नई दिल्ली: लॉकडाउन के बीच पुलिस लोगों के लिए नेक काम कर इंसानियत की मिसाल पेश कर रही है. इसी कड़ी में दिल्ली के द्वारका स्थित एलएनटी कंस्ट्रक्शन साइट के 2500 मजदूर लॉकडाउन के कारण अपने घर जाने को मजबूर थे. इसके बाद द्वारका जिला की पुलिस ने उन्हें रोका और साइट के अंदर ही उनके लिए सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई.
मजदूरों के लिए रोजाना खाने का इंतजाम
इस बारे में जानकारी देते हुए डीसीपी द्वारका एन्टो अल्फोंस ने बताया कि इस कंस्ट्रक्शन साइट में 2500 मजदूर रह रहे हैं. जो लॉकडाउन के बाद अपने-अपने घर जाना चाहते थे, लेकिन बॉर्डर क्रॉस करने की अनुमति ना होने की वजह से इन सभी मजदूरों को यहीं रोका गया और इनके लिए रोजाना भोजन का बंदोबस्त किया जाता हैं. साथ ही जिन मजदूरों को दिक्कत थी, उनके लिए रोजाना कंस्ट्रक्शन साइट के अंदर एटीएम वैन भेजी जाती है, जिससे यह मजदूर अपना पैसा निकाल सके.
1990 मजदूरों को दिलवाई गई सैलरी
इसके साथ ही पुलिस ने मैनेजमेंट से बात करते हुए 1900 मजदूरों की सैलरी उन्हें दिलवा दी है, जिससे उन्हें लॉकडाउन तक यहां रुकने में कोई परेशानी ना हो. इन मजदूरों के लिए कंस्ट्रक्शन साइट के अंदर ही दो किराने की दुकानें भी खोली गई है, जिससे इन्हें सामान लेने के लिए साइट से बाहर ना निकलना पड़े.
पलायन रोकने में सफल रही पुलिस
डीसीपी ने बताया कि पुलिस ने यहां उन सभी मजदूरों को मास्क बांटे, जिनके पास मास्क नहीं थे और साइट के इंचार्ज को यह निर्देश दिया गया है कि वह रोजाना डिस्पोजल मास्क को बदलकर मजदूरों को दूसरे मास्क मुहैया कराएं. इस तरह से पुलिस इन 2500 मजदूरों को दिल्ली से बाहर अलग-अलग राज्यों में जाने से रोक पाई, जिससे यह भी वायरस की चपेट में ना आ जाए और दूसरों को भी संक्रमित ना करें.