नई दिल्ली: उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के विरोध में आम आदमी पार्टी की तरफ से सोमवार को बीजेपी कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन करना निश्चित किया गया था. इससे पहले ही अलग-अलग इलाके में बीजेपी विधायक से लेकर पार्षदों और पार्टी के बड़े नेताओं को उनके दफ्तर या घरों में नजरबंद कर दिया गया. जिसकी वजह से वे बीजेपी कार्यालय पर होने वाले प्रदर्शन में शामिल नहीं हो सके.
विकासपुरी विधानसभा के आप विधायक महेंद्र यादव भी इस प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाले थे लेकिन सोमवार सुबह छह बजे ही दिल्ली पुलिस ने उन्हें नजरबंद कर लिया. उनके दफ्तर और घर पर दिल्ली पुलिस की तैनाती की गई. उन्हें अपने दफ्तर से कहीं जाने की इजाजत नहीं है. वह दिन भर अपने दफ्तर में ही मौजूद रहे. उनका कहना है कि यह मौलिक अधिकार का हनन है. उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी काम कर रही है लेकिन उसके विरोध में धरना प्रदर्शन करना उनका अधिकार है. लेकिन यहां पूरी तानाशाही चल रही है, मौलिक अधिकार का हनन किया जा रहा है. विधायक महेंद्र यादव का कहना है कि यह बीजेपी का डर है. काफी पहले से बीजेपी आम आदमी पार्टी से डर गई थी. कहा कि बीजेपी की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है.
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दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी, बीजेपी दफ्तर पर धरना प्रदर्शन कर भाजपा पर दबाव बनाना चाहती थी. लेकिन दिल्ली के अधिकतर विधानसभा इलाके में उनके विधायक, पार्षदों और बड़े नेताओं को पुलिस ने नजरबंद कर दिया. विकासपुरी के विधायक महेंद्र यादव ने नजरबंद किये जाने बीजेपी पर जमकर हमला बोला.
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