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गरीबों के लिए सहारा बना JSM एनजीओ, बांटा 1 महीने का राशन - delhi lock down

जेएसएम एनजीओ के अध्यक्ष दीपक सारस्वत ने बताया कि जब से लॉकडाउन लगा है. तब से उनका एनजीओ गरीब लोगों को राशन बांट रहा है. इंदिरा एंक्लेव की निवासी ने भावुक होकर बताया कि एनजीओ की तरफ से उन्हें महीने भर का राशन मिला है. जिससे उनके परिवार का गुजारा हो जाता है. जेएसएम एनजीओ दो बार हमें महीने भर का राशन दे चुका है.

ration to poor people with social distancing
जरूरतमंदों की मदद कर रहा है एनजीओ
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Published : Jun 13, 2020, 3:17 PM IST

नई दिल्ली: पश्चिमी दिल्ली के इंदिरा एंक्लेव में जेएसएम (JSM) एनजीओ लॉकडाउन के समय से जरूरतमंदों की मदद कर रहा है. एनजीओ के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक सारस्वत का कहना है कि एनजीओ गरीब और जरूरतमंदों को लगातार एक महीने का राशन बांटने का काम कर रहा है. आगे भी निरंतर यही प्रयास करते रहेंगे लोगों को राशन देते रहेंगे.

जरूरतमंदों की मदद कर रहा है एनजीओ

जेएसएम एनजीओ के अध्यक्ष दीपक सारस्वत ने बताया कि जब से लॉकडाउन लगा है. तब से उनका एनजीओ गरीब लोगों को राशन बांट रहा है. उसमें विधवा, विकलांग, दिहाड़ी मजदूर, या फिर जो लोग बहुत ज्यादा परेशान हैं. उनका काम छूट चुका है. उन लोगों को भी लगातार एक महीने का राशन दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि एनजीओ के पदाधिकारी नि:शुल्क लोगों की सेवा कर रहे हैं. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान दिया जा रहा है. सभी पदाधिकारी यूं ही कार्य करते रहेंगे, जब तक कोविड-19 खत्म नहीं हो जाता, तब तक निरंतर पब्लिक की सेवा में लगे रहेंगे.

बांटा जा रहा है सूखा राशन

दीपक सारस्वत ने बताया कि अभी तक एनजीओ की तरफ से 470 लोगों को राशन दिया जा चुका है. शनिवार को भी 70 लोगों को राशन दिया गया. सूखे राशन में 5 किलो आटा, 10 किलो चावल, 2 किलो दाल, 1 किलो चीनी, एक चाय की पत्ती, 1 किलो नमक, 2 किलो काले चने, एक किलो रिफाइंड, हल्दी मिर्च मसाला, बिस्किट, साबुन, मास्क, चिप्स, हर एक परिवार को दिया जा रहा है.

एनजीओ ने लगाया स्वास्थ्य कैंप

इंदिरा एंक्लेव की निवासी ने भावुक होकर बताया कि एनजीओ की तरफ से उन्हें महीने भर का राशन मिला है. जिससे उनके परिवार का गुजारा हो जाता है. जेएसएम एनजीओ दो बार हमें महीने भर का राशन दे चुका है. उन्होंने बताया कि एनजीओ लोगों के घर जाकर बीमार लोगों को दवाइयां भी उपलब्ध करवाता है. हमारे इलाके में तो दो डॉक्टर और जेएसएम एनजीओ की टीम ने स्वास्थ्य कैंप भी लगाया था. इसके लिए महिला ने एनजीओ का धन्यवाद किया है.

जरूरतमंदों की मदद करने का जुनून

ऑफिस इंचार्ज रवीश कुमार ने बताया कि सुबह 9:00 बजे से शाम को 5:00 बजे तक लगातार क्षेत्र में घूमकर सर्वे किया जाता है. जहां कही कोई गरीब है या जरूरतमंद है तो उनका नाम, फोन नंबर लिखकर अपने एनजीओ के रजिस्टर में एंट्री करके उसको बुला कर राशन दिया जाता है. उन्होंने बताया कि कोरोना को लेकर डर तो मेरे मन में भी है. लेकिन मन के अंदर एक जुनून है. जो लोग असहाय मजदूर हैं. उनको राशन कैसे दिया जाए. इसलिए हम रेगुलर ऑफिस में आकर अपने एनजीओ के पदाधिकारियों के साथ बैठकर चर्चा करते हुए उन लोगों के बारे में चिंतन करते हैं. हमारा एनजीओ महिलाओं को सैनेटरी पैड बांटना, सूखा राशन बांटना, लोगों को फ्री में दवाइयां बांटना डॉक्टरों के माध्यम से जांच करवाने जैसे काम करता है.

