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सौन्दर्यवर्धक ही नहीं स्वास्थ्यवर्धक भी होते है गुड़हल के फूल - मासिक धर्म संबंधी समस्याओं में फायदेमंद

आयुर्वेद में गुड़हल के फूल का बहुत महत्व है. इसका उपयोग सौन्दर्य ही नहीं स्वास्थ्य के लिए भी किया जाता है. कई गुणों से भरपूर गुड़हल का सेवन कुछ लोगों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है.

hibiscus flower
गुड़हल के फूल
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Published : Sep 16, 2020, 12:16 PM IST

आयुर्वेद तथा प्राकृतिक चिकित्सा में गुड़हल के फूल, उसकी जड़, पत्तियों तथा छाल सभी को रामबाण औषधि माना जाता है. बेहद खूबसूरत और कई रंगों में मिलने वाली यह फूल किस तरह से हमारे स्वास्थ्य को फायदा पहुंचाता है. इस बारे में ETV भारत सुखीभवा टीम ने नेचर प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र इंदौर में विशेषज्ञ तथा प्राकृतिक चिकित्सक डॉ. राजन चंद्र से बात की.

गुड़हल के फायदे

डॉ. राजन बताते हैं की गुड़हल के फूल में कई सौन्दर्य और स्वास्थ्यवर्धक गुण पाए जाते है. सदियों से हमारे देश में आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा में गुड़हल के अलग-अलग भागों का उपयोग औषधियों के रूप में किया जाता रहा है. गुड़हल में कैल्शियम, आयरन, वसा, विटामिन सी और फाइबर जैसे तत्व पाए जाते है. इसमें एंटी-ऑक्सिडेंट भी पाए जाते है, जो शरीर की मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया में सुधार लाते है. साथ ही इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हाइपरटेंशन यानि उच्च रक्तचाप तथा लीवर से जुड़ी समस्याओं में फायदा पहुंचाते हैं.

  • मासिकधर्म संबंधी समस्याओं में फायदेमंद

डॉ. राजन बताते है की महिलाओं की मासिकधर्म संबंधी समस्याओं में गुड़हल काफी मदद करता है. ऐसी समस्याओं से पीड़ित महिलायें यदि नियमित रूप से गुड़हल के फूल की चाय पियें, तो अनियमित मासिक की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है.

  • सौन्दर्य बढ़ाता है गुड़हल

गुड़हल का इस्तेमाल चेहरे की देखभाल के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. यहां तक की इसे बोटोक्स प्लांट के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इसमें ऐसे तत्व होते है, जो त्वचा की समस्याओं को दूर कर उस पर उम्र के प्रभाव को कम करते हैं. साथ ही कील-मुहांसों, आंखों के नीचे काले घेरों और दाग-धब्बों जैसी समस्याओं से मुक्ति दिलाते हैं. गुड़हल की पत्तियों में फ्री रेडिकल्स को हटाने की क्षमता होती है, जो एंटी-एजिंग की समस्या के लिए औषधि का काम करती हैं.

  • बालों की समस्याओं को दूर करता है

बालों का झड़ना या उनका रूखा होना समेत बालों से जुड़ी लगभग हर समस्या में गुड़हल की पत्तियां फायदेमंद होती है. सिर्फ औषधि के तौर पर ही नहीं बल्कि गुड़हल के फूल और पत्तियों का आंवले के साथ मिलाकर बनाया गया पेस्ट बालों के लिए बेहतरीन हेयर पैक माना जाता है. जिससे बालों की गुणवत्ता और उनका स्वास्थ बेहतर होता है तथा वे मुलायम, और चमकदार बनते हैं.

  • स्वास्थ्य के लिए लाभकारी

बालों और त्वचा के अलावा गुड़हल के फूल और पत्तियां और उनसे बने चाय और पेय पदार्थ सेहत के लिए भी काफी फायेदमंद होती है. गुड़हल की पत्तियों से बनी चाय उच्च रक्तचाप और दिल के मरीजों के लिए औषधि का काम करती है. इसका सेवन करने से दिल की गति सामान्य हो जाती है और शरीर तनाव मुक्त महसूस करता है. वहीं खून की कमी यानि एनीमिया के मरीजों के लिए भी गुड़हल लाभकारी होते हैं.

