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Monkeypox Problem : डीआर कांगो में एमपॉक्स के 5,236 संदिग्ध मामले सामने आए, 229 मौतें : डब्ल्यूएचओ - एमपॉक्स का पहला मानव मामला 1970 में मिला था

डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट के अनुसार, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में अब तक कुल 5,236 संदिग्ध एमपॉक्स मामले और 229 मौतें हुई हैं. पढ़ें पूरी खबर...

Monkeypox Problem
एमपॉक्स
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Published : Jul 15, 2023, 6:47 PM IST

किंशासा (कांगो) : विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से जारी एक नई रिपोर्ट के अनुसार, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) में इस साल अब तक कुल 5,236 संदिग्ध एमपॉक्स (मंकीपॉक्स) के मामले पाये गये हैं. वहीं अबतक 229 लोगों की मौतें हुई हैं. सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार 1 जनवरी से 25 जून तक, अधिकांश संदिग्ध मामले (70 प्रतिशत) और मौतें (72 प्रतिशत) 0 से 15 वर्ष की आयु के व्यक्तियों में हुईं, जबकि पीसीआर से केवल 455 मामलों की पुष्टि की गई है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि डीआरसी में मंकीपॉक्स की स्थिति एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंता बनी हुई है जिसके लिए निरंतर निगरानी और प्रतिक्रिया की आवश्यकता है. डीआरसी (तब ज़ैरे कहा जाता था) में एमपॉक्स का पहला मानव मामला 1970 में इक्वेटर प्रांत में दर्ज किया गया था. मौजूदा वैश्विक प्रकोप से पहले, डीआरसी दुनिया भर में सबसे अधिक मामले दर्ज करने वाला देश था, इसके अधिकांश प्रांतों में मामले दर्ज किए गए थे.

इनमें से कई प्रभावित क्षेत्र भूमध्यरेखीय क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं, जहां वायरस जंगली जानवरों के बीच फैलता है. इसे जूनोटिक संचरण (फैलाव) घटनाओं की जड़ माना जाता है, जो हालांकि, काफी हद तक अपुष्ट है. इस वर्ष पहली बार क्वांगो प्रांत से मामले अधिसूचित किए जा रहे हैं, जो देश में मंकीपॉक्स के निरंतर भौगोलिक विस्तार को दर्शाता है.

पिछले कुछ वर्षों में, डीआरसी में कई एमपॉक्स का प्रकोप हुआ है, ज्यादातर ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में जहां कई लोग प्रोटीन के लिए वन उत्पादों पर निर्भर हैं, जिनमें जंगली जानवरों के स्रोत भी शामिल हैं. अक्सर, निदान सेवाओं और स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच सीमित होती है, जो रोग नियंत्रण प्रयासों को जटिल बनाती है.
(आईएएनएस)

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किंशासा (कांगो) : विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से जारी एक नई रिपोर्ट के अनुसार, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) में इस साल अब तक कुल 5,236 संदिग्ध एमपॉक्स (मंकीपॉक्स) के मामले पाये गये हैं. वहीं अबतक 229 लोगों की मौतें हुई हैं. सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार 1 जनवरी से 25 जून तक, अधिकांश संदिग्ध मामले (70 प्रतिशत) और मौतें (72 प्रतिशत) 0 से 15 वर्ष की आयु के व्यक्तियों में हुईं, जबकि पीसीआर से केवल 455 मामलों की पुष्टि की गई है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि डीआरसी में मंकीपॉक्स की स्थिति एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंता बनी हुई है जिसके लिए निरंतर निगरानी और प्रतिक्रिया की आवश्यकता है. डीआरसी (तब ज़ैरे कहा जाता था) में एमपॉक्स का पहला मानव मामला 1970 में इक्वेटर प्रांत में दर्ज किया गया था. मौजूदा वैश्विक प्रकोप से पहले, डीआरसी दुनिया भर में सबसे अधिक मामले दर्ज करने वाला देश था, इसके अधिकांश प्रांतों में मामले दर्ज किए गए थे.

इनमें से कई प्रभावित क्षेत्र भूमध्यरेखीय क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं, जहां वायरस जंगली जानवरों के बीच फैलता है. इसे जूनोटिक संचरण (फैलाव) घटनाओं की जड़ माना जाता है, जो हालांकि, काफी हद तक अपुष्ट है. इस वर्ष पहली बार क्वांगो प्रांत से मामले अधिसूचित किए जा रहे हैं, जो देश में मंकीपॉक्स के निरंतर भौगोलिक विस्तार को दर्शाता है.

पिछले कुछ वर्षों में, डीआरसी में कई एमपॉक्स का प्रकोप हुआ है, ज्यादातर ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में जहां कई लोग प्रोटीन के लिए वन उत्पादों पर निर्भर हैं, जिनमें जंगली जानवरों के स्रोत भी शामिल हैं. अक्सर, निदान सेवाओं और स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच सीमित होती है, जो रोग नियंत्रण प्रयासों को जटिल बनाती है.
(आईएएनएस)

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