ETV Bharat / state

जर्मन चांसलर पहुंची द्वारका मेट्रो स्टेशन, देखा DMRC का पहला सोलर पावर प्लांट - जर्मन चांसलरट

डीएमआरसी के मुताबिक शनिवार को जर्मनी की चांसलर, वहां की मंत्री जूलिया क्लॉकनर के साथ द्वारका सेक्टर-21 मेट्रो स्टेशन पर पहुंची. डीएमआरसी ने इस मेट्रो स्टेशन की छत पर 500 किलो वाट का सोलर प्लांट लगा रखा है. जर्मनी की एक कंपनी ने इसे तैयार किया है.

जर्मन चांसलर ने देखा DMRC का पहला सोलर प्लांट
author img

By

Published : Nov 2, 2019, 5:41 PM IST

नई दिल्ली: जर्मन चांसलर एंजेला मार्कल ने शनिवार को द्वारका सेक्टर 21 मेट्रो स्टेशन पहुंचकर वहां लगे पहले सोलर पावर प्लांट का जायजा लिया, साल 2014 में यहां ये प्लांट लगाया गया था. 5 साल से ये सोलर प्लांट चल रहा है और अब तक 3.3 मिलियन यूनिट बिजली इससे उत्पादित हो चुकी है.

जर्मन चांसलर ने एंजेला मर्केल ने देखा DMRC का पहला सोलर पावर प्लांट

जर्मन कंपनी की सहायता से लगा है प्लांट
स्टेशन पर इस्तेमाल होने वाली कुल बिजली में से 35 फीसदी इसी पावर प्लांट के जरिए उत्पादित होती है. ये प्लांट भारत और जर्मनी के बीच सोलर एनर्जी को लेकर हुए समझौते का एक जीता जागता उदाहरण है. डीएमआरसी के मुताबिक शनिवार को जर्मनी की चांसलर, वहां की मंत्री जूलिया क्लॉकनर के साथ द्वारका सेक्टर-21 मेट्रो स्टेशन पर पहुंची. डीएमआरसी ने इस मेट्रो स्टेशन की छत पर 500 किलो वाट का सोलर प्लांट लगा रखा है. जर्मनी की एक कंपनी ने इसे तैयार किया था. साल 2012 में इसे लेकर एक एमओयू डीएमआरसी और जर्मनी की कंपनी के बीच साइन किया गया था. चांसलर ने मेट्रो पर लगे इस सोलर प्लांट को भी देखा.

german chancelor visited metro station dwarka 21 and saw solar panel new delhi
मेट्रो स्टेशन पर लगा है 500 किलो वाट का सोलर प्लांट

तीन जगहों पर लगाया था सोलर प्लांट
जर्मनी की इस कंपनी ने डीएमआरसी के स्थलों को घूम कर एक रिपोर्ट तैयार की थी, जिसमें जमुना बैंक डिपो, यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन और द्वारका सेक्टर 21 मेट्रो स्टेशन को सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए उपयुक्त पाया था. डीएमआरसी अब अपने अलग-अलग मेट्रो स्टेशनों और डिपो के ऊपर लगे सोलर प्लांट से 32.4 मेगावाट बिजली उत्पादित कर रही है. 14 मेट्रो ट्रेन डिपो, 61 मेट्रो स्टेशन और 3 आवासीय परिसर में ये पावर प्लांट लगाए गए हैं.

german chancelor visited metro station dwarka 21 and saw solar panel new delhi
जर्मन चांसलर ने देखा DMRC का पहला सोलर प्लांट

बिना रुपये खर्च किये लगाए गए हैं सोलर प्लांट
डीएमआरसी के पास लगे सभी पावर प्लांट रेस्को मॉडल के हैं. इसमें डीएमआरसी को कोई लागत नहीं लगानी पड़ती. वो केवल जगह मुहैया करवाती है और इस सोलर प्लांट से उत्पादित बिजली खरीदती है. इस मौके पर डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक मंगू सिंह ने कहा कि डीएमआरसी दिल्ली एनसीआर के लोगों को बेहतरीन ट्रांसपोर्ट सुविधा के साथ ही बेहतर वातावरण देने के लिए भी प्रतिबद्ध है.

बता दें इससे पहले सुबह जर्मनी की चांसलर ने द्वारका सेक्टर 21 स्टेशन पर ई रिक्शा चालकों से बात की और बैट्री रिक्शा का जायजा लिया था.

नई दिल्ली: जर्मन चांसलर एंजेला मार्कल ने शनिवार को द्वारका सेक्टर 21 मेट्रो स्टेशन पहुंचकर वहां लगे पहले सोलर पावर प्लांट का जायजा लिया, साल 2014 में यहां ये प्लांट लगाया गया था. 5 साल से ये सोलर प्लांट चल रहा है और अब तक 3.3 मिलियन यूनिट बिजली इससे उत्पादित हो चुकी है.

