नई दिल्ली: पिछले कुछ सालों से खेलकूद प्रतियोगिताओं में खिलाड़ी अच्छी प्रतिभा का ना सिर्फ प्रदर्शन कर रहे हैं बल्कि मेडल भी जीत रहे हैं. अच्छी बात यह है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर हो या फिर राष्ट्रिय लड़कियां लगातार इनमें बाजी मार रही हैं. गुरुग्राम में आयोजित 51 वें राष्ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिता के रस्सी कूद प्रतियोगिता में नारायणा की लड़कियों ने बाजी मारकर गोल्ड जीता. (girls of Narayana won gold in rope jumping competition)
लड़कियों ने गोल्ड जीत कर ना सिर्फ अपने गांव का नाम रोशन किया, बल्कि अपने स्कूल का भी गौरव बढ़ाया है. यहां रहने वाली नेहा सहित लगभग आधा दर्जन लड़कियों ने राष्ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिता में रस्सी कूद में भाग लिया था. यह सभी बच्चियां नारायणा स्थित केंद्रीय विद्यालय की छात्राएं हैं. उन्होंने अपनी प्रतिभा का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीता. उनके घर वापसी पर गांव के लोगों ने फूल मालाओं के साथ स्वागत किया. साथ ही मिठाइयां खिलाकर उनकी खुशियों में और मिठास भर दी.
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इनमें नेहा बेहद ही साधारण परिवार से है और नारायणा गांव में किराए पर रहती हैं, जबकि पिता एक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत हैं. पिता का कहना है कि जब से उन्होंने अपनी बेटी की खेल भावना को समझा तब से उन्होंने भरसक कोशिश की और खेल में उसके मनोबल को आगे बढ़ाया. उन्होंने बताया कि स्कूल के शिक्षकों ने अहम भूमिका निभाई है, जिनकी मेहनत के कारण आज उनकी बच्ची गोल्ड मेडल लाकर ना सिर्फ उनका बल्कि गांव और स्कूल का भी नाम रोशन किया है.
उम्मीद है कि आगे इसी तरह से उनकी बच्ची प्रदर्शन करती रहे तो एक दिन देश के लिए भी खेलेगी और देश के लिए गोल्ड जीतेगी. इस बच्ची के माता-पिता का कहना है कि उन्होंने कभी लड़की होने का भेद नहीं किया. उन्होंने अपनी बेटियों को इस सोच से परे जाकर उन्हें पढ़ने लिखने के साथ-साथ उनकी खेल भावना को भी आगे बढ़ाया.
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