नई दिल्ली: पश्चिमी दिल्ली के बसई दारापुर इलाके में बेटी से छेड़छाड़ का विरोध करने पर 51 वर्षीय कारोबारी की ताबड़तोड़ चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को उसके पिता सहित गिरफ्तार कर लिया था, साथ ही दो नाबालिग भाइयों को भी पकड़ लिया गया था.
अब इस मामले में मुख्य आरोपी की मां और बहन को भी मोती नगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. हत्या के दौरान उन पर हथियार देने का आरोप है. जानकारी के अनुसार बीते 11 मई को कारोबारी अपनी बेटी को माइग्रेन की दिक्कत होने पर अस्पताल लेकर गए थे. इसके बाद जब वे बाइक से घर लौट रहे थे, उसी दौरान घर के पास रहने वाले आलम ने उनकी बेटी के ऊपर फब्ती कसी. कारोबारी अपनी बेटी को घर पर छोड़ कर वापस आलम से बात करने गए और उसके परिवार से शिकायत की.
आरोप है कि इसी दौरान इस परिवार के सदस्यों ने उनकी बुरी तरह से पिटाई कर दी. उस समय घर की महिलाओं ने चाकू लाकर आरोपी आलम को दिया, जिससे आलम और उसके पिता जहांगीर ने ताबड़तोड़ वार कर त्यागी की हत्या कर दी.
पिता को बचाने आए बेटे को भी मारा
वहीं जब युवती का भाई अपने पिता को बचाने पहुंचा तो हमलावरों ने उसे भी पीट-पीटकर घायल कर दिया. इस मामले में पुलिस ने आलम और उसके पिता जहांगीर को गिरफ्तार कर लिया था. उसके दो नाबालिग भाइयों को भी पकड़ा और बाल सुधार गृह भेज दिया. इस वारदात में शामिल महिलाएं पुलिस की पहुंच से बाहर थी. छानबीन के बाद बुधवार को पुलिस टीम ने आलम की मां और उसकी बहन को भी हत्या के मामले में गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में कुछ अन्य लोगों की भूमिका को लेकर भी पुलिस टीम छानबीन कर रही है. उनका कहना है कि जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश
इस मामले पर तेजी से राजनीति हो रही है और इसे साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है. इसमें मारने वाले और हमलावर अलग-अलग धर्म के हैं. पुलिस की जांच में यह साफ हुआ है कि वारदात के दौरान बड़ी संख्या में लोग मौके पर मौजूद थे, लेकिन किसी ने उनकी मदद नहीं की. इस दौरान रियाज अहमद और उसके पिता मोहम्मद मुर्तजा ने खून से लथपथ कारोबारी और उसके बेटे को इस भीड़ से बचाया था.