नई दिल्ली : राजधानी की सड़कों पर बेहसहारा पशुओं का घूमना कोई नई बात नहीं है, लेकिन पंखा रोड, सागरपुर, नांगल और आसपास के इलाकों में इतनी संख्या में बेसहारा पशु सड़कों पर होते हैं कि लोगों का चलना तक मुश्किल हो जाता है. इन पशुओं की वजह से गंदगी भी फैलती है, लेकिन एमसीडी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही और लोग परेशान हो रहे हैं.
इतना ही नहीं पशुओं के ये झुंड पैदल यात्रियों के साथ ही दोपहिया चालकों के लिए हर पल हादसे का सबब बने हुए हैं. इस समस्या के समाधान के लिए कई बार लोगों ने शिकायत की, लेकिन अब तक पशुओं को हटाने की कोई कोशिश नहीं की गई. वेस्ट दिल्ली के अलग-अलग इलाकों के लोगों का कहना है कि संबंधित एजेंसी इस समस्या को गंभीरता से नहीं लेती और इसका खामियाजा सड़कों पर चलने वाले लोगों को भुगतना पड़ता है.
हादसे की वजह बन रहे जानवर
स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार ट्रैफिक जाम होता है तो कई बार एक्सीडेंट भी होते हैं. एक्सीडेंट के कारण कुछ लोग जान भी गंवा चुके हैं, लेकिन संबंधित एजेंसी और एमसीडी इस समस्या को लेकर गंभीर नहीं है. लोगों का कहना है की एक्सीडेंट में सिर्फ इंसान की घायल नहीं होते, बल्कि कई बार पशुओं को भी चोट लगती है.
उधर, एमसीडी फंड की मजबूरी बता कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रही है और सारा आरोप दिल्ली सरकार पर डाल रही है. दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में नेता सदन नरेंद्र चावला का कहना है एमसीडी काम तो बहुत कुछ करना चाहती है, लेकिन यह सरकार है कि एमसीडी के ग्लोबल शेयर तक नहीं दे रही. इस वजह से सारे काम पूरी तरह से डिस्टर्ब हो गए हैं. इसी पैसे को लेकर वह कई बार दिल्ली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर चुके हैं.