नई दिल्ली : राजधानी में डेंगू और मलेरिया के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है, जिसकी रोकथाम के लिए अलग-अलग इलाकों में फॉगिंग भी शुरू हो गई है, लेकिन राजा गार्डन वार्ड में फॉगिंग करने वालों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां फॉगिंग के दौरान लोगों को न तो बताया गया और न ही उन्हें घर से बाहर ही निकलने को कहा गया. टीम ने जहां घर के दरवाजे खुले देखे घुसी और फॉगिंग शुरू कर दी. जबकि लोगों को घर से निकाला जाना चाहिये था, क्योंकि फॉगिंग में कैमिकल होते हैं, जो लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालते हैं.
इलाके के लोगों में फॉगिंग के इस तरीके को लेकर नाराजगी है. उनका कहना है कि फॉगिंग के धुएं में केमिकल होता है, जिससे कई बार बीमार या सांस की समस्या वाले लोगों को परेशानी होती है. इसलिए धुआं करने से पहले बताया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि वैसे भी धुआं बहुत ज्यादा होता है तो कुछ देर के लिए तो किसी को भी परेशानी हो सकती है, लेकिन बस अपने गैरजिम्मेदाराना ड्यूटी करने और जल्दबाजी के चक्कर में इतनी बड़ी लापरवाही हो रही है.
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लोगों का कहना है कि एक तरफ एजेंसी जहां डेंगू और मलेरिया से बचाव के लिए इस तरह से फॉगिंग कर रही है. वहीं दूसरी ओर ऐसी लापरवाही सामने आ रही है. ऐसे में डेंगू और मलेरिया से बचाव हो सकता है, लेकिन इसी फॉगिंग की वजह से लोग दूसरी बीमारी या परेशानी की चपेट में आ सकते हैं. इसलिए एजेंसी को इस तरफ ध्यान देना चाहिए और कर्मचारियों को इस बात के सख्त निर्देश हों कि लोगों को घरों में फॉगिंग करने से पहले उन्हें बताया जाए. हालांकि अधिकतर इलाकों में MCD कर्मी लोगों को घर से बाहर आने को कहते हैं और उसके बाद ही फॉगिंग करते हैं.