नई दिल्लीः भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की केंद्रीय महिला आइस हॉकी टीम ने लेह, लद्दाख में आयोजित (आईएचएआई) सीनियर नेशनल आइस हॉकी चैंपियनशिप फॉर वूमेन-2023 जीत ली है. आईटीबीपी की टीम ने फाइनल में लद्दाख यूटी को 2-1 के स्कोर से हराया. यह पहली बार है कि पर्वतीय प्रशिक्षित बल की महिलाकर्मियों ने इस चैंपियनशिप को जीता है. इसी 5 फरवरी को ही ITBP की पुरुष टीम ने पुरुष वर्ग की चैंपियनशिप ट्रॉफी जीती थी.
दिल्ली मुख्यालय से आईटीबीपी के प्रवक्ता ने बताया कि लद्दाख के आइस हॉकी में आयोजित इस राष्ट्रीय टूर्नामेंट में देश की शीर्ष टीमों ने भाग लिया, जो दुनिया के सबसे अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में से एक में स्थित है. इस राष्ट्रीय टूर्नामेंट में हिमाचल की महिला टीम को कांस्य पदक मिला है. इस रोमांचक मुकाबले का दर्शकों ने खूब आनंद उठाया. कांस्य पदक के लिए हिमाचल का मैच दिल्ली के साथ होना था. बारिश होने की वजह से अंकों के आधार पर हिमाचल की टीम को कांस्य पदक दिया गया.
सेमीफाइनल मुकाबले में यूटी लद्दाख की टीम ने शानदार खेल दिखाते हुए मुकाबला 6-0 जीता, जबकि दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में आईटीबीपी ने दिल्ली को हराया था. इस राष्ट्रीय महिला आइस हॉकी प्रतियोगिता में तेलंगाना, दिल्ली, हिमाचल, हरियाणा, आईटीबीपी, यूटी लद्दाख और महाराष्ट्र की टीम ने अपना दमखम दिखाया.
आईटीबीपी प्रवक्ता के अनुसार देश में एडवेंचर गेम्स में आईटीबीपी के जवानों ने कई कीर्तिमान कायम किए हैं. इसमें आईटीबीपी की महिला कर्मियों ने भी पुरुष कर्मियों के समकक्ष पर्वतारोहण, स्कीइंग और रिवर राफ्टिंग आदि में योगदान दिया है. एवरेस्टर संतोष यादव, आईटीबीपी की पहली ऐसी महिला पर्वतारोही थीं, जिन्होंने 1992 और 1993 में माउंट एवरेस्ट को फतह किया और लगातार वर्षों में दो बार माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली दुनिया की पहली महिला बनने का गौरव हासिल किया था.
1962 में स्थापित आईटीबीपी चरम भौगोलिक और तापमान स्थितियों में उच्च ऊंचाई वाली हिमालयी सीमाओं की निगरानी करती है. आईटीबीपी ने 2016 से सीमाओं की रक्षा के लिए महिला कर्मियों को भी तैनात किया है.
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