इसके नियमित सेवन से शरीर में खून बढ़ता है. इसके अलावा शरीर में कोलेस्ट्रॉल स्तर बनाए रखने में, सर्दी जुकाम और खांसी की समस्या में तथा मुंह के छालों जैसी समस्या में गुड़हल की चाय और उसकी पत्तियों का सेवन मदद करता है.

नुकसानदायक हो सकते है गुड़हल के फूल

डॉ. राजन कहते है की आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा, होम्योपैथिक या एलोपैथिक, चिकित्सा की कोई भी शाखा हो, बहुत जरूरी है की कोई भी दवाई अपनी मर्जी से ना ली जाए. मरीज को हमेशा चिकित्सक की सलाह के उपरांत ही किसी भी औषधि या दवाई का सेवन करना चाहिए. क्योंकि कई बार बगैर चिकित्सीय परामर्श के ली गई दवाइयां शरीर पर उलट असर दिखाती है.

गुड़हल के फूल या उससे जुड़ी किसी भी औषधि का सेवन आयुर्वेदाचार्य या प्राकृतिक चिकित्सक से सलाह के उपरांत ही करना चाहिए. क्योंकि कई परिस्थितियों में इसके सेवन से नुकसान भी होते हैं. जैसे गुड़हल की चाय गर्भवती महिलाओं या ऐसी महिलाओं जिनका फर्टिलिटी ट्रीटमेंट चल रहा हो, के लिए नुकसान दायक होती है. क्योंकि इससे शरीर में एस्ट्रोजेन का स्तर कम हो जाता है और पीरियड आ सकते हैं. गर्भपात होने की भी आशंका हो सकती है.

हार्मोन का उपचार करवा रही महिलाओं या गर्भनिरोधक गोलियां ले रही महिलाओं को भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए. निम्न रक्तचाप यानि की लो बीपी के मरीजों को भी गुड़हल की चाय नहीं पीनी चाहिए. ये उनके ब्लड प्रेशर को और भी कम कर सकती है.

आयुर्वेद तथा प्राकृतिक चिकित्सा में गुड़हल के फूल, उसकी जड़, पत्तियों तथा छाल सभी को रामबाण औषधि माना जाता है. बेहद खूबसूरत और कई रंगों में मिलने वाली यह फूल किस तरह से हमारे स्वास्थ्य को फायदा पहुंचाता है. इस बारे में ETV भारत सुखीभवा टीम ने नेचर प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र इंदौर में विशेषज्ञ तथा प्राकृतिक चिकित्सक डॉ. राजन चंद्र से बात की.

गुड़हल के फायदे

डॉ. राजन बताते हैं की गुड़हल के फूल में कई सौन्दर्य और स्वास्थ्यवर्धक गुण पाए जाते है. सदियों से हमारे देश में आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा में गुड़हल के अलग-अलग भागों का उपयोग औषधियों के रूप में किया जाता रहा है. गुड़हल में कैल्शियम, आयरन, वसा, विटामिन सी और फाइबर जैसे तत्व पाए जाते है. इसमें एंटी-ऑक्सिडेंट भी पाए जाते है, जो शरीर की मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया में सुधार लाते है. साथ ही इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हाइपरटेंशन यानि उच्च रक्तचाप तथा लीवर से जुड़ी समस्याओं में फायदा पहुंचाते हैं.

  • मासिकधर्म संबंधी समस्याओं में फायदेमंद

डॉ. राजन बताते है की महिलाओं की मासिकधर्म संबंधी समस्याओं में गुड़हल काफी मदद करता है. ऐसी समस्याओं से पीड़ित महिलायें यदि नियमित रूप से गुड़हल के फूल की चाय पियें, तो अनियमित मासिक की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है.

