नई दिल्ली: दिल्ली में यमुना के जलस्तर में थोड़ी कमी देखी गई है. एजेंसियां लगातार बाढ़ पीड़ितों क्षेत्रों में रेस्क्यू कर लोगों की मदद कर रही है. इसी कड़ी में वेस्ट दिल्ली के इलाके में बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए सिख समाज से जुड़े लोगों द्वारा शाहपुरा में लंगर लगाया जा रहा है. यहां 24 घंटे बाढ़ पीड़ितों की सेवा की जा रही है. इसके आलावे लंगर को बनाकर बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों में यह बांटा जा रहा है.
बाढ़ पीड़ितों को लंगर पहुंचा रहे सिख समाज: लंगर बनाने से लेकर उसे बांटने तक में महिलाएं भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही है. तिलक नगर इलाके के शाहपुरा में इस तरह का लंगर पिछले 5 दिनों से बन रहा है. यह बनने के बाद पैकिंग करके उसे बाढ़ वाले इलाके में बंटा जा रहा है. इस सेवा से जुड़े जसवीर सिंह ने बताया सुबह से शाम तक लंगर बनाने की व्यवस्था होती है. महिलाएं भी लंगर बनाने में मदद करती है और फिर उस लंगर को गाड़ी, टेंपो के जरिए उन इलाकों में ले जाकर बांटना भी इन्ही लोगों की जिम्मेदारी होती है.
हालांकि, यमुना का जलस्तर कम हुआ है. बावजूद इसके जिन इलाकों में बाढ़ का पानी घुसा था वहां अभी भी लोगों को अपने घर से दूर ही अलग-अलग कैंप में रहना पड़ रहा है. सरकारी मदद के बीच जहां सरकारी एजेंसियों द्वारा कमियों की बात भी सामने आती है. इस बीच सिख समाज के लोग अनवरत इन इलाकों में बाढ़ से बेघर हुए लोगों को भोजन पहुंचाने का काम कर रहे हैं. इसके समाज के ही कुछ अन्य लोग दवाइयां भी वितरित कर रहे हैं.
लोगों का साफ कहना है कि उन्हें इस बात से कोई मतलब नहीं कि सरकार या अन्य एजेंसियां बाढ़ पीड़ितों के लिए किस तरह की मदद कर रही है. वह लोग ऐसे आपदा के वक्त ना सिर्फ दिल्ली बल्कि किसी भी राज्य और शहर में होते, तो यह नेक काम करते. लोगों का प्रयास है कि बाढ़ के कारण अपने घर से दूर सरकारी कैंप में रहने वाले लोगों को कोई कमी ना हो, इसके लिए पूरा टीम वर्क कर रहा है. वहीं, बाढ़ पीड़ित भी इस नेक काम से ना सिर्फ खुश हैं बल्कि उनका अभिवादन भी कर रहे हैं.
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