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सरकार के बाद अब स्कूल प्रशासन भी कर रहा अतिथि शिक्षकों को परेशान!

सरकारी स्कूल में कार्यरत अतिथि शिक्षक 28 फरवरी को अनुबंध खत्म हो जाने के बाद से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं 22,000 शिक्षकों के बेरोजगार होने की चिंता सरकार को होती दिखाई नहीं दे रही.

1 मार्च से प्रदर्शन कर रहे हैं शिक्षक
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Published : Mar 13, 2019, 2:22 PM IST

नई दिल्ली: अब स्कूल प्रशासन ने भी अतिथि शिक्षकों के प्रति कड़ा रुख अपना लिया है. आए दिन किसी न किसी अतिथि शिक्षक को स्कूलों से 'शो कॉज' नोटिस जारी किया जा रहा है. साथ ही उन्हें धमकियां भी दी जा रही है कि स्कूल को उनकी आवश्यकता नहीं. यदि वह रिजल्ट समय से तैयार करके नहीं देते तो उन्हें फरवरी की तनख्वाह भी नहीं दी जाएगी, साथ ही उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

1 मार्च से प्रदर्शन कर रहे हैं शिक्षक

1 मार्च से प्रदर्शन कर रहे हैं शिक्षक
58/60 साल की पॉलिसी को लेकर अतिथि शिक्षकों ने 1 मार्च से ही प्रदर्शन शुरू कर दिया है. सभी अतिथि शिक्षक लगातार सरकार से 58/60 साल की पॉलिसी को मांग करते हुए शांति प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके बाबत भी कभी उन पर लाठियां बरसाई जाती है तो कभी जबरदस्ती गिरफ्तारी की जाती है. एक तरफ तो रोजगार छिन जाने का दर्द तो वहीं दूसरी तरफ स्कूल प्रशासन भी लगातार धमकियों से धमकियां देता जा रहा है.

शिक्षकों पर होगी कार्रवाई
तेहखंड के गवर्नमेंट बॉईज सीनियर सेकेंडरी स्कूल के एचओएस ने वहां पर कार्यरत सभी अतिथि शिक्षकों को 'शो कॉज' नोटिस जारी कर दिया है. नोटिस में अतिथि शिक्षकों पर यह आरोप लगाया गया है कि 7 तारीख को शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी किए गए निर्देश के बाद भी अतिथि शिक्षकों ने उसका उल्लंघन किया और स्कूलों में हाजिरी नहीं लगाई. बिना अनुमति स्कूल से गैरहाजिर रहने की वजह से उन सभी अतिथि शिक्षकों पर कार्रवाई की तैयारी चल रही है.

शो कॉज नोटिस जारी
शो कॉज नोटिस को लेकर ऑल इंडिया गेस्ट टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण तोबड़िया ने कहा कि स्कूलों ने ना तो हमें कोई ज्वॉइनिंग लेटर दिया और ना ही कोई रिलीविंग लेटर. जब हमें यही ज्ञात नहीं कि हमारी सर्विस स्कूल में है भी या नहीं तो किस बात का शो कॉज नोटिस दिया जा रहा है.

प्रदर्शन बदस्तूर जारी रहेगा
ऑल इंडिया गेस्ट टीचर एसोसिएशन के सदस्य शोऐब राणा का कहना है कि अपने अधिकारों के लिए लड़ना प्रत्येक व्यक्ति का अधिकार होता है. यदि हम गेस्ट टीचर अपने हक के लिए स्ट्राइक कर रहे हैं तो इसमें स्कूल प्रशासन को आपत्ति क्यों हो रही है. उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है और जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती यह प्रदर्शन बदस्तूर जारी रहेगा.

नई दिल्ली: अब स्कूल प्रशासन ने भी अतिथि शिक्षकों के प्रति कड़ा रुख अपना लिया है. आए दिन किसी न किसी अतिथि शिक्षक को स्कूलों से 'शो कॉज' नोटिस जारी किया जा रहा है. साथ ही उन्हें धमकियां भी दी जा रही है कि स्कूल को उनकी आवश्यकता नहीं. यदि वह रिजल्ट समय से तैयार करके नहीं देते तो उन्हें फरवरी की तनख्वाह भी नहीं दी जाएगी, साथ ही उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

1 मार्च से प्रदर्शन कर रहे हैं शिक्षक

1 मार्च से प्रदर्शन कर रहे हैं शिक्षक
58/60 साल की पॉलिसी को लेकर अतिथि शिक्षकों ने 1 मार्च से ही प्रदर्शन शुरू कर दिया है. सभी अतिथि शिक्षक लगातार सरकार से 58/60 साल की पॉलिसी को मांग करते हुए शांति प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके बाबत भी कभी उन पर लाठियां बरसाई जाती है तो कभी जबरदस्ती गिरफ्तारी की जाती है. एक तरफ तो रोजगार छिन जाने का दर्द तो वहीं दूसरी तरफ स्कूल प्रशासन भी लगातार धमकियों से धमकियां देता जा रहा है.

