नई दिल्ली: नजफगढ़ में रहने वाले लोग अब दिल्ली मेट्रो से सफर कर दिल्ली के किसी भी कोने में एक घंटे के अंदर पहुंच सकते हैं. मेट्रो की ग्रे लाइन की शुरूआत हो गई है. द्वारका से नजफगढ़ के बीच मेट्रो की इस लाइन को शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को हरी झंडी दिखाई.
आज शाम 5 बजे से आम यात्री इस लाइन पर सफर कर सकेंगे. 4.3 किलोमीटर लंबे इस सेक्शन पर तीन स्टेशन बनाये गए हैं. यह स्टेशन हैं द्वारका, नंगली और नजफगढ़.
मेट्रो भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क 377 किलोमीटर लंबा हो गया है. दुनिया के कुछ ही शहरों में इतना बड़ा मेट्रो नेटवर्क उपलब्ध है. आज दिल्ली में मेट्रो अंतिम छोर तक ग्रामीण इलाके में पहुंच गई है, जहां लोगों को विकास का इंतजार था.
उन्होंने कहा कि दिल्ली में मेट्रो नहीं होती तो आज सड़कों पर ट्रांसपोर्ट की बुरी हालत होती. बड़ी संख्या में बसों को उतारना पड़ता जिससे प्रदूषण होता. उन्होंने कहा कि मेट्रो के चलते सड़कों से ट्रैफिक कम हुआ है और इसकी वजह से प्रदूषण में भी कमी आई है.
'लंदन न्यूयॉर्क को टक्कर देती है दिल्ली मेट्रो'
उद्घाटन के मौके पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क अभी 377 किलोमीटर है जो चौथे फेज को मिलाकर लगभग 480 किलोमीटर हो जाएगा. उन्होंने कहा कि लंदन मेट्रो और न्यूयॉर्क मेट्रो काफी पुराने नेटवर्क हैं. जहां तक राइडरशिप की बात है तो पुराना मेट्रो नेटवर्क होने के बावजूद लंदन में अभी तक केवल 35 लाख लोग ही मेट्रो में सफर करते हैं. लेकिन डीएमआरसी ने महज 17 वर्षों के भीतर जीरो से 377 किलोमीटर मेट्रो नेटवर्क चला कर दिखाया है. यह केवल शुरुआत है. आने वाले समय में हम विश्व के कई मेट्रो नेटवर्क से आगे हो जाएंगे.
6.20 मिनट में होगा सफर तय
इस लाइन पर द्वारका से नजफगढ़ जाने में केवल 6.20 मिनट का समय लगेगा. जबकि अगर इसी दूरी को सड़क के रास्ते पूरा करने में लगभग 20 मिनट का समय लगता है. अभी इस सेक्शन पर हर साढ़े सात मिनट में मेट्रो सेवा मिलेगी. इस समय अवधि को भविष्य में कम किया जा सकता है.
फिलहाल इस सेक्शन पर तीन मेट्रो ट्रेन चलेंगी. अधिकारियों की मानें तो जल्द ही एक अन्य मेट्रो ट्रेन भी इस सेक्शन पर आ जायेगी. इस सेक्शन के खुलने से 274 स्टेशन के साथ मेट्रो नेटवर्क की लंबाई 377 किलोमीटर हो गई है. इस सेक्शन पर बने द्वारका और नंगली एलिवेटेड स्टेशन हैं, जबकि नजफगढ़ को भूमिगत बनाया गया है.
डंबल के आकार में बना स्टेशन
नजफगढ़ में जमीन की समस्या के चलते इसकी चौड़ाई कहीं 16 मीटर तो कहीं 40 मीटर है. इसकी वजह से इसे डंबल के आकार में बनाया गया है. यह पहला ऐसा स्टेशन है जिसके दोनों छोर पर पेड एवं अनपेड क्षेत्र बनाये गए हैं. यह स्टेशन नजफगढ़ के अति व्यस्त दिल्ली गेट इंटरसेक्शन पर है. इसके बाहर मुख्य मार्केट एवं सरकारी स्कूल हैं. इस सेक्शन के बनने से नजफगढ़ रोड पर जाम की समस्या से भी लोगों को राहत मिलेगी.
तीनों स्टेशनों पर हैं सोलर प्लांट
डीएमआरसी के अनुसार तीनों ही स्टेशन पर सोलर पावर प्लांट लगाए गए हैं. द्वारका स्टेशन पर 175 किलोवाट, नजफगढ़ डिपो पर 182 किलोवाट और नंगली स्टेशन पर 240 किलोवाट के सोलर पावर प्लांट लगाए गए हैं. इस सेक्शन से कुल 597 किलोवाट बिजली का उत्पादन होगा. अभी डीएमआरसी अपने पूरे नेटवर्क में 30 मेगावाट बिजली उत्पादित करती है.
मेट्रो नेटवर्क की सबसे छोटी लाइन
डीएमआरसी के अनुसार ग्रे मेट्रो लाइन फिलहाल मेट्रो नेटवर्क की सबसे छोटी लाइन है. अभी इसकी लंबाई 4.3 किलोमीटर है. इसको 1.2 किलोमीटर आगे बढ़ाकर ढांसा स्टैंड तक पहुंचाया जा रहा है. इसके लिए काम शुरू हो चुका है, लेकिन इसे पूरा करने में दिसंबर 2020 तक का समय लग सकता है. इस सेक्शन के तैयार होने पर यह मेट्रो लाइन 5.5 किलोमीटर लंबी हो जाएगी.