ETV Bharat / state

नांगलोई हनुमान मंदिर की दीवार सीलन के कारण जर्जर, गेट पर पूजा कर रहे श्रद्धालु

नांगलोई-नजफगढ़ रोड पर स्थित इस मंदिर की स्थापना साल 1995 में हुई थी. जिसके बाद से यहां अक्सर जलभराव की समस्या बनी रहती है. यही कारण है कि मंदिर में पानी जमा होने से इसकी दीवारों में दरारें आ गई हैं.

Nangloi hanuman temple
नांगलोई हनुमान मंदिर
author img

By

Published : Sep 8, 2020, 4:50 PM IST

नई दिल्ली: वेस्ट दिल्ली के नांगलोई इलाके में स्थित हनुमान मंदिर की दीवार जर्जर हालत में है. दीवार के किसी भी समय गिरने की आशंका बनी हुई है. जिसके बाद से मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है.

गेट पर पूजा कर रहे श्रद्धालु


मंदिर में जलभराव के कारण दीवारों में आई दरारें

नांगलोई-नजफगढ़ रोड पर स्थित इस मंदिर की स्थापना साल 1995 में हुई थी. जिसके बाद से यहां अक्सर जलभराव की समस्या बनी रहती है. यही कारण है कि मंदिर में पानी जमा होने से इसकी दीवारों में दरारें आ गई हैं.


मंदिर के कपाट पर ही पूजा अर्चना कर लौट जाते हैं श्रद्धालु

मंदिर की खराब हालत की वजह से श्रद्धालुओं के मंदिर में प्रवेश करने पर रोक लगा दी गई है. अब श्रद्धालु आते हैं और मंदिर के गेट पर ही भगवान का ध्यान, पूजा-अर्चना करने के बाद अपने घर वापस लौट जाते हैं. इस बारे में मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं का कहना है कि पिछले 6 महीनों से मंदिर इसी तरह बंद है.

श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए लिया गया फैसला

श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट बंद करने का फैसला इसलिए लिया गया है ताकि जाने-अनजाने में कोई ऐसा हादसा ना हो सके. फिलहाल अभी मंदिर की दीवार की मरम्मत करवाने को लेकर कोई जानकारी नहीं मिली है.

नई दिल्ली: वेस्ट दिल्ली के नांगलोई इलाके में स्थित हनुमान मंदिर की दीवार जर्जर हालत में है. दीवार के किसी भी समय गिरने की आशंका बनी हुई है. जिसके बाद से मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है.

गेट पर पूजा कर रहे श्रद्धालु


मंदिर में जलभराव के कारण दीवारों में आई दरारें

नांगलोई-नजफगढ़ रोड पर स्थित इस मंदिर की स्थापना साल 1995 में हुई थी. जिसके बाद से यहां अक्सर जलभराव की समस्या बनी रहती है. यही कारण है कि मंदिर में पानी जमा होने से इसकी दीवारों में दरारें आ गई हैं.


मंदिर के कपाट पर ही पूजा अर्चना कर लौट जाते हैं श्रद्धालु

मंदिर की खराब हालत की वजह से श्रद्धालुओं के मंदिर में प्रवेश करने पर रोक लगा दी गई है. अब श्रद्धालु आते हैं और मंदिर के गेट पर ही भगवान का ध्यान, पूजा-अर्चना करने के बाद अपने घर वापस लौट जाते हैं. इस बारे में मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं का कहना है कि पिछले 6 महीनों से मंदिर इसी तरह बंद है.

श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए लिया गया फैसला

श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट बंद करने का फैसला इसलिए लिया गया है ताकि जाने-अनजाने में कोई ऐसा हादसा ना हो सके. फिलहाल अभी मंदिर की दीवार की मरम्मत करवाने को लेकर कोई जानकारी नहीं मिली है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.