नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के जनकपुरी में गुरुवार को तीसरे मिस ट्रांस क्वीन इंडिया का आगाज हुआ. प्रतियोगिता में कर्नाटक की निथू आर. एस. को विजेता घोषित किया गया. छत्तीसगढ़ की शैली राय को दूसरा स्थान मिला और जोधपुर की बोनिता सेकेंड रनर अप रहीं.
बात दें कि यह अपनी तरह की अनोखी सौंदर्य प्रतियोगिता है. जो ट्रांसजेंडरों की जिंदगी के विभिन्न पहलुओ को दिखाती है. दिल्ली सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने गुरुवार को इसका उद्घाटन किया.
पिछले साल की विजेता ने पहनाया ताज
मिस ट्रांस क्वीन इंडिया 2018 की विजेता रहीं वीना सेंद्रे ने भावुकता के साथ अपनी उत्तराधिकारी को ताज पहनाया. यह शो ट्रांसजेंडर समुदाय को अलग तरह से प्रस्तुत करता है और समाज को इन्हें सम्मान और विनम्रता के साथ स्वीकारने के लिए प्रेरित करता है.
'समाज में इन्हें देखने का नजरिया भी बदलेगा'
इस मौके पर दिल्ली सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि दिल्ली सरकार सभी समुदायों के लिए समान रूप से काम कर रही है और सबको समान प्रतिनिधित्व देने में विश्वास रखती है. इस तरह के मंच प्रदान करना ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए निश्चित रूप से नए रास्ते खोलेगा और समाज में इन्हें देखने का नजरिया भी बदलेगा.
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार इन्हें और संबल करने की दृष्टि के पहले ही ट्रांसजेंडर वेलफेयर बोर्ड के गठन की घोषणा के लिए पहल कर चुकी और यह जल्द ही इसे अधिसूचित कर दिया जाएगा. बोर्ड के माध्यम से इनके सभी मुद्दों को रखा जाएगा और समाधान किया जाएगा.
ज्ञान के आधार पर रैंक किया गया
इस प्रतियोगिता की प्रतिभागियों ने IIFA, जनकपुरी द्वारा डिजाइन किए गए परिधान पहने थे और उन्हें व्यवहार, बॉडी लैंग्वेज, कैमरा, व्यक्तिगत साक्षात्कार, प्रतिभा, परिचय, शिष्टाचार, फिटनेस और ज्ञान के आधार पर रैंक किया गया.
एम्पावरमेंट फाउंडेशन की संस्थापक रीना राय ने कहा कि हमारे समाज में, ट्रांस महिलाओं को जीवन में बहुत अपमान और संघर्ष सहना पड़ता है. हम उन्हें यह मंच देते हैं, ताकि वे सफलता की सीढ़ी चढ़ सकें और सुंदर भविष्य का निर्माण कर सकें.