नई दिल्ली: राजधानी में बच्चों की तस्करी के लगातार मामले सामने आ रहे हैं. जिस पर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में राजौरी गार्डन पुलिस ने रविवार को बदमाशों का लगभग 1000 किलोमीटर से अधिक दूरी तक पीछा कर एक नाबालिग बच्ची को इंडो-तिब्बत बॉर्डर से छुड़ाया. इसमें बिहार पुलिस की भूमिका भी अहम रही. इसके साथ ही राजौरी गार्डन पुलिस अब तक 23 बच्चों को सकुशल छुड़ा छुड़ा चुकी है.
बवाना से गायब नेपाल से मिली
दरअसल शिकायत में एक व्यक्ति ने यह बात बताई थी कि 26 जनवरी 2021 को 13 साल की एक बच्ची अपने घर से अचानक गायब हो गई. इसके बाद जब जांच राजौरी गार्डन पुलिस को दी गई. राजौरी गार्डन पुलिस ने सभी तकनीकों का जिसमें गूगल मैपिंग, फेस रिकॉग्निशन सिस्टम तक का इस्तेमाल किया गया. इसके अलावा पुलिस ने उन तमाम बदमाशों के डोजियर खंगाले, जो इस तरह की घटनाओं में शामिल रह चुके थे.
दिल्ली पुलिस को मिला बिहार पुलिस का साथ
जांच के दौरान पुलिस के हाथ कुछ ऐसी जानकारी लगी, जिससे यह पता लगा कि बदमाश लड़की को इंडो तिब्बत बॉर्डर इलाके में रखे हुए हैं. उसके बाद रजौरी पुलिस ने बिहार के चिरैया थाने के एसएचओ इंद्रजीत पासवान और जिले के एसपी नवीन चंद्र झा से कांटेक्ट किया और दोनों थानों की टीम ने मिलकर बदमाशों की धरपकड़ के लिए टेक्निकल सर्विस का भी इस्तेमाल किया.
1000 किलोमीटर से अधिक दूरी तक किया पीछा
पुलिस ने चिरैया से बदमाशों का पीछा करना शुरू किया, जो लगभग 1000 किलोमीटर से अधिक दूरी रक्सौल तक चला. यह इलाका नेपाल के पास है. उसके बाद पुलिस ने बॉर्डर से लड़की को सकुशल वापस बरामद कर लिया. फिलहाल लड़की को पुलिस टीम लेकर आ रही है. इस दौरान कोई बदमाश पुलिस के हाथ नहीं लगा. फिलहाल पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है.