महिला हो या पुरुष सुडौल और टोंड बॉडी हर कोई पाना चाहता है. सही आहार के साथ शरीर को सुडौल बनाने के लिए विशेष प्रकार के व्यायामों का अभ्यास भी काफी जरूरी होता है. आज के दौर में परंपरिक व्यायामों के साथ कई प्रकार की नई शैली के व्यायाम भी काफी प्रचलित हो रहे हैं. इन्हीं में से एक है स्विस बॉल या स्टेबिलिटी बॉल के साथ किए जाने वाले व्यायाम. इस तरह के व्यायाम शरीर को सुडौल बनाए रखने के साथ-साथ, वजन व अतिरिक्त फैट को कम करने में भी मददगार होता है.
स्विस बॉल को लेकर बढ़ रहा क्रेज
मुंबई के फिटनेस एक्सपर्ट व जिम ट्रेनर नीरज सेन बताते हैं कि स्विस बॉल को जिम में इस्तेमाल किए जाने महत्वपूर्ण एक्सरसाइजिंग टूल में से एक माना जाता है. स्विस बॉल बड़े आकार की एक बॉल होती है जिसमें हवा भरी होती है. मांसपेशियों को मजबूती देने के साथ छाती, कमर सहित पूरे शरीर को मजबूती देने, उसे शेप में रखने तथा शरीर के पॉशचर को दुरुस्त रखने में स्विस/स्टेबिलिटी बॉल के साथ किए गए व्यायाम काफी लाभ देते हैं. वह बताते हैं कि सेलेब्रिटीज में इस व्यायाम शैली को लेकर काफी क्रेज देखा जाता है. वहीं इसके फायदों के चलते आम महिलाओं और पुरुषों में भी पिछले कुछ सालों में इसका ड्रेज लगातार बढ़ ही रहा है.
स्टेबिलिटी बॉल एक्सरसाइज के फायदे
नीरज बताते हैं कि स्विस बॉल के साथ व्यायाम करने से हमारी कई मांसपेशियां सक्रिय हो जाती हैं. इसके अलावा भी इस प्रकार के व्यायाम करने से निम्न प्रकार के फायदे हो सकते हैं-
- स्विस या स्टेबिलिटी बॉल से व्यायाम करने पर कोर की मांसपेशियां सक्रिय होती हैं. इसके अलावा इस तरह के व्यायाम करने पर कई मांसपेशियों पर जोर पड़ता है जिससे मांसपेशियों की सक्रियता व मजबूती दोनों बढ़ती हैं.
- स्टेबिलिटी बॉल के साथ व्यायाम करने के दौरान शरीर के ऊपरी व निचले हिस्से में संतुलन बनाए रखना जरूरी होता है. ऐसे में शरीर के दोनों हिस्सों के बीच संतुलन और समन्वय बेहतर होता है, जिससे पॉशचर भी बेहतर होता है.
- स्टेबिलिटी बॉल के साथ व्यायाम करने में शरीर को हर दिशा में घुमाया जाता है. इसलिए इसके साथ नियमित अभ्यास करने पर शरीर में लचीलापन भी बढ़ता है.
- इस तरह के व्यायाम से मांसपेशियों और रीढ़ की हड्डी पर दबाव पड़ता है जिससे कमर व अन्य अंगों में खिंचाव में राहत मिलती है. इससे पीठ के निचले हिस्से के दर्द में राहत मिलती है.
- हृदय गति को दुरुस्त रखने तथा ह्रदय को अन्य तरीकों से स्वस्थ रखने में भी यह व्यायाम काफी मददगार होते हैं. ऐसे में जो लोग घर पर कार्डियो व्यायाम करना चाहते हैं, उनके लिए स्टेबिलिटी बॉल के साथ व्यायाम करना एक बेहतर विकल्प हो सकता है.
पढ़ें: व्यायाम से पहले जरूरी है वॉर्मअप
स्विस बॉल के साथ किए जाने वाले व्यायाम के फायदे
स्विस बॉल के साथ कुछ व्यायामों को नियमित तौर पर किया जा सकता है, जो हमारे शरीर को कई तरह से फायदे पहुंचाते हैं. इनमें से कुछ व्यायाम तथा उनसे मिलने वाले फायदे इस प्रकार हैं-
- स्विस बॉल पुश अप्स
बेली फैट कम करने के लिए स्विस बॉल के साथ पुश अप्स करना काफी लाभकारी होता है. इससे कंधों, बाजुओं और कूल्हों की मांसपेशियों पर असर पड़ता है और उन्हे सही शेप मिलती है. - स्विस बॉल क्रंचेज
यह व्यायाम अपर व लोअर एब्स, के साथ कंधों और पीठ के निचले हिस्से को मजबूती देता है. साथ ही यह कोर और एब्डॉमिनल मसल्स को भी मजबूत करता है. - स्विस बॉल हैमस्ट्रिंग कर्ल
शरीर को शेप में लाने तथा रखने में यह व्यायाम काफी मददगार होता है. अपर बॉडी को शेप में लाने, कूल्हों को मजबूत बनाने तथा कोर मस्पेशियों को मजबूत बनाने में यह काफी मददगार होता है. - स्टेबिलिटी बॉल जैकनाइफ
मोटापा कम करने के साथ ही शरीर के ऊपरी हिस्से को सुडौल बनाने तथा पेट की चर्बी कम करने के लिए इस व्यायाम को करना चाहिए. - ट्राइसेप्स डिप
ट्राइसेप्स, बाइसेप्स और कंधों को टोन करने के लिए स्टेबिलिटी बॉल से ट्राइसेप्स डिप का नियमित अभ्यास करना चाहिए. - डंबल चेस्ट प्रेस
स्विस बॉल के साथ यह व्यायाम करने से छाती, कंधे, कोर सहित बाइसेप्स और ट्राईसेप्स की मांसपेशियां मजबूत होती हैं.
सही बॉल का चयन जरूरी
नीरज बताते हैं कि स्विस बॉल का चयन हमेशा अपनी लंबाई के अनुसार ही करना चाहिए. वैसे तो जिम में अलग-अलग लंबाई वाले लोगों के लिए अलग-अलग आकार और प्रकार के बॉल्स उपलब्ध रहते हैं, लेकिन यदि घर में इस प्रकार के व्यायाम करने के लिए बॉल खरीद रहें है तो हमेशा अपनी लंबाई के अनुसार ही बॉल के आकार का चयन करना चाहिए.
वह बताते हैं कि शुरुआत में इसका अभ्यास किसी प्रशिक्षित के निर्देशन में ही करना चाहिए. क्योंकि कई बार बॉल के फिसलने या अन्य कारण से चोट लगने की आशंका होती है, लेकिन इस तकनीक के साथ व्यायाम करने का प्रशिक्षण लेने के बाद इसे घर में भी सरलता के साथ किया जा सकता है.