नई दिल्ली: दिल्ली के वेस्ट जिले के मायापुरी थाने में तैनात एएसआई शंभू दयाल एक स्नैचर से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे. दिल्ली पुलिस ने एलजी विनय सक्सेना से शहीद शंभू दयाल के बेटे को दिल्ली पुलिस में नियुक्त करने के लिए अर्जी भेजी थी, जिसे दिल्ली के एलजी ने पिछले दिनों स्वीकार भी कर लिया था और उनके बेटे दीपक को दिल्ली पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात करने की घोषणा भी की गई थी. आखिरकार वह दिन आ गया, जब उन्हें दिल्ली के एलजी विनय सक्सेना ने नियुक्ति पत्र दिया.
इस मौके पर शहीद शंभू दयाल की पत्नी, दिल्ली पुलिस कमिश्नर और अन्य पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे. एलजी ने कहा कि शंभू दयाल ने अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए अदम्य साहस और वीरता का परिचय दिया था. दिल्ली पुलिस की सभी रैंक और फाइल उनके सर्वोच्च बलिदान को हमेशा याद रखेगी. आज उनके बेटे दीपक को दिल्ली पुलिस में उपनिरीक्षक पद के लिए नियुक्ति पत्र सौंपा गया.
दरअसल, पिछले महीने की शुरुआत में मायापुरी थाने में एएसआई शंभू दयाल जब ड्यूटी पर तैनात थे, तभी इलाके के एक क्लस्टर में एक महिला के पति से एक बदमाश ने चाकू की नोक पर फोन छीन लिया था, जिसकी शिकायत लेकर वह महिला भागते हुए थाने आई और उसका दर्द देखकर शंभू दयाल अकेले ही उस बदमाश को पकड़ने मौके पर जा पहुंचे. इतना ही नहीं उन्होंने उस बदमाश को पकड़ भी लिया और उसे पकड़ कर थाने ला रहे थे, लेकिन इस बीच उस बदमाश ने धोखे से चाकू निकाला और शंभू दयाल पर हमला कर दिया.
चाकू लगने के बावजूद शंभू दयाल अकेले उस बदमाश से लड़ते रहे, बाद में उन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था, लेकिन 4 दिन जिंदगी और मौत से जूझने के बाद आखिरकार उनकी मौत हो गई थी. उनके बलिदान को सर्वोपरि रखते हुए आज उनके बेटे को दिल्ली पुलिस में भर्ती किया गया.
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