कलौंजी के फ़ायदों को सिर्फ हमारे देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी माना जाने लगा है। पिछले दिनों क्लिनिकल एंड एक्सपेरिमेंटल फार्माकोलॉजी एंड फिजियोलॉजी जर्नल में प्रकाशित एक अध्धयन में वैज्ञानिकों ने दावा किया था की इसके उपयोग से कोविड-19 संक्रमण के इलाज में भी मदद मिलती है।
“द रोल ऑफ थाइमोक्विनोन, ए मेजर कॉन्सटीटयूएन्ट ऑफ नाइजीला सतीवा, इन ट्रीटमेंट ऑफ इन्फलेमेटोरी एंड इन्फेक्शस डिजीज” शीर्षक से प्रकाशित और सिडनी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में हुए इस शोध में पता चला नाइजीला सतीवा यानी कलौंजी कोविड-19 संक्रमण के इलाज में भी मदद कर सकती है।
कलौंजी रोक सकती फेफड़ों में कोविड का इंफेक्शन
सिडनी में प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में प्रोफेसर तथा शोधकर्ता कनीज़ फातिमा शाद बताती हैं की , 'शोध के मॉडलिंग रिचर्स से इस बात के प्रमाण मिले हैं की थाइमोक्विनोन जोकी नाइजीला सतीवा का एक सक्रिय घटक है, इस वायरस के स्पाइक प्रोटीन से चिपक कर उन्हें फेफड़ों में संक्रमण फैलाने से रोक सकता है। यह 'साइटोकाइन' स्टॉर्म को भी रोक सकता है जो गंभीर रूप से बीमार कोविड रोगियों को प्रभावित करता है।
कलौंजी में मिलने वाले पोषक तत्व
कलौंजी कई पोषक तत्वों से भरपूर होती है। कलौंजी में विटामिन, आयरन, सोडियम, कैल्शियम, अमीनो एसिड, रॉ फाइबर, प्रोटीन , फैटी एसिड, पोटैशियम, मैग्नीशियम, एंटी-ऑक्सीडेंट्स और जिंक प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल, एंटी-इंफ्लेमेट्री और एंटी-कैंसर गुण भी पाए जाते हैं।
आयुर्वेद में कलौंजी के लाभ
कलौंजी के फ़ायदों को लेकर किए गए कुछ विभिन्न शोध इस बात की पुष्टि करते हैं की कलौंजी सूजन और संक्रमण सहित कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद करती है जैसे अस्थमा, एक्जिमा, गठिया आदि। वहीं हमारे आयुर्वेद में कलौंजी को पाचन के लिए बेहतरीन दवा माना जाता है।
हैदराबाद के आयुर्वेदाचार्य डॉ. पी.वी रंगनायकूलु बताते हैं की एसिडिटी, खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने और वजन कम करने में भी कलौंजी का इस्तेमाल फायदेमंद माना जाता है। ये हमारे मेटाबोलिज्म को सही रखता हैं। कलौंजी के इस्तेमाल के कुछ अन्य फायदे इस प्रकार हैं।
- कलौंजी वाला दूध पीने से शरीर में ऊर्जा बढ़ती है।
- कलौंजी में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो कि हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं।
- कलौंजी के बीजों के सेवन से इससे स्मरण शक्ति बढ़ती है और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता भी बढ़ती है।
- कलौंजी में ऐसे कई तत्व होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक होते हैं।
- कुछ शोधों में सामने आया है की कैंसर से पीड़ित व्यक्ति यदि चिकित्सीय सलाह लेकर कलौंजी का सेवन करते हैं तो इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट, शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और फ्री रेडिकल्स की समस्या को कम करने में सक्षम हो सकता है।
- मधुमेह को नियंत्रित करने में भी कलौंजी का तेल प्रभावी माना जाता है।
- कलौंजी का सेवन रक्तचाप नियंत्रण तथा किडनी संबंधी कुछ समस्याओं में फायदा देता है।
- महिलाओं के लिए कलौंजी काफी फायदेमंद मानी जाती है। यदि महिलाओं में व्हाइट डिस्चार्ज , पीरियड में दर्द या पीएमएस जैसी प्रॉब्लम है, तो कलौंजी के पानी का सेवन करने से आराम मिलता है।
- कलौंजी के सेवन से आंखों की रोशनी भी बढ़ती है। खासतौर से अगर आंखों से पानी आने या फिर आंखों के बार-बार लाल हो जाने की समस्या आती है, तो इसका सेवन करना चाहिए।
- मुंहासे या पिग्मेंटेशन जैसी परेशानी में कलौंजी के सेवन से फ़ायदा मिलता है।
- फ़टी एड़ियों पर कलौंजी का तेल लगाने से समस्या में राहत मिलती है।
- कलौंजी के तेल को बालों के लिए भी लाभदायक माना गया है। कलौंजी में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो बालों को झड़ने से बचाते हैं और उन्हें मज़बूती देते हैं।
- कलौंजी का तेल स्कैल्प के लिए भी अच्छा होता है। यह स्कैल्प को गंदा होने से बचाता है। रूसी की समस्या को भी दूर करता है।