पानी पीना चाहिए. एक साथ पीने की बजाय यदि थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पिया जाए, तो वह ज्यादा बेहतर होगा.

  • सौंफ

स्तनपान कराने वाली महिलाएं सौंफ की चाय या सौंफ का पानी पी सकती हैं. आप पानी को उबाले और फिर उसमें सौंफ के कुछ दाने डाल दें, ताकि पानी में सौंफ के गुण भी आ जाए और पानी कड़वा भी ना लगे. इसके अलावा दूध के साथ सौंफ का चूर्ण लेना भी फायदेमंद होता है. इसे पीने से स्तनपान करवाने वाली मां के शरीर में हार्मोन्स की मात्रा बढ़ती है, जिससे दूध बनने की प्रक्रिया तेज होती है और इसे पीने से दूध गाढ़ा होता है.

  • सूखे मेवे

मां का दूध शिशु के लिए संपूर्ण आहार होता है, ऐसे में स्तनपान कराने वाली मां बच्चे को अतिरिक्त पोषण देने के लिए काजू , बादाम, किशमिश, आदि सूखे मेवे खा सकती है. 10 से 15 बादाम रातभर पानी में भिगोएं और फिर सुबह इन्हे पीसकर दूध में मिलाकर पी सकती है. बादाम में विटामिन ए, डी और ई मौजूद होता हैं, जिससे शरीर की कमजोरी दूर होगी और आपको ऊर्जा या शक्ति मिलने में मदद मिलेगी.

  • नारियल पानी

नारियल पानी में कई गुण होते है और यह स्तनपान करवाने वाली मां के लिए बेहद फायदेमंद है. इसे पीने से ना केवल मां का दूध बढ़ता है, बल्कि इससे मां और शिशु, दोनों में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है. नारियल पानी में मौजूद कैल्शियम, सोडियम, विटामिन सी, पोटैशियम जैसे पोषक तत्व मां और शिशु दोनों के लिए लाभकारी होते है. नारियल पानी के साथ ही नारियल का दूध भी फायदेमंद होता है.

  • अदरक व लहसुन

हमारी रसोई में मिलने वाली ये दोनों ही चीजे ना सिर्फ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है, बल्कि पाचन को भी दुरुस्त रखती हैं.

  • मसालें

हमारी रसोई में सरलता से मिलने वाले काली मिर्च, जीरा, अजवायन, हल्दी, दालचीनी और जायफल जैसे मसालें बहुत से औषधीय गुण लिए हुए होते है. जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही शरीर को कई बीमारियों से भी बचाते हैं.

  • तिल

तिल कैल्सियम से भरपूर होता है. ये माता और शिशु दोनों की ही हड्डियों को मजबूत करने का कार्य करता है.

Last Updated : Sep 4, 2020, 9:53 AM IST
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