उन्होंने बताया कि एनजीओ और बहुत से कार्य करता है जैसे सिलाई सेंटर, लोगों को एजुकेशन के लिए जागरूक करना, बच्चों की देखभाल की जानकारी लोगों को देना, क्योंकि आने वाली पीढ़ी हमारे बच्चे हैं, हमारा भविष्य है. इसलिए बच्चों को लेकर और महिलाओं को लेकर चिंतन करते हुए समाज का कार्य करते हैं. हर एक काम सोशल डिस्टेंसिंग बनाते हुए करते हैं.

नई दिल्ली: पश्चिमी दिल्ली के इंदिरा एंक्लेव में जेएसएम (JSM) एनजीओ लॉकडाउन के समय से जरूरतमंदों की मदद कर रहा है. एनजीओ के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक सारस्वत का कहना है कि एनजीओ गरीब और जरूरतमंदों को लगातार एक महीने का राशन बांटने का काम कर रहा है. आगे भी निरंतर यही प्रयास करते रहेंगे लोगों को राशन देते रहेंगे.

जरूरतमंदों की मदद कर रहा है एनजीओ

जेएसएम एनजीओ के अध्यक्ष दीपक सारस्वत ने बताया कि जब से लॉकडाउन लगा है. तब से उनका एनजीओ गरीब लोगों को राशन बांट रहा है. उसमें विधवा, विकलांग, दिहाड़ी मजदूर, या फिर जो लोग बहुत ज्यादा परेशान हैं. उनका काम छूट चुका है. उन लोगों को भी लगातार एक महीने का राशन दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि एनजीओ के पदाधिकारी नि:शुल्क लोगों की सेवा कर रहे हैं. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान दिया जा रहा है. सभी पदाधिकारी यूं ही कार्य करते रहेंगे, जब तक कोविड-19 खत्म नहीं हो जाता, तब तक निरंतर पब्लिक की सेवा में लगे रहेंगे.

बांटा जा रहा है सूखा राशन

दीपक सारस्वत ने बताया कि अभी तक एनजीओ की तरफ से 470 लोगों को राशन दिया जा चुका है. शनिवार को भी 70 लोगों को राशन दिया गया. सूखे राशन में 5 किलो आटा, 10 किलो चावल, 2 किलो दाल, 1 किलो चीनी, एक चाय की पत्ती, 1 किलो नमक, 2 किलो काले चने, एक किलो रिफाइंड, हल्दी मिर्च मसाला, बिस्किट, साबुन, मास्क, चिप्स, हर एक परिवार को दिया जा रहा है.

एनजीओ ने लगाया स्वास्थ्य कैंप

इंदिरा एंक्लेव की निवासी ने भावुक होकर बताया कि एनजीओ की तरफ से उन्हें महीने भर का राशन मिला है. जिससे उनके परिवार का गुजारा हो जाता है. जेएसएम एनजीओ दो बार हमें महीने भर का राशन दे चुका है. उन्होंने बताया कि एनजीओ लोगों के घर जाकर बीमार लोगों को दवाइयां भी उपलब्ध करवाता है. हमारे इलाके में तो दो डॉक्टर और जेएसएम एनजीओ की टीम ने स्वास्थ्य कैंप भी लगाया था. इसके लिए महिला ने एनजीओ का धन्यवाद किया है.

जरूरतमंदों की मदद करने का जुनून

ऑफिस इंचार्ज रवीश कुमार ने बताया कि सुबह 9:00 बजे से शाम को 5:00 बजे तक लगातार क्षेत्र में घूमकर सर्वे किया जाता है. जहां कही कोई गरीब है या जरूरतमंद है तो उनका नाम, फोन नंबर लिखकर अपने एनजीओ के रजिस्टर में एंट्री करके उसको बुला कर राशन दिया जाता है. उन्होंने बताया कि कोरोना को लेकर डर तो मेरे मन में भी है. लेकिन मन के अंदर एक जुनून है. जो लोग असहाय मजदूर हैं. उनको राशन कैसे दिया जाए. इसलिए हम रेगुलर ऑफिस में आकर अपने एनजीओ के पदाधिकारियों के साथ बैठकर चर्चा करते हुए उन लोगों के बारे में चिंतन करते हैं. हमारा एनजीओ महिलाओं को सैनेटरी पैड बांटना, सूखा राशन बांटना, लोगों को फ्री में दवाइयां बांटना डॉक्टरों के माध्यम से जांच करवाने जैसे काम करता है.

उन्होंने बताया कि एनजीओ और बहुत से कार्य करता है जैसे सिलाई सेंटर, लोगों को एजुकेशन के लिए जागरूक करना, बच्चों की देखभाल की जानकारी लोगों को देना, क्योंकि आने वाली पीढ़ी हमारे बच्चे हैं, हमारा भविष्य है. इसलिए बच्चों को लेकर और महिलाओं को लेकर चिंतन करते हुए समाज का कार्य करते हैं. हर एक काम सोशल डिस्टेंसिंग बनाते हुए करते हैं.

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