नई दिल्ली: द्वारका जिले में वाहन चोरी दस्ते और जाफरपुर थाने की पुलिस ने बीते दिनों एक शख्स पर हमला करने के आरोप में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने इस मामले में अब नया खुलासा किया है. बताया जा रहा है कि साली से शादी के विवाद में पूरी साजिश रची गई.
हथियार बरामद
डीसीपी द्वारका एंटो अल्फोंस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में जितेंद्र उर्फ जीतू और संतोष शामिल है. इनके पास से वारदात में इस्तेमाल हथियार भी बरामद कर लिया गया है. पुलिस के मुताबिक, आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि जितेंद्र प्लानिंग करके नाबोद कुमार के ऊपर हमला करवा था और इसके लिए उसने 50 हजार रुपए की सुपारी भी दी थी.
बताया जा रहा है कि जितेंद्र की नाबोद से दुश्मनी चल रही थी. ये पहले दोनों दोस्त थे, साथ में बिजनेस करते थे, लेकिन बाद में जितेंद्र की साली को नाबोद पसंद करने लगा और फिर उसने शादी करने की पेशकश की. जिसका जितेंद्र ने विरोध किया, लेकिन जब नाबोद नहीं माना तो जितेंद्र ने अपनी साली को गांव भेज दिया.
साली से शादी करने पर हुआ मनमुटाव
इसके बाद दोनों में मनमुटाव हो गया और फिर दोनों ने बिजनेस अलग-अलग कर लिया. उसके बाद नाबोद ने जितेंद्र के बिजनेस में प्रॉब्लम पैदा करना शुरू कर दिया, गुस्से में आकर जितेंद्र ने नाबोद की हत्या करने की प्लानिंग बनाई और इसके लिए राजबीर और संतोष को हायर किया गया.
तीन युवकों ने किया था हमला
10 जून को जब नाबोद रावता गांव नाले के पास से जा रहा था, तभी तीनों ने उसे पकड़ लिया. एक ने गोली चलाई जबकि दूसरे ने चाकू से हमला कर दिया. घायल हालत में नाबोद वहां से किसी तरह से भागा और हॉस्पिटल पहुंचा. फिर इस मामले में जाफरपुर कलां थाने की पुलिस टीम ने हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की. जिसमें एटीएस की टीम को भी शामिल किया गया था.
इस मामले में जाफर पुर कला थाने की पुलिस टीम ने जहां संतोष को गिरफ्तार किया तो वहीं एटीएस की टीम ने इस पूरी योजना का प्लान करने वाले जितेंद्र को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में पता चला कि जितेंद्र परिवार के साथ मुंबई भागने की प्लानिंग में था. लेकिन उससे पहले ही पुलिस को इसकी जानकारी मिल गई.
जितेंद्र ने बताया कि वो यूपी का रहने वाला है. बिजनेस के सिलसिले में दिल्ली आया था और परिवार के साथ रह रहा था. इसी दौरान उसकी मुलाकात नाबोद से हुई और दोनों दोस्त बन गए फिर बिजनेस पार्टनर बन गए.