नई दिल्ली: गुरुद्वारा चुनाव होने में महज कुछ दिनों का वक्त रह गया है. प्रत्याशी भरी दोपहरी और उमस भरी गर्मी में भी डोर टू डोर कैंपेन कर वोटरों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं. वे मानते हैं कि इस बार चुनाव में अलग चुनौतियां हैं.
दिल्ली में होने वाले गुरुद्वारा चुनाव में महज सप्ताह भर से भी कम का वक्त रह गया है. इस बार चुनाव में चुनौतियां काफी हैं. कोविड-19 की वजह से चुनाव आयोग ने प्रचार पर काफी बंदिशें लगा दी हैं, जिसके बाद प्रत्याशियों के पास डोर टू डोर कैंपेन ही प्रचार का सहारा बच गया है. ऐसे में रमेश नगर वार्ड-15 से जागो पार्टी की उम्मीदवार अवनीत कौर लगातार लोगों से संपर्क कर रही हैं.
उनका कहना है कि उनकी पार्टी चुनाव में पहली बार उतरी है. यह अकेली पार्टी है, जिसने 46 सीटों में से कुल 5 महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया है. जबकि, दूसरी किसी भी पार्टी में ऐसा नहीं है. वह पढ़ी-लिखी हैं, इसलिए लोगों के बीच जब जाती हैं, तो सबसे पहले अपने बारे में बताती हैं. उनका मानना है कि काम को आगे बढ़ाने के लिए बहुत जरूरी है कि इस चुनाव में पढ़े-लिखे लोग जीतकर आगे आएं.
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इसके साथ ही वह वर्तमान हालात पर कटाक्ष करती है कि कमेटी के स्कूल कॉलेज हैं, उसमें कैसे लोग हैं. उनका मानना है यह पूरी तरह से धार्मिक चुनाव है, इसलिए धर्म और सिख कौम के विकास की बात होनी चाहिए. जो लोग पंथ और सिक्खी को आगे बढ़ाने, आगे ले जाने की बात करें, उसे ही चुनकर आना चाहिए.
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अवनीत कौर का कहना है कि चुनाव आयोग की तरफ से मिले दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से पालन कर रही हैं. पूरी कोशिश होती है कि लोगों के बीच जाते हुए सोशल डिस्टेंस के साथ दूसरे कोविड नियमों का भी पालन किया जाए.