भारत में शायद ही कोई कस्बा या शहर होगा, जहां मिठाई की दुकान न हो. तीज-त्योहार हों या शादी समारोह, मिठाई के बिना सब अधूरा होता है. लेकिन कुछ लोग इसके नुकसान की परवाह किये बगैर इसका सेवन करते है. अगर आप भी मीठा खाने के शौकीन हैं, तो सावधान हो जायें. मीठे के अधिक सेवन से दिल और पेट में चर्बी जमा हो जाती है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है.
मिठाइयों के जरिए आपके शरीर में चर्बी जमा होता है, जो आगे जाकर जहर बन जाता है. इससे मधुमेह ही नहीं, हाई कोलेस्ट्रॉल, मोटापा, स्ट्रोक और हृदय रोग का खतरा भी बढ़ जाता है.
अमेरिका के मिनेसोटा विश्वविद्यालय के शोधकर्ता सो यूं यी का कहना है कि अत्यधिक मात्रा में मीठे का सेवन करने से पेट में जमी टिशूज शरीर में रसायन छोड़ता है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है.
यी आगे बताते है कि उनका अध्ययन अत्यधिक चीनी का सेवन सीमित करने का समर्थन करता है. यूरोपीयन जर्नल ऑफ प्रीवेंटिव कार्डियोलॉजी में प्रकाशित अनुसंधान टीम ने निष्कर्ष के लिए मीठे खाद्य और पेय पदार्थों में घुली चीनी की जांच की.
उन्होंने लंबे समय से चीनी के सेवन और दिल और अन्य अंगों के आसपास चर्बी के जमा होने के बीच संबंध का विश्लेषण किया है. युवा वयस्कों में कोरोनरी धमनी से जुड़े खतरों (CARDIA) का अमेरिका में अध्ययन किया गया है. इस अध्ययन में 18 से 30 वर्ष की आयु के कुल 3 हजार 70 स्वस्थ लोगों का सैंपल लिया गया है.
अध्ययन में मीठे खाद्य और पेय पदार्थों के सेवन को 20 साल (1985 से 2005) की अवधी में तीन बार मापा गया है. 25 साल के बाद यानी 2010 में पेट और दिल में जमी चर्बी की मात्रा को मापने के लिए छाती और पेट का कंप्यूटेड टोमोग्राफी (सीटी) स्कैन किया गया.
शोधकर्ताओं ने पाया कि 20 साल तक मीठे का सेवन करने से चर्बी की मात्रा अत्यधिक बढ़ जाती है. उन्होंने रोजमर्रा में इस्तेमाल की जाने वाली चीनी की मात्रा को कम करने की सलाह दी है. वहीं लिखा है कि दिल की बीमारियों को दूर करने के लिए ओटमील, डार्क चॉकलेट, ग्रीन टी, साल्मन मछली आदि जैसे स्वस्थ भोजन को प्रयास में लायें. वैसे बेहतर हो तो मीठा खाने का मन हो तो आप मिठाई की जगह फलों का सेवन करें, यहीं अच्छा है.