  • सौन्दर्य बढ़ाता है गुड़हल

गुड़हल का इस्तेमाल चेहरे की देखभाल के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. यहां तक की इसे बोटोक्स प्लांट के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इसमें ऐसे तत्व होते है, जो त्वचा की समस्याओं को दूर कर उस पर उम्र के प्रभाव को कम करते हैं. साथ ही कील-मुहांसों, आंखों के नीचे काले घेरों और दाग-धब्बों जैसी समस्याओं से मुक्ति दिलाते हैं. गुड़हल की पत्तियों में फ्री रेडिकल्स को हटाने की क्षमता होती है, जो एंटी-एजिंग की समस्या के लिए औषधि का काम करती हैं.

  • बालों की समस्याओं को दूर करता है

बालों का झड़ना या उनका रूखा होना समेत बालों से जुड़ी लगभग हर समस्या में गुड़हल की पत्तियां फायदेमंद होती है. सिर्फ औषधि के तौर पर ही नहीं बल्कि गुड़हल के फूल और पत्तियों का आंवले के साथ मिलाकर बनाया गया पेस्ट बालों के लिए बेहतरीन हेयर पैक माना जाता है. जिससे बालों की गुणवत्ता और उनका स्वास्थ बेहतर होता है तथा वे मुलायम, और चमकदार बनते हैं.

  • स्वास्थ्य के लिए लाभकारी

बालों और त्वचा के अलावा गुड़हल के फूल और पत्तियां और उनसे बने चाय और पेय पदार्थ सेहत के लिए भी काफी फायेदमंद होती है. गुड़हल की पत्तियों से बनी चाय उच्च रक्तचाप और दिल के मरीजों के लिए औषधि का काम करती है. इसका सेवन करने से दिल की गति सामान्य हो जाती है और शरीर तनाव मुक्त महसूस करता है. वहीं खून की कमी यानि एनीमिया के मरीजों के लिए भी गुड़हल लाभकारी होते हैं.

इसके नियमित सेवन से शरीर में खून बढ़ता है. इसके अलावा शरीर में कोलेस्ट्रॉल स्तर बनाए रखने में, सर्दी जुकाम और खांसी की समस्या में तथा मुंह के छालों जैसी समस्या में गुड़हल की चाय और उसकी पत्तियों का सेवन मदद करता है.

नुकसानदायक हो सकते है गुड़हल के फूल

डॉ. राजन कहते है की आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा, होम्योपैथिक या एलोपैथिक, चिकित्सा की कोई भी शाखा हो, बहुत जरूरी है की कोई भी दवाई अपनी मर्जी से ना ली जाए. मरीज को हमेशा चिकित्सक की सलाह के उपरांत ही किसी भी औषधि या दवाई का सेवन करना चाहिए. क्योंकि कई बार बगैर चिकित्सीय परामर्श के ली गई दवाइयां शरीर पर उलट असर दिखाती है.

गुड़हल के फूल या उससे जुड़ी किसी भी औषधि का सेवन आयुर्वेदाचार्य या प्राकृतिक चिकित्सक से सलाह के उपरांत ही करना चाहिए. क्योंकि कई परिस्थितियों में इसके सेवन से नुकसान भी होते हैं. जैसे गुड़हल की चाय गर्भवती महिलाओं या ऐसी महिलाओं जिनका फर्टिलिटी ट्रीटमेंट चल रहा हो, के लिए नुकसान दायक होती है. क्योंकि इससे शरीर में एस्ट्रोजेन का स्तर कम हो जाता है और पीरियड आ सकते हैं. गर्भपात होने की भी आशंका हो सकती है.

हार्मोन का उपचार करवा रही महिलाओं या गर्भनिरोधक गोलियां ले रही महिलाओं को भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए. निम्न रक्तचाप यानि की लो बीपी के मरीजों को भी गुड़हल की चाय नहीं पीनी चाहिए. ये उनके ब्लड प्रेशर को और भी कम कर सकती है.

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