ETV Bharat / sukhibhava

जायके और स्वास्थ्य दोनों को खुश रखता है गोंद - रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है गोंद

गोंद एक ऐसा प्राकृतिक पदार्थ है, जिसका सेवन सर्दियों के मौसम में हर उम्र के लोगों को फायदा देता है. गोंद से बने लड्डू और मिठाईयां जहां हमारे जबान के जायके को खुश करते हैं, वहीं हमारी सेहत को भी दुरुस्त रखते है. खास तौर पर स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए तो इसे बहुत जरूरी माना जाता है, क्योंकि यह शरीर में दूध के उत्पादन को बढ़ाती है.

benefits of gum
गोंद के फायदे
author img

By

Published : Dec 5, 2020, 11:52 AM IST

सर्दियों के मौसम में घर में बनने वाली या बाजार में मिलने वाली ज्यादातर पिन्नियों, लड्डुओं और अन्य मिठाइयों में खाने वाले गोंद का इस्तेमाल किया जाता है. जिसका कारण है की गोंद मिठाई का स्वाद तो बढ़ाता ही है, साथ ही यह चिकित्सीय गुणों की खान भी कहलाता है. गोंद की तासीर गरम होती है, जोकि सर्दियों के मौसम में ना सिर्फ हमारे शरीर को अंदर से गरम रखती है, बल्कि शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाती है.

क्या है गोंद?

गोंद कई तरह के पेड़ से प्राप्त होता है, जिसे तलने या भुनने के बाद पीस कर आयुर्वेदिक औषधियों या मिठाइयों में इस्तेमाल किया जाता है. गोंद में कई पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक होते हैं. वहीं गोंद के सेवन से शरीर को ताकत मिलती है. गर्भवती महिला के साथ ही स्तनपान कराने वाली माता के लिए इसका सेवन काफी फायदेमंद होता है.

आयुर्वेद में गोंद का इस्तेमाल

देसी भाषा में गाद के नाम से जाना जाने वाला गोंद, पेड़ के तने पर चीरा लगाने पर निकलने वाला रस होता है, जो जम जाता है. जानकार बताते है की जिस पेड़ से गोंद निकाला जाता है, उस पेड़ के सभी गुण उसके गोंद में भी आ जाते है. इसलिए आयुर्वेद में अलग-अलग पेड़ के गुणों के अनुसार उस पेड़ के गोंद को इस्तेमाल में लाया जाता है. गोंद का इस्तेमाल दवाइयों व वटी बनाने तथा पाउडर को गूंथने में किया जाता है.

गोंद के फायदे

  • गोंद के सेवन से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.
  • खून की कमी को दूर करता है.
  • खांसी, गले में खराश, डायरिया, जैसी समस्याओं में इसका इस्तेमाल फायदेमंद होता है.
  • गोंद परुषों में प्रजनन से संबंधित समस्याओं के इलाज में मदद करता है.
  • कमजोर तंत्रिका तंत्र, चिंता, डिप्रेशन, विटामिन डी की कमी होने पर गोंद का सेवन करना फायदेमंद है.
  • गोंद हड्डियों को मजबूत करता है.
  • नई माओं में दूध के उत्पादन को बढ़ाता है.
  • त्वचा को नमी प्रदान करता है और स्वस्थ रखता है.
  • इसमें डायटरी फाइबर भी अधिक होता है, जो वजन कम करने में मदद करता है.
  • गोंद हर समय हाथों और पैरों में होने वाली जलन, कंपन की समस्या को दूर करता है.
  • गोंद हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को भी कम करता है.

किस पेड़ का गोंद कितना फायदेमंद

  1. बबूल का गोंद : यह सबसे प्रचलित गोंद होता है, जोकि बहुत पौष्टिक भी होता है. बबूल के अलावा कीकर का गोंद भी लड्डू या मिठाइयों में सबसे अधिक इस्तेमाल में लाया जाता है.
  2. नीम का गोंद : यह रक्त की गति तथा शरीर में स्फूर्ति बढ़ाता है. इसमें नीम के औषधीय गुण भी होते हैं. इसे ईस्ट इंडिया गम भी कहते है.
  3. पलाश के गोंद : इसके सेवन से हड्डीयां मजबूत होती हैं.

सर्दियों के मौसम में घर में बनने वाली या बाजार में मिलने वाली ज्यादातर पिन्नियों, लड्डुओं और अन्य मिठाइयों में खाने वाले गोंद का इस्तेमाल किया जाता है. जिसका कारण है की गोंद मिठाई का स्वाद तो बढ़ाता ही है, साथ ही यह चिकित्सीय गुणों की खान भी कहलाता है. गोंद की तासीर गरम होती है, जोकि सर्दियों के मौसम में ना सिर्फ हमारे शरीर को अंदर से गरम रखती है, बल्कि शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाती है.

क्या है गोंद?

गोंद कई तरह के पेड़ से प्राप्त होता है, जिसे तलने या भुनने के बाद पीस कर आयुर्वेदिक औषधियों या मिठाइयों में इस्तेमाल किया जाता है. गोंद में कई पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक होते हैं. वहीं गोंद के सेवन से शरीर को ताकत मिलती है. गर्भवती महिला के साथ ही स्तनपान कराने वाली माता के लिए इसका सेवन काफी फायदेमंद होता है.

आयुर्वेद में गोंद का इस्तेमाल

देसी भाषा में गाद के नाम से जाना जाने वाला गोंद, पेड़ के तने पर चीरा लगाने पर निकलने वाला रस होता है, जो जम जाता है. जानकार बताते है की जिस पेड़ से गोंद निकाला जाता है, उस पेड़ के सभी गुण उसके गोंद में भी आ जाते है. इसलिए आयुर्वेद में अलग-अलग पेड़ के गुणों के अनुसार उस पेड़ के गोंद को इस्तेमाल में लाया जाता है. गोंद का इस्तेमाल दवाइयों व वटी बनाने तथा पाउडर को गूंथने में किया जाता है.

गोंद के फायदे

  • गोंद के सेवन से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.
  • खून की कमी को दूर करता है.
  • खांसी, गले में खराश, डायरिया, जैसी समस्याओं में इसका इस्तेमाल फायदेमंद होता है.
  • गोंद परुषों में प्रजनन से संबंधित समस्याओं के इलाज में मदद करता है.
  • कमजोर तंत्रिका तंत्र, चिंता, डिप्रेशन, विटामिन डी की कमी होने पर गोंद का सेवन करना फायदेमंद है.
  • गोंद हड्डियों को मजबूत करता है.
  • नई माओं में दूध के उत्पादन को बढ़ाता है.
  • त्वचा को नमी प्रदान करता है और स्वस्थ रखता है.
  • इसमें डायटरी फाइबर भी अधिक होता है, जो वजन कम करने में मदद करता है.
  • गोंद हर समय हाथों और पैरों में होने वाली जलन, कंपन की समस्या को दूर करता है.
  • गोंद हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को भी कम करता है.

किस पेड़ का गोंद कितना फायदेमंद

  1. बबूल का गोंद : यह सबसे प्रचलित गोंद होता है, जोकि बहुत पौष्टिक भी होता है. बबूल के अलावा कीकर का गोंद भी लड्डू या मिठाइयों में सबसे अधिक इस्तेमाल में लाया जाता है.
  2. नीम का गोंद : यह रक्त की गति तथा शरीर में स्फूर्ति बढ़ाता है. इसमें नीम के औषधीय गुण भी होते हैं. इसे ईस्ट इंडिया गम भी कहते है.
  3. पलाश के गोंद : इसके सेवन से हड्डीयां मजबूत होती हैं.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.