नई दिल्लीः अरुणाचल प्रदेश के तवांग में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (Peoples Liberation Army of China) द्वारा किए गए दुस्साहस और भारतीय सैनिकों के साथ हुई झड़प की खबर और वीडियो सामने आने के बाद से पूरे देश समेत दिल्ली में काफी गुस्सा देखा जा रहा है. इस सबके बीच बुधवार को दिल्ली के सबसे बड़े बाजारों में से एक करोल बाग के टैंक रोड पर व्यापारी संगठन सीटीआई के द्वारा चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन (Protest against China by traders organization CTI) कर चीनी सामान का बहिष्कार किया गया.
इस अवसर पर सीटीआई के बैनर तले व्यापारियों ने एकत्रित होकर चीनी सामान की होली जलाकर चीन के सामान का ना सिर्फ बहिष्कार किया, बल्कि यह शपथ भी ली गई कि वह चीनी कंपनियों से ना तो किसी भी तरह का कोई कारोबार करेंगे और ना ही कोई सामान चीनी कंपनियों को बेचेंगे. चाहे इसके लिए उन्हें निजी तौर पर व्यापारिक घाटा ही क्यों ना उठाना पड़े.
सीटीआई के चेयरमैन बृजेश गोयल ने कहा कि जिस तरह से हर दिन चीनी सैनिकों द्वारा सीमा का उल्लंघन कर भारतीय सैनिकों को परेशान किया जाता है और दूसरी तरफ भारत में चीन से व्यापार के लिए रेड कार्पेट बिछाया जाता है. इसको लेकर सीटीआई द्वारा आज विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. सीटीआई के बैनर तले दिल्ली के अलग-अलग बाजारों के 100 से ज्यादा बड़े व्यापारियों ने शपथ लेते हुए यह संकल्प लिया कि वह चीन के साथ किसी प्रकार का कोई कारोबार नहीं करेंगे. चाहे इसके लिए उन्हें निजी तौर पर ही घाटा क्यों ना उठाना पड़े?
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गोयल ने कहा कि वे भारत सरकार से अपील करेंगे कि ई-कॉमर्स और इंपोर्ट पॉलिसी में बदलाव कर चीन से बड़े स्तर पर होने वाले व्यापार के ऊपर प्रतिबंध लगाएं. बृजेश गोयल ने यह मांग भी की कि देश में बिकने वाले हर उत्पाद पर कंट्री ऑफ ओरिजिन का स्टीकर भी लगे ताकि लोगों को पता लग सके कि किस प्रोडक्ट को भारत बनाया गया और किसे चाइना में बनाया गया है? सीटीआई आने वाले दिनों में फिक्की और अन्य बड़े व्यापारी संस्थाओं से भी बात करेगा ताकि चीन से होने वाले व्यापार पर रोक लगाई जाए.