शिक्षकों पर होगी कार्रवाई
तेहखंड के गवर्नमेंट बॉईज सीनियर सेकेंडरी स्कूल के एचओएस ने वहां पर कार्यरत सभी अतिथि शिक्षकों को 'शो कॉज' नोटिस जारी कर दिया है. नोटिस में अतिथि शिक्षकों पर यह आरोप लगाया गया है कि 7 तारीख को शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी किए गए निर्देश के बाद भी अतिथि शिक्षकों ने उसका उल्लंघन किया और स्कूलों में हाजिरी नहीं लगाई. बिना अनुमति स्कूल से गैरहाजिर रहने की वजह से उन सभी अतिथि शिक्षकों पर कार्रवाई की तैयारी चल रही है.

शो कॉज नोटिस जारी
शो कॉज नोटिस को लेकर ऑल इंडिया गेस्ट टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण तोबड़िया ने कहा कि स्कूलों ने ना तो हमें कोई ज्वॉइनिंग लेटर दिया और ना ही कोई रिलीविंग लेटर. जब हमें यही ज्ञात नहीं कि हमारी सर्विस स्कूल में है भी या नहीं तो किस बात का शो कॉज नोटिस दिया जा रहा है.

प्रदर्शन बदस्तूर जारी रहेगा
ऑल इंडिया गेस्ट टीचर एसोसिएशन के सदस्य शोऐब राणा का कहना है कि अपने अधिकारों के लिए लड़ना प्रत्येक व्यक्ति का अधिकार होता है. यदि हम गेस्ट टीचर अपने हक के लिए स्ट्राइक कर रहे हैं तो इसमें स्कूल प्रशासन को आपत्ति क्यों हो रही है. उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है और जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती यह प्रदर्शन बदस्तूर जारी रहेगा.

Intro:सरकारी स्कूल में कार्यरत अतिथि शिक्षक 28 फरवरी को अनुबंध खत्म हो जाने के बाद से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं 22,000 शिक्षकों के बेरोजगार होने की चिंता सरकार को होती दिखाई नहीं दे रही. सभी राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे के सर पर ठीकरा फोड़ने में लगी हैं. इतना ही कम नहीं था अब स्कूल प्रशासन ने भी अतिथि शिक्षकों के प्रति कड़ा रुख अपना लिया है. आए दिन किसी न किसी अतिथि शिक्षक को स्कूलों से 'शो कॉज' नोटिस जारी किया जा रहा है. हर संभव प्रयास किया जा रहा है अतिथि शिक्षकों को तोड़ने का. साथ ही उन्हें धमकियां भी दी जा रही है कि स्कूल को उनकी आवश्यकता नहीं. यदि वह रिजल्ट समय से तैयार करके नहीं देते तो उन्हें फरवरी की तनख्वाह भी नहीं दी जाएगी, साथ ही उनके खिलाफ सख्त कार्यवाई की जाएगी.


Body:58/60 साल की पॉलिसी को लेकर अतिथि शिक्षकों ने 1 मार्च से ही प्रदर्शन शुरू कर दिया है. सभी अतिथि शिक्षक लगातार सरकार से 58/60 साल की पॉलिसी को मांग करते हुए शांति प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके बाबत भी कभी उन पर लाठियां बरसाई जाती है तो कभी जबरदस्ती गिरफ्तारी की जाती है. एक तरफ तो रोजगार छिन जाने का दर्द तो वहीं दूसरी तरफ स्कूल प्रशासन भी लगातार धमकियों से धमकियां देता जा रहा है. सभी अतिथि शिक्षक चारों ओर से मुसीबत से घिर चुके हैं और इस बीच उनकी सुध लेने वाला कोई दिखाई नहीं देता. हाल ही में मामला सामने आया है तेहखंड के गवर्नमेंट बॉयज सीनियर सेकेंडरी स्कूल का जहां के एचओएस ने वहां पर कार्यरत सभी अतिथि शिक्षकों को 'शो कॉज' नोटिस जारी कर दिया है. जारी किए गए नोटिस में अतिथि शिक्षकों पर यह आरोप लगाया गया है कि 7 तारीख को शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी किए गए निर्देश के बाद भी अतिथि शिक्षकों ने उसका उल्लंघन किया और स्कूलों में हाजिरी नहीं लगाई. बिना अनुमति स्कूल से गैरहाजिर रहने की वजह से उन सभी अतिथि शिक्षकों पर कार्यवाई की तैयारी चल रही है.

वहीं गवर्नमेंट बॉयज सीनियर सेकेंडरी स्कूल तेहखंड स्कूल द्वारा जारी किए गए शो कॉज नोटिस को लेकर ऑल इंडिया गेस्ट टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण तोबड़िया ने कहा कि स्कूलों ने ना तो हमें कोई जॉइनिंग लेटर दिया और ना ही कोई रिलीविंग लेटर. जब हमें यही ज्ञात नहीं कि हमारी सर्विस स्कूल में है भी या नहीं तो किस बात का शो कॉज नोटिस दिया जा रहा है. वहीं आल इंडिया गेस्ट टीचर एसोसिएशन के सदस्य शोऐब राणा का कहना है कि अपने अधिकारों के लिए लड़ना प्रत्येक व्यक्ति का अधिकार होता है. यदि हम गेस्ट टीचर अपने हक के लिए स्ट्राइक कर रहे हैं तो इसमें स्कूल प्रशासन को आपत्ति क्यों हो रही है. उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है और जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती यह प्रदर्शन बदस्तूर जारी रहेगा.


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