नई दिल्ली: एसडीएम वसंत विहार की अगुवाई में बाल श्रम के खिलाफ मंगलवार शाम चलाये गए अभियान के तहत 23 बच्चों को छुड़ाया गया. इस दौरान बाल कल्याण समिति, पुलिस और बटरफ्लाई एनजीओ की टीम मौजूद थी.
एसडीएम वसंत विहार डॉ. नितिन शाक्या का कहना है की बहुत दिनों से बच्चों से जबरन भीख मंगवाने और मानव तस्करी के मामलों की जानकारी आ रही थी. जिसके बाद इन बच्चों को बचाने की योजना बनाई. इसमें चाइल्ड वेलफेयर कमिटी, पुलिस और बटरफ्लाई एनजीओ को शमिल किया गया और सरोजिनी नगर मार्केट और मेट्रो स्टेशन के पास रेड की गई जिसमें 23 नाबालिग बच्चों को बरामद किया गया है.
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एसडीएम वसंत विहार ने बताया कि ये बच्चे भीख मांगने, सेक्स रैकेट, अंगदान, मानव तस्करी के शिकार होते हैं. बाल कल्याण समिति के सदस्यों, एनजीओ और पुलिस अधिकारियों सहित पांच टीमों का गठन किया गया था. टीम के ज्यादातर सदस्य सिविल ड्रेस में थे और उन्होंने बाजार और मेट्रो क्षेत्र के पास छापेमारी की. उन्होंने बताया कि बाल श्रम कानून को बाल श्रम संशोधन (निषेध और विनियमन) अधिनियम, 2016 के रूप में जाना जाता है. एसडीएम का कहना है कि वैसे तो नई दिल्ली जिला प्रशासन समय-समय पर ऐसे अभियान चलाए जाते हैं. लेकिन इसबार बड़ी संख्या में बच्चे को छुड़ाया गया.
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वहीं एसडीएम ने बताया कि बच्चों का मेडिकल कराने के बाद इनसे इस तरह के काम करवाने वाले गिरोह का पता करेंगे. इन बच्चों को बाल सुधार गृह भेजा जाएगा जहां उनसे पूछताछ पूरी होने के बाद उन्हें उनके माता-पिता को सौंप दिया जाएगा.