मधुमेह के लगातार बढ़ते केस आधुनिक जीवनशैली की देन है. फास्टफूड सी फास्ट जिंदगी की देन यह बीमारी ऐसी है की अगर किसी को हो जाए, तो जिंदगी भर उसके साथ रह सकती है. इसके अलावा, अगर वक्त रहते शुगर के लक्षण पर ध्यान ना दिया जाए, तो इस समस्या के परिणाम घातक हो सकते है. मधुमेह के रोगियों के लिए भोजन स्वाद और पेट भरने के साथ उसके शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा को संतुलित रखने का कार्य भी करता है. मधुमेह के रोगियों का भोजन कैसा हो, जो उनके स्वाद तथा स्वास्थ दोनों के लिए फायदेमंद हो. इस बारे में जानकारी लेने के लिए ETV भारत सुखीभवा टीम ने न्यूट्रीशनिस्ट तथा मधुमेह सलाहकार दिव्या गुप्ता से बात की.
क्या है मधुमेह और क्यों जरूरी है संतुलित भोजन
शरीर में ब्लड शुगर लेवल की मात्रा बढ़ने पर मधुमेह की बीमारी होती है. यह बीमारी खराब जीवनशैली के साथ ही, आनुवांशिक, उम्र बढ़ने पर, मोटापे के कारण या तनाव के कारण भी हो सकती है. डॉ. दिव्या बताती है की मधुमेह की बीमारी के बारे में आमतौर पर लोगों की धारणा यह है की इस बीमारी में लोगों को खाने-पीने में बहुत परहेज रखना पड़ता है. और इस बीमारी के बाद से व्यक्ति के जीवन तथा उसकी थाली दोनों का स्वाद खत्म हो जाता है. मीठा और फल सहित अधिकांश चीजे वह खा नहीं सकते, जबकि ऐसा नहीं है.
सही खानपान से रखें ब्लड शुगर लेवल को संतुलित
⦁ दिव्या बताती हैं की ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने चिकित्सक की सलाह मान कर ग्लूकोस यानि शर्करा का संतुलन बनाए रखने वाले पौष्टिक तथा संतुलित भोजन का सेवन करना चाहिए.
⦁ मधुमेह रोगियों के लिए जरूरी है की वे स्वास्थ्यवर्धक कार्बोहाइड्रेट को अपनी खुराक में शामिल करें. जैसे ब्राउन राइस, आटे वाली ब्रेड, कुट्टू का आटा, कीनूआ, लो शुगर ब्रैन फ्लेक, तथा ओट्स आदि.
⦁ हरी सब्जियां तथा पत्तेदार सब्जियां सभी जरूरी विटामिन, मिनरल तथा न्यूट्रिएंट्स से भरपूर होती है. इस प्रकार की सब्जियां शरीर के ब्लड शुगर लेवल पर कम से कम असर डालती है. इनमें पालक, ब्रोकली तथा करेले मधुमेह के रोगियों के लिए अच्छी होते हैं.
⦁ फल सभी के लिए स्वास्थदायक होते हैं, फिर चाहे वो सामान्य व्यक्ति हो या फिर मधुमेह के रोगी. फलों में प्राकृतिक शुगर होती है, जो नुकसान नहीं फायदा पहुंचाती है. सिट्रस फलों को मधुमेह के रोगियों के लिए अच्छा माना जाता हैं जैसे नाशपाती, आलू बुखारा, स्ट्रॉबेरी तथा चेरी जैसे फलों का सेवन करना चाहिए.
⦁ सूखे मेवे, बीज, अलसी, जैतून का तेल, मछली का तेल तथा एवोकाडो से मिलने वाली स्वस्थ वसा से भरपूर खाद्य पदार्थ मधुमेह रोगियों के लिए अच्छे माने जाते हैं.
⦁ उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे अंडे, बीन्स, कम वसा वाले डेयरी उत्पाद तथा मांस तथा बगैर शक्कर वाला दही भी मधुमेह रोगियों के लिए स्वास्थ्यवर्धक होते है.
⦁ कम नमक का सेवन शरीर में उच्च रक्तचाप तथा हृदयघात के खतरे को कम करता है. नमक पर नियंत्रण भी मधुमेह रोगियों के लिए बहुत जरूरी होता है, क्योंकि यह मधुमेह रोगियों में इन बीमारियों के खतरे को कम करता है तथा उन्हें नियंत्रण में रखता है.
⦁ रोगियों को दाल, अंडे, मछली, चिकन, टर्की तथा बगैर नमक के सूखे मेवों को अपनी खुराक में शामिल करना चाहिए. वहीं पैकेट वाले चिप्स और नमकीन खाने से बेहतर है की हल्की भूख लगने पर सूखे मेवे और फल खाएं.
⦁ कभी-कभी शराब का सेवन साधारण मधुमेह पीड़ितों के लिए ज्यादा खतरा पैदा नहीं करता है. बशर्ते इस बात का ध्यान रखा जाए, उसका शरीर के ग्लूकोज की मात्रा पर असर ना हो. लेकिन वहीं जब इंसुलिन पर निर्भर रोगी शराब का सेवन करते है, तो उनके शरीर में हाइपोग्लाइसीमिया का खतरा बढ़ जाता है.
⦁ शरीर को स्वस्थ रखने की लिए व्यायाम बहुत जरूरी है. यह मधुमेह को नियंत्रित रखने के साथ ही शरीर में इंसुलिन की संवेदनशीलता को भी कम करता है. साथ ही हृदयरोग तथा उच्च रक्तचाप के खतरे को कम भी करता है.
⦁ वहीं दालचीनी तथा हल्दी, ब्लड शुगर लेवल को घटाने में मदद करती है. दालचीनी में एंटी-डायबिटिक गुण भी मौजूद होते हैं.
⦁ करेले का जूस भी ब्लड ग्लूकोज लेवल को सामान्य रखता है. इसलिए रोज सुबह खाली पेट करेले का जूस पीना चाहिए.
क्या ना खाएं
⦁ मधुमेह रोगियों के लिए डब्बाबंद भोजन, फास्ट फूड तथा ऐसे खाद्य पदार्थ जिनमें शक्कर की मात्रा ज्यादा हो, नुकसानदायक होते हैं. इसके साथ कोल्ड ड्रिंक, एनर्जी ड्रिंक, तथा कैफीन युक्त पेय पदार्थों से भी मरीजों को बचना चाहिए. क्योंकि ये शरीर में इंसुलिन की मात्रा को प्रभावित करते हैं.
⦁ साधारण सफेद चावल, प्रोसेस्ड सीरियल तथा कम फाइबर वाला खाना खाने से रोगी को बचना चाहिए.
⦁ लाल मांस तथा प्रोसेस्ड मीट से भी मधुमेह रोगियों को बचना चाहिए.
⦁ डब्बाबंद फल या फलों के जूस में कृत्रिम शक्कर मिलाई जाती है, जो मधुमेह के रोगियों के लिए स्वास्थकारी नहीं होते हैं. इसलिए इनसे परहेज जरूरी है.