जर्मन चांसलर ने एंजेला मर्केल ने देखा DMRC का पहला सोलर पावर प्लांट

जर्मन कंपनी की सहायता से लगा है प्लांट
स्टेशन पर इस्तेमाल होने वाली कुल बिजली में से 35 फीसदी इसी पावर प्लांट के जरिए उत्पादित होती है. ये प्लांट भारत और जर्मनी के बीच सोलर एनर्जी को लेकर हुए समझौते का एक जीता जागता उदाहरण है. डीएमआरसी के मुताबिक शनिवार को जर्मनी की चांसलर, वहां की मंत्री जूलिया क्लॉकनर के साथ द्वारका सेक्टर-21 मेट्रो स्टेशन पर पहुंची. डीएमआरसी ने इस मेट्रो स्टेशन की छत पर 500 किलो वाट का सोलर प्लांट लगा रखा है. जर्मनी की एक कंपनी ने इसे तैयार किया था. साल 2012 में इसे लेकर एक एमओयू डीएमआरसी और जर्मनी की कंपनी के बीच साइन किया गया था. चांसलर ने मेट्रो पर लगे इस सोलर प्लांट को भी देखा.

german chancelor visited metro station dwarka 21 and saw solar panel new delhi
मेट्रो स्टेशन पर लगा है 500 किलो वाट का सोलर प्लांट

तीन जगहों पर लगाया था सोलर प्लांट
जर्मनी की इस कंपनी ने डीएमआरसी के स्थलों को घूम कर एक रिपोर्ट तैयार की थी, जिसमें जमुना बैंक डिपो, यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन और द्वारका सेक्टर 21 मेट्रो स्टेशन को सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए उपयुक्त पाया था. डीएमआरसी अब अपने अलग-अलग मेट्रो स्टेशनों और डिपो के ऊपर लगे सोलर प्लांट से 32.4 मेगावाट बिजली उत्पादित कर रही है. 14 मेट्रो ट्रेन डिपो, 61 मेट्रो स्टेशन और 3 आवासीय परिसर में ये पावर प्लांट लगाए गए हैं.

german chancelor visited metro station dwarka 21 and saw solar panel new delhi
जर्मन चांसलर ने देखा DMRC का पहला सोलर प्लांट

बिना रुपये खर्च किये लगाए गए हैं सोलर प्लांट
डीएमआरसी के पास लगे सभी पावर प्लांट रेस्को मॉडल के हैं. इसमें डीएमआरसी को कोई लागत नहीं लगानी पड़ती. वो केवल जगह मुहैया करवाती है और इस सोलर प्लांट से उत्पादित बिजली खरीदती है. इस मौके पर डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक मंगू सिंह ने कहा कि डीएमआरसी दिल्ली एनसीआर के लोगों को बेहतरीन ट्रांसपोर्ट सुविधा के साथ ही बेहतर वातावरण देने के लिए भी प्रतिबद्ध है.

बता दें इससे पहले सुबह जर्मनी की चांसलर ने द्वारका सेक्टर 21 स्टेशन पर ई रिक्शा चालकों से बात की और बैट्री रिक्शा का जायजा लिया था.

Intro:नई दिल्ली

जर्मन चांसलर एंजेला मार्कल ने शनिवार को द्वारका सेक्टर 21 मेट्रो स्टेशन पहुंची जहां लगे पहले सोलर पावर प्लांट को उन्होंने देखा. यहां पर वर्ष 2014 में यह प्लांट लगाया गया था. 5 साल से यह सोलर प्लांट चल रहा है और अब तक 3.3 मिलियन यूनिट बिजली इससे उत्पादित हो चुकी है. स्टेशन पर इस्तेमाल होने वाली कुल बिजली में से 35 फीसदी इसी पावर प्लांट के जरिए उत्पादित होती है. यह प्लांट भारत और जर्मनी के बीच सोलर एनर्जी को लेकर हुए समझौते का एक जीता जागता उदाहरण है.


Body:डीएमआरसी के अनुसार शनिवार को जर्मनी की चांसलर वहां की मंत्री जूलिया क्लॉकनर के साथ द्वारका सेक्टर-21 मेट्रो स्टेशन पर पहुंची. डीएमआरसी ने इस मेट्रो स्टेशन की छत पर 500 किलो वाट का सोलर प्लांट लगा रखा है. जर्मनी की कंपनी द्वारा इसे तैयार किया गया था. वर्ष 2012 में इसे लेकर एक एमओयू डीएमआरसी और जर्मनी की कंपनी के बीच साइन किया गया था. चांसलर ने मेट्रो पर लगे इस सोलर प्लांट को भी देखा.


तीन जगहों पर लगाया था सोलर प्लांट

जर्मनी की इस कंपनी ने डीएमआरसी के स्थलों को घूम कर एक रिपोर्ट तैयार की थी, जिसमें जमुना बैंक डिपो, यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन और द्वारका सेक्टर 21 मेट्रो स्टेशन को सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए उपयुक्त पाया था. डीएमआरसी अब अपने विभिन्न मेट्रो स्टेशनों एवं डिपो के ऊपर लगे सोलर प्लांट से 32.4 मेगावाट बिजली उत्पादित कर रही है. 14 मेट्रो ट्रेन डिपो, 61 मेट्रो स्टेशन और 3 आवासीय परिसर में यह पावर प्लांट लगाए गए हैं.





Conclusion:बिना रुपये खर्च किये लगे हैं सोलर प्लांट
डीएमआरसी के पास लगे सभी पावर प्लांट रेस्को मॉडल के हैं. इसमें डीएमआरसी को कोई लागत नहीं लगानी पड़ती. वह केवल जगह मुहैया करवाती है और इस सोलर प्लांट से उत्पादित बिजली खरीदती है. इस मौके पर डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक मंगू सिंह ने कहा कि डीएमआरसी दिल्ली एनसीआर के लोगों को बेहतरीन ट्रांसपोर्ट सुविधा के साथ ही बेहतर वातावरण देने के लिए भी प्रतिबद्ध है.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.