गुरुग्राम जिला प्रशासन जल्द ही महिलाओं को एनीमिया से मुक्त करने और बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए एक अभियान शुरू करेगा। इस परियोजना के तहत, गुरुग्राम जिला प्रशासन महिलाओं और बच्चों के वजन और ऊंचाई की जांच करने के लिए एक सर्वेक्षण करेगा।
इस पहल में, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट और एक एनजीओ के साथ प्रशासन का समर्थन करेंगे। यह सामने आया है कि गुरुग्राम में लगभग 30 प्रतिशत आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एनीमिया से पीड़ित हैं।
इस अभियान के लिए, महिला और बाल विकास विभाग के 300 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का 7 दिनों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया है, ये प्रशिक्षित कार्यकर्ता मैदान में जाएंगे और अपने सहयोगी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को बच्चों के स्वास्थ्य की सही जांच करने के लिए प्रशिक्षण देंगे।
पढ़े : गुर्दे के स्वास्थ्य के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं : विश्व किडनी दिवस
उपायुक्त यश गर्ग ने कहा, 'यह पहल महिलाओं के एनीमिया और बच्चों के कुपोषण की समस्या से निपटने में मदद करेगी। हमने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए अभियान चलाए हैं, ताकि वे पहले एनीमिया मुक्त हो जाएं और इसके बाद वे महिलाओं के एनीमिया मुक्त बनने के लिए और स्वास्थ्य की जांच करके उन्हें प्रेरित करने के लिए डोर-टू-डोर सर्वे करेंगी। यह पहल बच्चों के कुपोषण मुक्त होने में एक अच्छा योगदान है।'
(सौजन्य : आईएएनएस)